चीन की इकोनॉमी डूबता जहाज, चिंतित कारोबारी छोड़ रहे देश

China’s economy is like a giant ship heading to the precipice
चीन की इकोनॉमी डूबता जहाज, चिंतित कारोबारी छोड़ रहे देश
चीन की इकोनॉमी डूबता जहाज, चिंतित कारोबारी छोड़ रहे देश
हाईलाइट
  • आने वाले दिनों में उनका वापस लौटने का किसी तरह का कोई प्लान भी नहीं है।
  • चीन के शंघाई में रियल एस्टेट डेवलपर के रूप में काम करने वाले चन तियनयॉन्ग माल्टा चले गए हैं।
  • सोशल मीडिया पर 28 पेज का एक आर्टिकल लिखकर चीन छोड़ने के कारणों के बारे में विस्तार से बताया है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। क्या चीन की इकोनॉमी डूबता हुआ जहाज है? क्या चीन के भविष्य को लेकर कारोबारी चिंतित है और इस कारण देश छोड़ रहे हैं? चीन के शंघाई में रियल एस्टेट डेवेलपर के रूप में काम करने वाले चेन तियनयॉन्ग इसी डर से माल्टा चले गए हैं। आने वाले दिनों में उनका वापस लौटने का किसी तरह का कोई प्लान भी नहीं है। उन्होंने सोशल मीडिया पर 28 पेज का एक आर्टिकल लिखकर चीन छोड़ने के कारणों के बारे में विस्तार से बताया है।

चेन ने कहा, "चीन की अर्थव्यवस्था एक विशालकाय जहाज की तरह है, जो कि डूबने की ओर बढ़ रही है। मूलभूत परिवर्तनों के बिना, यह जहाज बर्बाद हो जाएगा और यात्री मर जाएंगे।" उन्होंने  लोगों से आग्रह करते हुए कहा, "मेरे दोस्तों, यदि आप इसे छोड़ सकते हैं, तो कृपया जल्द से जल्द व्यवस्था कर ले।" चेन ने कहा कि वह आखिरकर माल्टा में बस गए है क्योंकि यह गर्म, सुंदर और यूरोपीय संघ का एक सदस्य है, जिसका मतलब है कि वह अन्य देशों की यात्रा करने में सक्षम होंगे। उन्होंने कहा, उद्यमी वर्ग के लिए चीन को छोड़ना कम्युनिस्ट शासन का विरोध करने का सबसे अच्छा तरीका है।

चेन अब अंग्रेजी सीख रहे हैं और धर्म में उनकी रुचि तलाश रहे हैं। चेन ने कहा कि कभी भी उन्होंने अपनी नागरिकता को बदलने पर विचार नहीं किया क्योंकि जीवन पहली पीढ़ी के प्रवासियों के लिए कठिन था। वह केवल अपने परिवार के लिए एक सुरक्षित स्थान खोजना चाहते थे। एक ताजा सर्वे के मुताबिक, चीन के केवल एक तिहाई अमीर ही कहते हैं कि वे चीन के आर्थिक परिदृश्यों को लेकर बहुत आशावादी हैं। दो साल पहले करीब दो तिहाई लोगों ने कहा था कि उनमें बहुत विश्वास है। पूरी तरह विश्वास खो चुके लोगों की संख्या भी 2018 की तुलना में दोगुनी हो गई है और अब करीब 14 फीसदी लोग इस श्रेणी में हैं।

यह स्पष्ट नहीं है कि चीन के भारी सेंसर वाले इंटरनेट से गायब होने से पहले कितने लोगों ने इस लेख को देखा, लेकिन चेन ने सार्वजनिक रूप से वो बात कही जो चीन के कई व्यवसायी निजी तौर पर कह रहे हैं। चीन के नेतृत्व ने दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का कुप्रबंधन किया है, और चीन का उद्यमी वर्ग देश के भविष्य पर विश्वास खो रहा है।

बता दें कि चीन की आर्थिक विकास दर साल 2018 में 6.6 फीसदी रही, जो 28 वर्षों का निचला स्तर है। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष ने कहा है कि 2019 और 2020 में चीन की अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 6.2 प्रतिशत रहने का अनुमान है।

 

Created On :   25 Feb 2019 6:31 PM GMT

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