धान उर्पाजन के लिए जिला स्तरीय समिति गठित, कलेक्टर ने की समीक्षा

Collector made district level committee for paddy procurement
धान उर्पाजन के लिए जिला स्तरीय समिति गठित, कलेक्टर ने की समीक्षा
धान उर्पाजन के लिए जिला स्तरीय समिति गठित, कलेक्टर ने की समीक्षा

डिजिटल डेस्क,सतना। कलेक्टर नरेश पाल ने खरीफ विपणन वर्ष 2017-18 में समर्थन मूल्य पर धान उर्पाजन की कार्रवाई एवं अन्य विषयों पर निर्णय लेने हेतु जिला स्तरीय समिति गठित की है। गठित समिति को जिले में उपार्जन कार्य की शासन के निर्देशानुसार समय में की जाने वाली समस्त कार्रवाई एवं व्यवस्थाओं को समय-सीमा में पूर्ण किए जाने की निगरानी करते हुए विभिन्न विषयों से संबंधित निर्णय, कार्रवाई पर निगरानी एवं समीक्षा से अवगत कराने का दायित्व सौंपा गया है।  समिति में अपर कलेक्टर को समिति का अध्यक्ष तथा जिला सूचना अधिकारी एनआईसी, उप संचालक कृषि एवं किसान कल्याण, लीड जिला प्रबंधक, जिला आपूर्ति अधिकारी, उप पंजीयक, सहायक पंजीयक सहकारी संस्थाएं, जिला प्रबंधक मप्र स्टेट सिविल सप्लाई कॉर्पोरेशन, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला सहकारी केंद्र बैंक, जिला विपणन अधिकारी मार्कफेड, जिला प्रबंधक वेयर हाउसिंग एण्ड लाजि.कार्पो. जिला प्रबंधक भारतीय खाद्य निगम तथा निरीक्षक नापतौल को सदस्य नियुक्त किया गया है। 

भावातंर योजना के लिए भी होगा पंजीयन
खरीफ विपणन वर्ष 2017-18 में धान उर्पाजन के लिए नवीन किसानों का पंजीयन 11 सितंबर से 11 अक्टूबर तक किया जाएगा। इसके साथ ही पुराने किसानों के पंजीयन में संशोधन एवं डाटा सत्यापन का कार्य 10 सितंबर को किया जाएगा। राजस्व अमला पुराने पंजीयन की जानकारी का मौका मिलान एवं सत्यापन कार्य 29 सितंबर तक पूर्ण करेगा। इस बारे में जानकारी देते हुए कलेक्टर नरेश पाल ने गुरूवार को धान उपार्जन से संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक लेकर उपार्जन के पंजीयन की तैयारियों की समीक्षा की तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस मौके पर जिला आपूर्ति अधिकारी केके सिंह, उप संचालक कृषि आरएस शर्मा, महाप्रबंधक केन्द्रीय बैंक, सहकारिता, नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारी भी उपस्थित थे। कलेक्टर ने किसानों को भावांतर योजना के बारे में भी जानकारी देने के लिए संबंधित अधिकारियों को विशेष प्रचार-प्रसार अभियान संचालित करने के निर्देश दिए हैं। 

कब क्या होगा ?
सॉफ्टवेयर का प्रशिक्षण- 10 सितबंर ।
उपार्जन केंद्रों का निर्धारण- 12 सितबंर तक ।
केन्द्रों का भौतिक सत्यापन- 20 अक्टूबर।
गुणवत्ता नियंत्रण प्रशिक्षण -30 अक्टूबर।
नवीन पंजीयन-सत्यापन 30 अक्टूबर तक।
ज्वार-बाजरा उपार्जन-  2 से 30 नवंबर तक।
धान उपार्जन- 15 नवंबर से 15 जनवरी 2018 तक।
पुराने पंजीयन में संशोधन एवं डाटा सत्यापन- 9 अक्टूबर।
 

Created On :   8 Sep 2017 3:49 AM GMT

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