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संतों के संस्कारों ने समाज को किया जागृत CM फडणवीस
डिजिटल डेेस्क, गोंदिया । समाज की कुप्रथाओं पर प्रहार कर समाज को जागृत करने का काम संतों ने किया है। संत साहित्य ने समाज को समता के संस्कार देकर समाज में आत्मबल जागृत करने का महत्वपूर्ण कार्य किया है। उक्ताशय के उद्गार मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अर्जुनी मोरगांव के संत चोखोबा नगरी में आयोजित सातवें अखिल भारतीय मराठी संत साहित्य सम्मेलन में विशेष अतिथि के रूप में मार्गदर्शन करते हुए व्यक्त किए। इस अवसर पर मंच पर सम्मेलन अध्यक्ष ह.भ.प. डा. रामकृष्ण महाराज लहवितकर, स्वागताध्यक्ष पालकमंत्री राजकुमार बडोले, विधायक परिणय फुके, संजय पुराम, विजय रहांगडाले, समाज कल्याण विभाग के सचिव दिनेश वाघमारे, समाज कल्याण आयुक्त मिलिंद शंभरकर, जिलाधिकारी अभिमन्यु काले, बार्टी के महासंचालक कैलाश कनसे, पूर्व विधायक हेमंत पटले, सप्तखंजरी वादक प्रबोधनकार सत्यपाल महाराज, बाबा महाराज राशनकर, माधव महाराज शिवनीकर, प्रशांत महाराज ठाकरे, महादेव बुवा शहबाजकर उपस्थित थे।
समाज को बचाने का काम संतों ने किया
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आगे कहा कि संतों ने अपने कर्म एवं ज्ञान से समाज में अपना स्थान बनाया। इसीलिए सारा समाज संतों के सामने नतमस्तक होता है। 11 वें से 17वें शतक तक अपनी संस्कृति पर लगातार बाहरी आक्रमण हुए। इन आक्रमणों से समाज को बचाने का कार्य वारकरी संतों ने किया। वारकरी संप्रदाय में अंधश्रद्धा के लिए कोई स्थान नहीं है। लोगों में आत्मविश्वास निर्माण करने का काम संतों ने किया है। वे कभी भी आत्म केंद्रित नहीं रहे। उन्होंने सारे विश्व को अपना परिवार माना।
सत्यपाल महाराज को मुख्यमंत्री ने किया सम्मानित
कार्यक्रम में सप्त खंजरी वादक सत्यपाल महाराज को संत चोखामेला पुरस्कार, मुख्यमंत्री के हाथों प्रदान किया गया। यह पुरस्कार दिए जाने का यह प्रथम वर्ष है। पुरस्कार के रूप में उन्हें ५१ हजार रुपए का धनादेश, स्मृतिचिह्न एवं सम्मान पत्र दिया गया। स्वागताध्यक्ष राजकुमार बडोले ने अपने संबोधन में कहा कि संतों एवं डा. बाबासाहब आंबेडकर ने समाज में समता निर्माण करने का प्रयास किया। संतों ने समता एवं बंधुत्व का संदेश गांव-गांव तक पहुंचाया। व्यसनमुक्त समाज एवं समता का संदेश लेकर सत्यपाल महाराज कार्य कर रहे हैं। संत चोखामेला के नाम से शुरू किया गया यह प्रथम पुरस्कार उन्हें दिया जा रहा है।
गोंदिया में राइस पार्क घोषित करने की मांग
राज्य सरकार द्वारा जनता के कल्याण के लिए अनेक निर्णय लिए जा रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से जिले में वर्ग 2 की जमीन को वर्ग 1 में परिवर्तित करने एवं गोंदिया में राइस पार्क घोषित करने का निर्णय लेने की मुख्यमंत्री से मांग की। साथ ही ओलावृष्टि से पीडि़त किसानों को मदद करने, धान को प्रति क्विंटल 200 रुपए बोनस घोषित करने एवं नवेगांवबांध, प्रतापगढ़ तथा चुलबंध पर्यटन स्थलों के विकास के लिए 5-5 करोड़ रुपए की निधि उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में सत्यपाल महाराज ने भी अपने विचार व्यक्त किए। प्रास्ताविक वारकरी साहित्य परिषद के अध्यक्ष विट्ठल पाटील ने किया। संचालन रेणुका देशकर ने एवं आभार प्रदर्शन बार्टी के महासंचालक कैलाश कनसे ने किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।
Created On :   17 Feb 2018 12:33 PM GMT