चंद्रपुर में शीघ्र बांस फाइबर से बनाए जाएंगे कपड़े, जिले में चलाई जाएंगी योजनाएं

Clothes will be made from Bamboo Fiber in Chandrapur, schemes will be run in the district
चंद्रपुर में शीघ्र बांस फाइबर से बनाए जाएंगे कपड़े, जिले में चलाई जाएंगी योजनाएं
चंद्रपुर में शीघ्र बांस फाइबर से बनाए जाएंगे कपड़े, जिले में चलाई जाएंगी योजनाएं

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। जिले में बांस प्लायबोर्ड प्रकल्प व बांस फायबर से कपड़े बनाने का प्रकल्प चलाया जाएगा। राज्य के वित्त, नियोजन तथा वनमंत्री एवं चंद्रपुर के पालकमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने विधान भवन में जलद विकास के लिए उपाय योजना कार्यक्रम अंतर्गत विशेष घोषणाएं कीं। जिसमें चंद्रपुर के लिए कई सौगातें मिली हैं। आने वाले वर्ष तक इनका क्रियान्वयन हो जाएगा। 22  हजार करोड़ से अधिक लागत के इस पैकेज में चंद्रपुर को कई महत्वपूर्ण योजनाएं मिली हैं। जिसमें धान उत्पादक चंद्रपुर जिले के चंद्रपुर, नागभीड़ व ब्रह्मपुरी में 4 ब्राउन राइस प्रोसेसिंग क्लस्टर बनाने की घोषणा का समावेश है।

कृषि प्रक्रिया उद्योग के तहत चंद्रपुर में महिला किसानों द्वारा निर्मित माल को बाजार उपलब्ध करवाने के लिए भी कंपनियां शुरू करने का प्रस्ताव रखा गया है। इससे लगभग 5 हजार लाभार्थियों को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से लाभ मिलेगा। चंद्रपुर में बांस प्लायबोर्ड प्रकल्प व बांस फायबर से कपड़े बनाने का प्रकल्प चलाया जाएगा। वायगांव में हल्दी का प्रकिया उद्योग भी प्रस्तावित है। साथ ही तिलहन-दलहन प्रवर्ग की फसलों की गुणवत्ता व सफाई के लिए मल्टीग्रेन क्लीनिंग ग्रेडिंग मशीन उपलब्ध करवाई जाएगी।

सामूहिक खेती अंतर्गत चंद्रपुर जिले के किसानों का उत्थान करने का भी प्रावधान किया गया है। साथ ही कृषि सूचना केंद्र भी बनाए जाएंगे। इसके अलावा 100 बचत समूह व वहां के 1000 लाभार्थियों को सुधारित देशी प्रजाति के 16 सप्ताह उम्र के 100 कुकुट 50 प्रतिशत अनुदान पर देने की भी योजना बनाई गई है। साथ ही कुक्कुट पालन संबंधी विविध उपक्रम भी चलाए जाएंगे। इसके अलावा क्षेत्र में बकरी पालन क्लस्टर भी बनाया जाएगा। 

मीठे पानी के मत्स्य संवर्धन सबंधी जहां तालाब वहां मछली अभियान व पिंजरा पद्धति से मत्स्य संवर्धन योजना भी चलाई जाएगी। जिलास्तर पर अन्य पिछड़ावर्गीय विद्यार्थियों के लिए स्वतंत्र छात्रावास बनाए जाएंगे। वनों पर आधारित उद्योगों की श्रृंखला में चंद्रपुर जिले में गौण वनोपज, महुआफूल, वनोषधि, आयुर्वेदिक वनस्पति, मधु संकलन व प्रक्रिया केंद्र भी खोला जाएगा। उपरोक्त प्रकल्पों के क्रियान्वयन से निश्चित ही जिले के विकास को और गति मिलेगी। 

Created On :   21 July 2018 12:59 PM GMT

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