सड़क धंसने से मकान जमींदोज होने का खतरा, पाइप लाइन भी फूटी

Car showroom wall collapesed, Two houses, pipeline damaged
सड़क धंसने से मकान जमींदोज होने का खतरा, पाइप लाइन भी फूटी
सड़क धंसने से मकान जमींदोज होने का खतरा, पाइप लाइन भी फूटी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कामठी रोड पर पीली नदी चौक के पास निर्माणाधीन कार शो-रूम की सुरक्षा दीवार के पास की सड़क धंस जाने से दो मकानों के जमींदोज होने का खतरा पैदा हो गया है। इससे पाइप लाइन भी फूट गई है, जिससे मकानों की दीवारों और घर के सामने की सड़क में भी दरारें आ गई हैं। इन दोनों मकानों के सामने एक कार शो-रूम कंपनी का निर्माण चल रहा है। सुरक्षा दीवार बनाने का कार्य शुरू है। मशीन से खुदाई किए जाने की वजह से सड़क की मिट्टी अचानक धंस गई। इस जगह पर पेयजल आपूर्ति की पाइप लाइन और बिजली केबल का तार बिछा हुआ है। पीने के पानी की पाइप लाइन फट जाने से पानी की बर्बादी भी शुरू हो गई है। चर्चा है कि केबल भी क्षतिग्रस्त हो सकता है, लिहाजा क्षेत्र में बिजली के करंट फैलने का खतरा भी बढ़ गया है। 

भरोसा दिया था-मकानों को नुकसान नहीं होगा
दोनों मकानों में रहने वाले परिवारों का कहना है कि कंपनी ने उनके मकानों को कोई नुकसान नहीं पहुंचने का भरोसा दिलाया था, लेकिन घर के सामने की सड़क धंस जाने से खतरा मंडराने लगा है। जिन दो मकानों में दरारें आई हैं, उसमें से एक कौशल्याबाई लामसोंगे की और दूसरा राजकुमारी यादव नामक महिला का है। 

मजदूरों ने काम बंद कर दिया
घटनास्थल से मिली जानकारी के अनुसार, कामठी रोड पर पीली नदी चौक के पास एक प्लॉट पर कार कंपनी के शो-रूम का निर्माणकार्य शुरू है। गुरुवार को कंपनी के तल मंजिल के निर्माणकार्य के लिए पोकलैंड मशीन से मिट्टी की खुदाई का काम शुरू था। इस बीच निर्माणाधीनस्थल के पास बने कौशल्याबाई और राजकुमारी के मकान के सामने की सड़क की मिट्टी धंस गई। यह देख मजदूरों ने काम बंद कर दिया। पोकलैंड मशीन के चालक ने भी कार्य करना बंद कर दिया। दोनों मकानों के परिवार बाहर निकल गए। उन्होंने दमकल विभाग को सूचना दी। दमकल विभाग ने कहा कि कोई दबा तो नहीं है। जब उन्हें यह बताया गया कि सिर्फ सड़क धंस गई है, तो दमकल कर्मियों ने राहत भरी सांस लेते हुए कहा कि किसी को भेजते हैं। गुरुवार शाम तक वहां पर दमकल विभाग का कोई अधिकारी- कर्मचारी नहीं पहुंचा था। 

कंपनी से कोई भी नहीं आया 
कौशल्याबाई ने बताया कि उन्होंने वर्ष 1984 में मकान की जगह खरीदी थीं। तब से वह अपने परिवार के साथ वहां मकान बनाकर रह रही हैं। निर्माणाधीन स्थल पर कंपनी के अधिकारियों को बुलाए जाने की गुजारिश वहां मौजूद कर्मचारी से की गई। देर शाम तक कार शो-रूम कंपनी के न तो अधिकारी पहुंचे थे और न ही कोई कर्मचारी। इस जगह पर कुछ और मकान है, लेकिन कौशल्याबाई और राजकुमारी के मकान शो-रूम कंपनी के सामने बने हुए हैं। 

Created On :   18 May 2018 5:50 AM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story