भारतीय पत्रकारों को बीजिंग ले जाकर चीन ने दिखाया अपनी सेना का खौफ

China has shown the fear of its army by taking Indian journalists to Beijing
भारतीय पत्रकारों को बीजिंग ले जाकर चीन ने दिखाया अपनी सेना का खौफ
भारतीय पत्रकारों को बीजिंग ले जाकर चीन ने दिखाया अपनी सेना का खौफ

डिजिटल डेस्क, बीजिंग। चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने एक बार फिर भारत को डोकलाम में पीछे हटने की चेतावनी दी है। इस बार यह धमकी भारतीय पत्रकारों के चीन दौरे के दौरान दी गई है। भारतीय पत्रकारों के इस दौरे पर चीन ने उन्हें अपनी सेना की ताकत दिखाकर भारत को कड़ा संदेश देने की कोशिश की है।

भारतीय पत्रकारों का यह दौरा चीन सरकार द्वारा प्रायोजित था। इस दौरे में भारतीय पत्रकारों को बीजिंग के बाहरी इलाके में स्थित चीनी सेना के सबसे महत्वपूर्ण प्रशिक्षण केन्द्र ले जाया गया। यहां उन्हें पीएलए के सैनिकों के युद्ध कौशल का एक दुर्लभ प्रदर्शन दिखाया गया। प्रदर्शन में छोटे हथियारों के साथ तेज शूटिंग कौशल , मजबूत आतंकवाद निरोधी ऑपरेशन, लेजर सिमुलेशन और चीनी सेना की अन्य युद्धक और रक्षक तैयारियां शामिल थी। हालांकि ली ने स्पष्ट किया कि इस प्रदर्शन का कोई विशेष संदर्भ वर्तमान में भारत के साथ तनाव से नहीं था।

बीजिंग के बाहरी इलाके में स्थित यह प्रशिक्षण केन्द्र पीएलए अधिकारियों और सैनिकों के सबसे पुराने और सबसे महत्वपूर्ण प्रशिक्षण केंद्रों में से एक है। यह चीनी राजधानी की सुरक्षा के लिए भी ज़िम्मेदार है। लगभग 11,000 सैनिक इस प्रशिक्षण केन्द्र में हमेशा तैनात रहते हैं।

इस दौरान पीएलए के सीनीयर अधिकारी ली ने भारतीय पत्रकारों को  कहा, "आप चीनी सैनिकों के बारे में क्या सोच रहे हैं, इसके बारे में रिपोर्ट कर सकते हैं। मैं एक सैनिक हूं, मैं क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए अपनी पूरी कोशिश करूंगा। हम अपने देश की रक्षा के लिए संकल्पित हैं।" उन्होंने कहा, "भारतीय सेना ने चीनी सीमा का उल्लंघन किया है। और तनाव घटाने के लिए उन्हें डोकलाम से पीछे हटना होगा।

भारत-चीन के बीच तनातनी पर पीएलए के कदमों के सवालों पर ली ने कहा, "पीएलए क्या करेगी यह भारतीय पक्ष की कार्रवाई पर निर्भर करता है। जब आवश्यक हो हम उचित कार्रवाई करेंगे।" हम सीपीसी (चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी) और केंद्रीय सैन्य आयोग (चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की अध्यक्षता में 2.3 मिलियन सेना के हाई कमान) के आदेश का पालन करेंगे। 

Created On :   7 Aug 2017 5:36 PM GMT

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