गर्मी में डीहाइड्रेशन से बचाती है छाछ, जानिए इसके और भी फायदे

गर्मी में डीहाइड्रेशन से बचाती है छाछ, जानिए इसके और भी फायदे

 

डिजिटल डेस्क । गर्मी आते ही डीहाइड्रेशन की प्रॉब्लम शुरू हो जाती है। लू लगने का डर रहता है और हर कोई गर्मी के प्रकोप से बचने के लिए कई तरह के टिप्स अपनाता है। कोई खाने-पीने में सावधानी बरतता है तो कोई घर से निकलने में। वहीं तेज गर्मी से इससे बचने के लिए अक्सर हम कुछ ठंडा और ज्यादा लिक्विड पीने की कोशिश करते हैं। गर्मियों के लिए छाछ सबसे अच्छा माना जाता है क्योंकि यह दही से बनता है और छाछ के सेवन से शरीर को ढेर सारे जरूरी पोषक तत्व मिल जाते हैं। आइए जानते है छाछ पीने के फायदों के बारे में।

 

छाछ रखता है शरीर को ठंडा 

 

गर्मियों में छाछ रिफ्रेश रखने के साथ-साथ पेट को और शरीर को ठंडक भी प्रदान करता है। डेयरी उत्पादों में छाछ को सबसे हल्का और अच्छा विकल्प माना जाता है। इसमें कैलोरी और फैट कम होता है। छाछ को भोजन के साथ लेना बहुत फायदेमंद है। यह आसानी से पचने वाला पेय पदार्थ है। हमेशा ताजी दही से बने छाछ का प्रयोग करना चाहिए।

 

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए

 

आयुर्वेदाचार्य डॉ सरोज पांडे की मानें तो छाछ में हेल्दी बैक्टीरिया और कार्बोहाइड्रेट्स होते हैं। साथ ही इसमें लैक्टोस होता है जो शरीर में आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। इसके अलावा छाछ में विटमिन सी, ए, ई, के और बी भी पाए जाते हैं।

 

 

 

हड्डी होगी मजबूत

 

किसी भी डेयरी प्रॉडक्ट में कैल्शियम की मात्रा ज्यादा होती है इसलिए छाछ में भी ज्यादा से ज्यादा कैल्शियम पाया जाता है जो हड्डियों को मजबूत बनाता है। लिहाजा छाछ को रोजाना पीना चाहिए।

 

 

दूर होती है एसिडिटी

 

गर्मी में अक्सर दस्त की प्रॉब्लम हो जाती है। छाछ ऐसिडिटी, सीने में जलन या पेट से जुड़ी समस्या को दूर करता है। छाछ, खाने को पूरी तरह से पचा देता है। गर्मी में छाछ में काली मिर्च, सेंधा नमक डालकर पीने से यह पाचन के साथ पेट की कई समस्याएं दूर कर देता है।

 

 

मिनरल्स और प्रोटीन से भरपूर

 

छाछ में आयरन, जस्ता, फॉस्फॉरस और पोटैशियम जैसे मिनरल्स और दूध जितना ही प्रोटीन भी पाया जाता है जो शरीर के लिए बेहद जरूरी माने जाते हैं।

 

 

फैट करे कम

 

अगर आपको वजन कम करना है तो रोजाना छाछ पिएं। छाछ एक लो कैलोरी प्रॉडक्ट है।

 

Created On :   14 April 2018 7:56 AM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story