CBSE रिएग्जाम से बिगड़ा टाइमटेबल, छात्रों की मुसीबतें बढीं

CBSE Riegzam Dysfunctional TimeTable, Students Troubles
CBSE रिएग्जाम से बिगड़ा टाइमटेबल, छात्रों की मुसीबतें बढीं
CBSE रिएग्जाम से बिगड़ा टाइमटेबल, छात्रों की मुसीबतें बढीं

डिजिटल डेस्क, नागपुर। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन ने 12वीं कक्षा के इकोनॉमिक्स विषय का रि-एग्जाम 25 अप्रैल को आयोजित करने का निर्णय लिया है, लेकिन सीबीएसई के इस फैसले से स्टूडेंट्स की मुसीबतें बढ़ गई है। 22 अप्रैल से विविध पाठ्यक्रमों की प्रवेश परीक्षाएं  भी शुरू हो रही हैं। इसके बीच में 12वीं बोर्ड का यह पेपर डाले जाने से स्टूडेंट्स के सारा टाइम टेबल बिगड़ गया है और उनकी धड़कने बढ़ गई हैं। सीबीएसई द्वारा देशभर में पुनर्परीक्षा के फैसले को चौतरफा विरोध झेलना पड़ रहा है।  नागपुर के 80 से अधिक स्टूडेंट्स के ग्रुप ने केंद्रीय मंत्री नितीन गड़करी से मुलाकात की।

रिएग्जाम का विरोध कर रहे उपराजधानी के स्टूडेंट्स
स्टूडेंट्स ने एक स्वर में रि-एग्जाम का विरोध कर गडकरी से मामले में उनकी मदद करने की अपील की। गडकरी ने उन्हें मदद का भरोसा देते हुए तीन से चार दिन और इंतजार करने को कहा है। स्टूडेंट्स का कहना है कि कि दिल्ली में हुए पेपर लीक प्रकरण का नागपुर या महाराष्ट्र क्षेत्र के विद्यार्थियों से कोई लेना-देना नहीं है। ऐसे में उनसे यह परीक्षा क्यों दिलाई जा रही है, यह समझना कठिन है।

एक के बाद एक है एग्जाम
स्टूडेंट्स के अनुसार, बोर्ड परीक्षाओं के बाद विविध पाठ्यक्रमों की प्रवेश परीक्षाएं शुरू हो रही हैं। 22 अप्रैल को पांच वर्षीय एलएलबी की प्रवेश परीक्षा है, इसके बाद 27 अप्रैल को होटल मैनेजेंट की और मई में क्लेट की परीक्षा है। उधर 17 जून को सीपीटी है, जिसकी ट्यूशन क्लासेस भी शुरू हो गई है। एक के बाद एक होने वाले एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी कर रहे स्टूडेंट अब बीच में ही  25 अप्रैल की एग्जाम से परेशानी में गए हैं। कुल मिलाकर बीएसई की रि-एग्जाम ने उनका सारा शेड्यूल ही पलट कर रख दिया है। स्टूडेंट्स की मांग  है कि 10वीं कक्षा के स्टूडेंट्स की ही तरह उन्हें भी रिएग्जाम नहीं देना है। सीबीएसई को उनकी यह मांग माननी चाहिए। 

Created On :   2 April 2018 9:14 AM GMT

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