'महाराष्ट्र में किसानों की हालत सबसे खराब, किसानों का दर्द नहीं सुन रही मोदी सरकार'

condition of farmers in Maharashtra is worst in india : congress
'महाराष्ट्र में किसानों की हालत सबसे खराब, किसानों का दर्द नहीं सुन रही मोदी सरकार'
'महाराष्ट्र में किसानों की हालत सबसे खराब, किसानों का दर्द नहीं सुन रही मोदी सरकार'

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस ने मोदी सरकार को किसान विरोधी बताते हुए कहा है कि किसान मुंबई की सड़कों पर आंदोलन कर रहे हैं और प्रधाममंत्री नरेन्द्र मोदी वाराणसी में नौका विहार करने में मशगूल हैं। पार्टी ने कहा है कि मोदी सरकार के गठन के बाद देश में किसानों की आत्महत्या 41 प्रतिशत बढ़ी है। इसमें सबसे खराब स्थिति महाराष्ट्र के किसानों की है, जहां पिछले वर्ष कर्ज के जाल में फंसे 2,414 किसानों ने अपनी जान दी है।

किसानों का मसला संसद में उठाएगी कांग्रेस

कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने यहां कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और वित्त मंत्री अरूण जेटली किसानों की आय बढ़ाने के नाम पर लगातार झूठे आश्वासन दे रहे हैं। किसान आंदोलन को पार्टी का समर्थन जारी करते हुए उन्होने बताया कि यह मसला संसद के दोनों सदनाें में कांग्रेस पुरजोर तरीके से उठाएगी। उन्होने आरोप लगाया कि मोदी सरकार किसानों के लिए घड़ियाली आंसू तो बहाती है लेकिन असल में फायदा बिचौलियों को पहुंचाती है।

कर्जमाफी के नाम पर किसानों के साथ हुआ मजाक

महाराष्ट्र की फड़णवीस सरकार ने जून 2017 में 89 लाख किसानों से कर्ज माफी का वादा किया था, लेकिन एक षड़यंत्र के तहत किसानों से आधार लिंक्ड ऑनलाइन आवेदन मंगाने के नाम पर लगभग 30 लाख किसानों को इस कर्ज माफी योजना के लाभ से वंचित कर दिया। महाराष्ट्र में 3,64,358 आदिवासी पट्टों के आवेदन में से सरकार ने 2,31,856 पट्टे निरस्त कर दिए। इस मौके पर सुरजेवाला ने भाजपा सांसद पूनम महाजन द्वारा किसानों को नक्सली बताने और मुख्यमंत्री फड़णवीस द्वारा किसानों को आदिवासी कहकर खारिज करने की आलोचना की और कहा कि भाजपा का मूल चरित्र ही किसान विरोधी है।

Created On :   12 March 2018 6:07 PM GMT

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