उपराजधानी में सिटी बस सेवा पूरी तरह बहाल, बवाल पर यूं लगा विराम

City bus service completely restored in nagpur
उपराजधानी में सिटी बस सेवा पूरी तरह बहाल, बवाल पर यूं लगा विराम
उपराजधानी में सिटी बस सेवा पूरी तरह बहाल, बवाल पर यूं लगा विराम

डिजिटल डेस्क, नागपुर। बस कंडक्टर से हुई मार-पीट की घटना से उठा विवाद अब शांत हो गया है। इसके साथ ही सभी 320 स्टार बसें नागपुर की सड़कों पर दौड़नी शुरु हो गई हैं। हालांकि सोमवार को कंडक्टर से मारपीट के दौरान चुप रहने वाले डिपो मैनेजर योगेश नवघरे को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही यह आश्वासन दिया गया कि मारपीट करने वाले पुलिस कर्मचारी पर कार्रवाई की मांग पुलिस आयुक्त से की जाएगी। परिवहन सभापति के आश्वासन के बाद हड़ताल वापस ली गई।


लड़खड़ाई रही बस सेवा 
कंडक्टरों की हड़ताल का परिणाम शहर बस सेवा पर पड़ा। शनिवार से ठप रही बस सेवा सोमवार को भी लड़खड़ाई दिखी। इसके बाद मनपा के परिवहन विभाग ने मामले को सुलझाने का प्रयास किया, तब कहीं जाकर हड़ताल टूटी, लेकिन बस सेवा पूरी तरह मंगलवार से शुरू हो सकी है। 

यह है मामला
कंडक्टर अशोक वालुरकर (45) पर पुलिस कर्मचारी की पत्नी से अशोभनीय व्यवहार करने का आरोप लगा था। जिसपर वालुरकर ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मी ने पत्नी की सूचना पर तथ्यात्मक जानकारी लिए बिना मार-पीट शुरु कर दी। पुलिस स्टेशन में किसी भी तरह की जांच के बिना ही मामला दर्ज कर दिया गया। इसके विरोध में सोमवार को कंडक्टरों ने संविधान चौक में आंदोलन किया था।   

नुकसान भरपाई कैसे ?
लोगों की परेशानियों को देखते हुए सोमवार शाम मनपा प्रशासन ने आनन-फानन में बस सेवा तो शुरू तो करवा दी, लेकिन टिकट वसूली के लिए समुचित व्यवस्था नहीं कर पाई। लिहाजा, कई लोगों ने  नि:शुल्क यात्रा की। इस नुकसान की भरपाई कैसे होगी, यह सवाल बना हुआ है।

Created On :   5 Sep 2017 12:41 PM GMT

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