1 करोड़ 36 लाख का गबन करने वाले सचिव पर मामला दर्ज, गेंद पुलिस के पाले में

Case registered against embezzlement of 1 crore 36 lakh in anuppur
1 करोड़ 36 लाख का गबन करने वाले सचिव पर मामला दर्ज, गेंद पुलिस के पाले में
1 करोड़ 36 लाख का गबन करने वाले सचिव पर मामला दर्ज, गेंद पुलिस के पाले में

डिजिटल डेस्क, अनूपपुर। पुष्पराजगढ़ जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत किरगी में तत्कालीन सचिव फूलचंद मरावी के द्वारा शासन की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत जमकर भ्रष्टाचार किया गया था।  भ्रष्टाचार की शिकायत ग्रामीणों द्वारा जनपद कार्यालय से लेकर संभागायुक्त तक की गई थी। शिकायत के पश्चात 5 सदस्यीय  जांच दल का गठन किया गया और 24 बिन्दुओं की शिकायत की सूक्ष्म जांच  कराई गई। जांच दल ने अपने प्रतिवेदन में उल्लेखित किया था कि सचिव द्वारा एक करोड़ 36 लाख 85 हजार 131 रुपयों का भ्रष्टाचार किया गया है।

सीईओ जिला पंचायत द्वारा इस संबंध में सचिव फूलचंद मरावी को नोटिस भी जारी की गई थी किंतु उसने इस संंबंध में अपना कोई भी पक्ष नहीं रखा। जिसके बाद 8 जून को सचिव को पद से पृथक करने के साथ ही राशि वसूली का आदेश भी जारी किया गया। इस बार भी फूलचंद मरावी ने जिला ंपचायत के आदेश को धता बताते हुए रुपए जमा करने से बचता रहा। 2 अगस्त को राजेन्द्रग्राम थाने में सचिव फूलचंद मरावी के विरूद्ध धोखाधड़ी के मामले में मामला पंजीबद्ध कराया गया।

ग्रामीणों ने की थी शिकायत
सचिव द्वारा भ्रष्टाचार किए जाने की शिकायत ग्रामीणों द्वारा की गई थी। जिसके बाद जांच में खुलासा हुआ कि वर्ष 2014-15 में हरिजन बस्ती पीसीसी रोड निर्माण के साथ ही 44 दुकानों का निर्माण पंचायत द्वारा कराया गया था। जिसका आवंटन सचिव ने रुपए लेकर मनमानी तरीके से कर दिया था। सिर्फ इतना ही नहीं विधायक मद की राशि नाली निर्माण, मरावी ट्रांसपोर्ट, मरावी टे्रवल्स और मरावी हार्डवेयर के नाम पर लाखों रुपयों का फर्जी भुगतान भी सचिव द्वारा किया गया था। सचिव से रुपयों की वसूली के लिए नोटिस भी जारी की गई ङ्क्षकतु उसके द्वारा कोई जवाब नहीं दिया गया।

52 लाख का नहीं मिला हिसाब
ग्रामीणों की शिकायत के बाद जांच दल के द्वारा की गई जांच में यह तथ्य निकलकर सामने आया कि ग्राम पंचायत द्वारा 26 दुकानों को आवंटित किये जाने का उल्लेख पंचायत के कार्यवाही रजिस्टर मे किया है। इन दुकानों से बतौर पगडी दो-दो लाख रूपये भी वसूले गये, किन्तु 52 लाख रूपयों का कोई भी हिसाब कैशबुक में दर्ज नहीं है। इसी तरह साप्ताहिक बाजार क्षेत्र में निर्मित 14 दुकानों की राशि का भी कोई हिसाब-किताब नहीं है। इन 14 दुकानों को आवंटित करने के लिये दुकानदारों से तीन-तीन लाख रूपये लिये जाने की शिकायत भी की गई है। पंचायत के दस्तावेजों में सचिव द्वारा जमकर काटछांट भी की गई है।

बाजार बैठकी का हिसाब नहीं
राजेन्द्रग्राम तहसील मुख्यालय में लगने वाले बाजार में आसपास के ग्रामों से भी व्यापारी आकर अपना व्यापार करते हैं। जिनसे पंचायत के नियमानुसार बैठकी की वसूली की जाती है। वहीं साप्ताहिक बाजार के दिन सैकड़ों की संख्या में दुकानें लगती हैं जिनसे होने वाली  बाजार बैठकी का अब तक कोई भी हिसाब नहीं मिल पाया है। इसी तरह उत्कृष्ट छात्रावास में समतलीकरण का कार्य कराए बिना ही राशि का आहरण कर लिया गया।

मामला हुआ पंजीबद्ध
सचिव फूलचंद मरावी द्वारा गबन की गई राशि को जमा नहीं करने पर 2 अगस्त की शाम खंड पंचायत अधिकारी जनपद पुष्पराजगढ़ जागृति सिंह द्वारा मूल जांच प्रतिवेदन व शिकायत के साथ सचिव पर धारा 409 व धारा 420 के तहत मामला पंजीबद्ध कराया। शिकायत में सचिव द्वारा 1 करोड़ 36 लाख 85 हजार 131 रुपए का गबन किया जाना भी लिखा गया।

इनका कहना है।
सचिव को दोषी पाए जाने पर नियमत: कार्यवाही की गई है। वहीं अब प्राथमिकी भी दर्ज करा दी गई है।

डा. सलोनी सिडाना, सीईओ जिला पंचायत अनूपपुर
सचिव के विरूद्ध धोखाधड़ी का मामला पंजीबद्ध कर जांच की जा रही है।
तिलक सिंह, पुलिस अधीक्षक अनूपपुर

Created On :   4 Aug 2018 1:42 PM GMT

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