दार्जलिंग बंद से बच्चे निराश, 15 जून से शहर बंद

children are sad from darjling band
दार्जलिंग बंद से बच्चे निराश, 15 जून से शहर बंद
दार्जलिंग बंद से बच्चे निराश, 15 जून से शहर बंद

एजेंसी, दार्जलिंग। पश्चिम बंगाल के इस छोटे से पर्यटन शहर दार्जलिंग के बच्चे इन दिनों बहुत उदास हैं। स्कूल बंद है, इंटरनेट सेवाएं ठप्प हैं और खेल के मैदान बहुत दूर है। 15 जून से शहर बंद है बाजारों की रौनक गायब है। यहां तक कि चिड़ियाघर के जानवर भी बच्चों के बिना उदास हैं। 

पुलिस की अंकल बच्चों को घर से बाहर नहीं जाने देते। घर पर भी मम्मी बाहर जाने से रोकती हैं। 13 साल का विवेक गिरी कहता है 15-16 दिन से नेट कनेक्शन बंद है इसलिए हम फेसबुक और व्हाट्सएप भी नहीं देख पा रहे हैं। हम पूरी दुनिया से कटे हैं। 8 वीं के छात्र रोशन की शिकायत कुछ ऐसी ही है।

देशभर से यहां सैर सपाटे के लिए आने वाले सैलानियों की परेशानी जुदा है। फिर भी घरेलू सैलानी अपने बच्चों के साथ छुट्टियां मनाने बाहर नहीं जा पा रहे हैं क्योकि शहर बंद है। यहां तक की छुट्टियां मनाने अरसे पहले बाहर गए बच्चे भी अभी तक शहर नहीं आएं हैं और उनके दोस्त इस बात से फ़िक्रमंद है कि पहाड़ों पर सुलगती आन्दोलन की आग को देखते हुए उनके दोस्त कभी वापस आएंगे भी या नहीं। बोर्डिंग स्कूलों के बच्चे भी बंद के कारण अपने घर जा चुके हैं। बताया जाता है कि उनके भी दोबारा अपने स्कूलों में दाखिल होने की संभावना कम है क्योंकि नया करिकुलम चालू हो गया।

Created On :   1 July 2017 10:42 AM GMT

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