फसल नुकसान का जायजा लेने 22 से केन्द्रीय टीम का तीन दिवसीय दौरा

Central team three day visit from 22 to assess crop damage
फसल नुकसान का जायजा लेने 22 से केन्द्रीय टीम का तीन दिवसीय दौरा
फसल नुकसान का जायजा लेने 22 से केन्द्रीय टीम का तीन दिवसीय दौरा

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  बे-मौसम बारिश के कारण नागपुर सहित विदर्भ में फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। नागपुर में ही करीब 54 हजार हेक्टेयर में फसल बर्बाद होने का खुलासा हुआ है। इस नुकसान का जायजा लेने केंद्र सरकार ने टीम भेजने का निर्णय लिया है। केंद्रीय टीम शुक्रवार 22 से 24 नवंबर तक नागपुर सिहत विदर्भ में तीन दिवसीय दौरा करेगी। कृषि और किसान कल्याण विभाग के केंद्रीय संचालक डॉ. आर.पी. सिंह के नेतृत्व में यह टीम नुकसान ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा करेगी। विभागीय आयुक्त डॉ. संजीव कुमार ने उक्त जानकारी दी। गौरतलब है कि बुधवार को ही पूर्व केंद्रीय मंत्री व राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने फसल नुकसान को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दिल्ली में मुलाकात की। उसके त्वरित बाद केंद्रीय टीम के नागपुर सहित विदर्भ दौरे आने की खबर पहुंची। 

किसान बुरी तरह परेशान
फिलहाल नागपुर सहित संपूर्ण राज्य में फसल नुकसान को लेकर किसान परेशान हैं, लेकिन राष्ट्रपति शासन होने की वजह से उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। ऐसे में केंद्रीय टीम के आने से कुछ उम्मीदें जगी हैं। नागपुर जिले में 54 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में फसल बर्बाद होने के चौंकानेवाले आंकड़े सामने आए हैं। सबसे ज्यादा नुकसान कपास व सोयाबीन का हुआ है। जिला प्रशासन की तरफ से इस संबंध में सरकार को रिपाेर्ट भेज दी गई। जिला प्रशासन ने 46 करोड़ 85 लाख रुपए के मुआवजे की मांग सरकार से की है। 5 हजार से ज्यादा हेक्टेयर में संतरे का नुकसान भी इसमें शामिल है। जिले में कुल 1 लाख 19 हजार 385 किसान प्रभावित हुए हैं, जिनका 33 फीसदी से ज्यादा नुकसान हुआ है। जिले में कपास, सोयाबीन, धान व तुअर की फसल ली जाती है। इसके अलावा बागायती में संतरा व मौसंबी का उत्पादन होता है। जिले में सबसे ज्यादा कपास व उसके बाद सोयाबीन का नुकसान हुआ है। 

बारिश की मार जिले में  सवा लाख किसानों पर
मौसम की मार से भारी नुकसान सहने वाले किसानों को नुकसान भरपाई मिलनेवाली है। करीब सवा लाख किसानों पर बारिश की मार पड़ी है। ऐसे में तीन चरणों में इन्हें 46 करोड़ से ज्यादा की राशि वितरित की जाएगी। यह जानकारी जिलाधिकारी रवींद्र ठाकरे ने बुधवार को दी। बाल मजदूर पर रोक लगाने के विषय में आयोजित पत्र परिषद में वह बोल रहे थे। उन्होंने बताया कि पहले चरण में 13 करोड़ रुपए नुकसान भरपाई किसानों को दी जानेवाली है, जिसकी शुरुआत हो गई है। चरणबद्ध तरीके से बाकी किसानों को भरपाई राशि दी जाएगी।

प्रक्रिया शुरू
नागपुर जिले में अक्टूबर माह में हुई बारिश के कारण फसलों को जबर्दस्त नुकसान पहुंचा। सोयाबीन, कपास, धान, ज्वार जैसी फसलें बुरी तरह प्रभावित हुई थी। आंकड़ों की बात करें तो 33 प्रतिशत से ज्यादा की फसल बर्बाद हुई है, जिसमें कपास 34 हजार 848 हेक्टेयर, सोयाबीन 7 हजार 48 हेक्टेयर, धान 1 हजार 151 हेक्टेयर, ज्वार 2 हेक्टेयर, अन्य 1 हजार 164 हेक्टेयर शामिल है। जिले में 88 हजार 243 किसानों की खेती प्रभावित हुई है, जिसमें 22 से ज्यादा किसानों की 33 प्रतिशत से ज्यादा फसल बर्बाद हुई है। फसल नुकसान में संतरा 6 हजार हेक्टेयर से ज्यादा, मौसंबी 800 हेक्टेयर शामिल है। करोड़ रुपए नुकसान भरपाई के रूप में किसानों ने मांगी थी। इसकी रिपोर्ट सरकार को भेजी गई थी। पहले चरण के लिए 13 करोड़ मंजूर होकर आए हैं। उसे किसानों में वितरित करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। 

Created On :   21 Nov 2019 6:10 AM GMT

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