फर्जी हैल्पलाइन नम्बरों की मदद से ठगी - लिंक शेयर कर करते हैं खेल

Cheating with the help of fake helpline numbers - the game is done by sharing links
फर्जी हैल्पलाइन नम्बरों की मदद से ठगी - लिंक शेयर कर करते हैं खेल
फर्जी हैल्पलाइन नम्बरों की मदद से ठगी - लिंक शेयर कर करते हैं खेल

डिजिटल डेस्क जबलपुर। विभिन्न कम्पनियों के इलेक्ट्रानिक व अन्य प्रोडक्ट्स के लिए वेबसाइट पर जो हैल्पलाइन नम्बर दिये जाते हैं उन नम्बरों में भी ठगों ने पैठ बना ली है। उसमें भी फर्जी हैल्पलाइन एड कर लिये गए हैं और इन नम्बरों के जरिये ठगी करने की शिकायतें बढ़ती जा रही हैं। अब तक एक दर्जन से अधिक मामलों में शिकायतें की गई हैं। इन शिकायतों में यही कहा गया है कि जब उन्होंने नेट से हैल्पलाइन का नम्बर  लिया, तो उनसे 50 रुपये की धनराशि रजिस्ट्रेशन के नाम पर जमा कराने को कहा जाता है। उसके बाद उन्हें एक लिंक शेयर करने को कहा जाता है और उसके बाद संबंधित व्यक्ति के खाते से रुपये उड़ा लिये जाते हैं। लिंक शेयर करने से उनका स्क्रीन शॉट भी धोखा धड़ी करने वालों के पास दिखने लगाता है और  उसके बाद वे लोगों को बातों  में लगाकर अन्य जानकारियाँ लेकर उनके खातों से पैसे हड़प लेते हैं। जब व्यक्ति मैसेज देखता है तब तक मामला  हाथ से निकल चुका होता है। 
कई लिंक पता चले 
 जिन लिंकों को शेयर करने के लिए लोगों को कहा जाता है। उनमें इंडिया कार्ट के अलावा कल्चर देवा आदि शामिल हैं। हैल्पलाइन नम्बरों के जरिये किए जाने वाली धोखाधड़ी के एक मामले में विजय नगर निवासी जयेश सावला ने 50 हजार रुपये की ठगी की शिकायत में कहा है कि उसके साथ भी शेयर लिंक करने की बात कहकर तथा रजिस्ट्रेशन  के नाम पर रुपये जमा कराकर ठगी की गई। ठग गिरोह जो कि फर्जी हैल्पलाइन नम्बरों के जरिये धोखाधड़ी कर रहा है उसके लिंक दिल्ली, बैंगलुरु, हरियाणा से जुड़े हुए हैं। 
इनका कहना है
कॉन्टेक्ट अस - लोगों से फर्जी कॉन्टेक्ट नम्बर से बचने के लिए केवल विभिन्न कम्पनियों के  कॉन्टेक्ट अस हैल्प नम्बर पर ही कॉन्टेक्ट करें। इसके साथ ही किसी भी लिंक से शेयर न करें। 
-अंकित शुक्ला, एसपी साइबर क्राइम
 

Created On :   13 Nov 2019 7:35 AM GMT

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