BSF ने सीमा पर खोदी जा रही 14 फीट लंबी सुरंग का पता लगाया

BSF detecs underground tunnel in JK Arnia which originates from Pakistan
BSF ने सीमा पर खोदी जा रही 14 फीट लंबी सुरंग का पता लगाया
BSF ने सीमा पर खोदी जा रही 14 फीट लंबी सुरंग का पता लगाया

डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। सीमा सुरक्षा बल और पाकिस्तानी रेंजर्स के बीच शुक्रवार को सुचेतगढ़ में सीमा पर शांति बनाए रखने पर हुई चर्चा के एक दिन बाद ही शनिवार को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने सीमा पर 14 फीट लंबी क्रास बार्डर सुरंग का पर्दाफाश किया, जो अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान की तरफ से खोदी जा रही थी। बीएसएफ प्रवक्ता ने बताया कि अरनिया सेक्टर में युद्ध की तैयारी के अनुरूप एक बड़े भंडार का भी पता लगाया गया है। जो त्योहारी सीजन में भारत में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी फैलाने के लिए एकत्र किया गया था। बीएसएफ जवानों की सतर्कता ने इसे विफल कर दिया। 

अंधेरे में बच कर भाग निकले आतंकी

इस बीच सूत्रों ने बताया कि यह सुरंग जम्मू-कश्मीर के अरनिया सेक्टर में दमाल नुल्लाह नाम के उस जंगली स्थान पर खोदी जा रही थी, जहां पिछले सप्ताह पाकिस्तानी सेना ने भारी मोर्टार शेलिंग की थी। इस सुरंग का इस्तेमाल आतंकियों द्वारा पाकिस्तान से भारत आने में किया जाना था। जिस समय बीएसएफ जवानों ने सुरंग का पता लगाया उस समय आतंकी सुरंग के भीतर मौजूद थे, लेकिन जैसे ही बीएसएस जवानों ने फायरिंग शुरू की, वे अंधेरे का फायदा उठाते हुए दूसरी ओर से निकल भागने में सफल रहे। 

पांच सालों आधा दर्जन सुरंगें

बीएसएफ जवानों द्वारा भारत-पाक सीमा पर इस साल पता लगाई गई यह दूसरी क्रास बार्डर सुरंग है। इससे पहले बीएसएफ जवानों ने संबा जिले में रामगढ़ सेक्टर में बीती फरवरी में एक अन्य सुरंग का पता लगाया था। उल्लेखनीय है कि सन 2012 के बाद से बीएसएफ जवानों ने आतंकियों द्वारा सीमा पार करने के लिए खोदी गई लगभग आधा दर्जन सुरंगों का पता लगाया है। बीएसएफ जवानों ने अखनूर सेक्टर में सन 2012 और 2214 में दो क्रास बार्डर सुरंगों का पता लगाया था। इसी तरह सन 2016 में आरएस पुरा सेक्टर में भारतीय सीमा में लगभग 30 मीटर तक खोदी गई एक अधूरी सुरंग का पता लगाया गया था। 

पाक ने किया था फ्लैग मीटिंग का आग्रह

पाक रेंजर्स और सेना सशस्त्र आतंकियों को भारत में प्रवेश कराने के लिए पिछले चार महीनों से मोर्टार और अन्य छोटे हथियारों से नियंत्रण रेखा पर स्थित भारतीय चौकियों और रिहायशी बस्तियों को निशाना बना रहे हैं। इसकी वजह से नियंत्रण रेखा पर पुंछ जिले के छक्कन दा बाग के रास्ते सामान्य आवाजाही और व्यापार पर दो माह पहले ही रोक लगा दी गई थी। शुक्रवार को पाक रेंजर्स ने सुचेतगढ़ में बीएसएफ के साथ फ्लैग मीटिंग के दौरान सीमा पर शांति बहाली के लिए आश्वस्त किया गया था। सेक्टर कमांडर स्तर की यह बैठक पाकिस्तान  के आग्रह के बाद आयोजित की गई थी।

 

Created On :   30 Sep 2017 3:42 PM GMT

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