सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में पड़ा है ताला, डेढ़ साल पहले हो चुका है तैयार

Community Health Center is closed since one and a half years
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में पड़ा है ताला, डेढ़ साल पहले हो चुका है तैयार
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में पड़ा है ताला, डेढ़ साल पहले हो चुका है तैयार

डिजिटल डेस्क डिण्डौरी। वर्ष 2015-16 में लगभग पौने दो करोड़ रूपए की लागत से तैयार हुए 100 बिस्तरों वाले उपस्वास्थ्य केन्द्र विक्रमपुर में बिजली, पानी की व्यवस्था न होने से लोकार्पण के एक साल बाद भी इसमें ताला लटका हुआ है। स्वास्थ्य केन्द्र के प्रारंभ न होने से आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों को स्वास्थ्य सुविधा का  लाभ नहीं मिल पा रहा है। जिसे लेकर उन्होंने आक्रोश जताया है। बताया जाता है कि निर्माणाधीन भवन जो कि मुख्य सड़क से लगभग एक किलोमीटर की दूरी पर तैयार किया गया है वहां पर व्यवस्थाएं न होने के कारण स्वास्थ्य कर्मी भी वहां नहीं जाना चाह रहे है। यहां मुख्य रूप से पानी की समस्या विकराल है वहीं बिजली की व्यवस्था भी नहीं की जा सकी है। इस संबंध में अधिकारियों का कहना है कि बिजली, पानी की समस्या को लेकर प्राकलन तैयार कर भोपाल मुख्यालय को भी भेजा जा चुका था और वहां से हाल ही में विद्युत राशि के नाम पर लगभग पांच लाख रूपए की स्वीकृति मिली है। इसके अलावा नलजल योजना भी तैयार कर पीएचई को भेजी गई है। वैसे स्वास्थ्य विभाग के लिए टेण्डर भोपाल से ही काल किए जाएंगे और जल्द ही यहां व्यवस्थाएं पूरी कर ली जाएगी। बताया जाता है कि भोपाल से हुई स्वीकृति के बाद स्वास्थ्य विभाग की जरूरतों को अप्रैल माह तक पूरा किया जा सकता है और उसके बाद नवनिर्मित भवन में उपचार व्यवस्था प्रारंभ कर दी जाएगी। वैसे जिले में चिकित्सकों की कमी है। ऐसे हालात में इस 100 बिस्तर वाले स्वास्थ्य केन्द्र में व्यवस्थाएं बनाने में कुछ और समय भी लग सकता है। जिसके लिए अधिकारिक स्तर पर प्रयास किए जा रहे है।
टूट रहे खिड़की दरवाजे
बताया जाता है कि वर्ष 2017-18 के दौरान खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र विक्रमपुर का लोकार्पण किया था। इस दौरान यह संभावना बताई जा रही थी कि जल्द ही स्वास्थ्य केन्द्र प्रारंभ हो जाएगा, लेकिन बिजली, पानी की समस्या के चलते यहां ताला जड़ा हुआ है। लगभग एक साल के दरमियान सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के खिड़की दरवाजे भी रख-रखाव के अभाव में टूटने लगे है। जिनकी स्थितियां बाहर से देखने में ही नजर आ रही है। ग्रामीणों का कहना है कि करोड़ों की लागत से बने इस स्वास्थ्य केन्द्र में व्यवस्था होने तक एक कर्मचारी की नियुक्ति की जाना थी जो कि स्वास्थ्य केन्द्र की देखभाल करता और स्वास्थ्य केन्द्र भी जर्जर होने से बच सकता था।
एक्स-रे मशीन पहुंची
स्वास्थ्य केन्द्र में जहां बिजली और  पानी की समस्या के कारण ताला जड़ा हुआ है वहीं यहां पर एक्स-रे मशीन भी पहुंचा दी गई जिसका कोई औचित्य नहीं है। यहां अधिकारियों का कहना है कि निकट भविष्य में स्वास्थ्य केन्द्र को खोला जाना है जिसे लेकर वहां पर सभी व्यवस्थाएं की जा रही है। यहां उच्चाधिकारियों से भी स्वास्थ्य केन्द्र की व्यवस्थाओं को लेकर चर्चा की जा रही है।
नहीं रहते कर्मी
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का पुराना भवन यहां कार्यरत है, लेकिन वहां भी महीनों से कर्मचारी मौजूद नहीं रहते है जिसके कारण लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पाता और बे या तो शहपुरा भटकते है या फिर जिला अस्पताल डिण्डौरी की ओर कूच करते है। जिससे ग्रामीणें को परेशानी हो रही है।
इनका कहना है
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र विक्रमपुर में बिजली, पानी की समस्या थी। जहां प्राकलन तैयार कर शासन को भेजा गया। जिसे मंजूरी मिल चुकी है और जल्द ही यहां बिजली, पानी के लिए टेण्डर लगाए जाएंगे। संभावना है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अप्रैल माह तक प्रारंभ हो जाएगा। यहां पर नल जल व्यवस्था के लिए नर्मदा से पाइप लाइन बिछाई जाना प्रस्तावित है।
डॉ आर.के. मेहरा, सीएमएचओ जिला चिकित्सालय डिण्डौरी

 

Created On :   27 Dec 2017 7:33 AM GMT

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