आतंकी मसूद को बचाने में चीन कामयाब, UN में नहीं घोषित हो सका ग्लोबल टेररिस्ट

आतंकी मसूद को बचाने में चीन कामयाब, UN में नहीं घोषित हो सका ग्लोबल टेररिस्ट

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चीन ने चौथी बार आतंकी मसूद अजहर को ग्लोबल टेररिस्ट की लिस्ट में पहुंचने से बचा लिया है। बुधवार देर रात चीन ने वीटो लगाकर प्रस्ताव को रद्द करवा दिया। चीन ने यूनाइटेड नेशन में कहा कि मसूद अजहर और आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद का आपस में कोई कनेक्शन नहीं है।

चीन का कहना है कि मसूद अजहर के खिलाफ अभी तक कोई सबूत नहीं मिले हैं। बता दें कि संयुक्त राष्ट्र को भारत ने एक डोजियर सौंपा था, जिसमें मसूद के खिलाफ सबूत थे, इस डोजियर में मसूद के आडियो टेप्स थे। भारत ने फ्रांस और अमेरिका के साथ पुलवामा हमले पर कुछ दस्तावेज भी दिए, जिसके बाद भारत को अमेरिका का तगड़ा सपोर्ट मिला।

बता दें कि जैश ए मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर को अंतर्राष्ट्रीय आतंकी घोषित करने के लिए इस बार अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस प्रस्ताव लेकर आए थे। बता दें कि  संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में मसूद को ग्लोबल आतंकी घोषित करने के प्रस्ताव पर आपत्ति दर्ज कराने का बुधवार को आखिरी दिन था। यदि रक्षा परिषद का कोई सदस्य मसूद के नाम पर आपत्ति नहीं जताता तो मसूद को ग्लोबल आतंकी घोषित करने की प्रक्रिया शुरू हो जाती। इससे पहले जर्मनी ने भी भारत को अपना साथ दे दिया था।

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद फ्रांस, ब्रिटेन और अमेरिका ने मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित करने का प्रस्ताव रखा था। पिछले सभी मामलों में चीन इस प्रस्ताव पर "तकनीकी रोक" लगा चुका है।

 

 

 

 

Created On :   13 March 2019 6:48 PM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story