चंदा कोचर पर FIR दर्ज करने वाले CBI ऑफिसर का ट्रांसफर, सूचना लीक का आरोप
- CBI इकोनॉमिक ऑफेंस ब्रांच कोलकाता के SP विश्वजीत दास अब सुधांशु की जिम्मेदारी संभालेंगे।
- CBI की बैंकिंग ऐंड सिक्यॉरिटीज फ्रॉड सेल के SP सुधांशु धर मिश्रा का रविवार को ट्रांसफर कर दिया गया।
- सुधांशु का ट्रांसफर झारखंड की राजधानी रांची स्थित CBI इकोनॉमिक ऑफेंस विंग में किया गया है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) की बैंकिंग ऐंड सिक्यॉरिटीज फ्रॉड सेल के SP सुधांशु धर मिश्रा का रविवार को ट्रांसफर कर दिया गया। सुधांशु का ट्रांसफर झारखंड की राजधानी रांची स्थित CBI इकोनॉमिक ऑफेंस विंग में किया गया है। विश्वजीत दास जो CBI इकोनॉमिक ऑफेंस ब्रांच कोलकाता के SP है वह अब सुधांशु की जिम्मेदारी संभालेंगे। सुधांशु वही अधिकारी है जिन्होंने आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व सीईओ चंदा कोचर, उनके पति दीपक कोचर और वीडियोकॉन समूह के एमडी वेणुगोपाल धूत के खिलाफ लोन फ्रॉड मामले में FIR दर्ज की थी। सूत्र बताते हैं कि सूचना लीक करने के आरोप की वजह से अधिकारी का तबादला किया गया है। सुधांशु के अलावा इकोनॉमिक ऑफेंस ब्रांच-IV कोलकाता के SP सुदीप रॉय का भी ट्रांसफर किया गया है। उन्हें CBI इकोनॉमिक ऑफेंस ब्रांच कोलकाता का SP बनाया गया है।
Biswajit Das, SP, CBI Economic Offences Branch in Kolkata has been transferred posted as SP of BankingSecurities Fraud Cell of CBI, Delhi. Sudip Roy, SP, CBI, Economic Offences Branch-IV, Kolkata has been transferred posted as SP, CBI Economic Offences Branch in Kolkata. https://t.co/eq1v3eBgPl
— ANI (@ANI) January 27, 2019
बता दें कि 22 जनवरी को आईसीआईसीआई-वीडियोकॉन मामले में चंदा कोचर, दीपक कोचर, वेणुगोपाल धूत और अन्य के खिलाफ FIR की कॉपी पर सुधांशु धर ने साइन किया था, जिसके बाद 24 जनवरी को महाराष्ट्र में चार ठिकानों पर छापे मारे गए थे। CBI की इस कार्रवाई पर अमेरिका में इलाज करा रहे वित्त मंत्री अरुण जेटली ने फेसबुक पर अपनी नाराजगी जाहिर की थी। जेटली ने कहा था हजारों किलोमीटर दूर बैठा मैं जब आईसीआईसीआई मामले में संभावित लक्ष्यों की सूची पढ़ता हूं तो एक ही बात दिमाग में आती है कि लक्ष्य पर ध्यान देने के बजाय अंतहीन यात्रा का रास्ता क्यों चुना जा रहा है?
चंदा कोचर पर वीडियोकॉन ग्रुप को लोन देने के मामले में अनियमितता बरतने का आरोप लगा है। 2012 में वीडियोकॉन ग्रुप को 3,250 करोड़ रुपए का लोन दिया गया। वीडियोकॉन ग्रुप का ये लोन NPA घोषित कर दिया गया। लोन स्वीकृत करने वाले कंसोर्टियम की कमेटी में चंदा कोचर शामिल थीं। चंदा कोचर पर पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगा। वीडियोकॉन के फाउंडर वेणुगोपाल धूत ने न्यूपावर रिन्यूएबल्स में निवेश किया। न्यूपावर के फाउंडर चंदा कोचर के पति दीपक कोचर हैं। वीडियोकॉन मामले में सेबी ने भी चंदा कोचर को नोटिस दिया था।
Created On :   27 Jan 2019 12:29 PM GMT