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महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश की समन्वय बैठक जल्द
डिजिटल डेस्क, नागपुर। पेंच प्रकल्प में जल भंडार घट रहा है। MP के चौरई बांध (माचाबोरा डैम) के कारण यह स्थिति बनी है। MP को अधिक लाभ मिल रहा है। नागपुर जिले व आसपास के क्षेत्रों में कृषि सिंचाई के लिए पानी की कमी होती है। साथ ही पेयजल संकट बना रहता है। राज्य सरकार ने इस मामले पर गंभीर होते हुए MP सरकार के साथ समन्वय बैठक लेने का निर्णय लिया है।
चौरई बांध संबंधी मामले पर चर्चा के लिए भूतल परिवहन मंत्री नितीन गडकरी भी उपस्थित रहेंगे। नागपुर जिले में जलसंवर्धन का व्यापक कार्यक्रम चलाया जाएगा। शुक्रवार को मुंबई मंत्रालय में सीएम देवेंद्र फडणवीस, ऊर्जामंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, विधायक मलिकार्जुन रेड्डी, पूर्व विधायक आशीष जायसवाल, मुख्य सचिव सुमित मलिक, अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रवीण परदेशी, ऊर्जा सचिव अरविंद सिंह, महानिर्मिति के व्यवस्थापक संचालक बिपिन श्रीमाली, नगर विकास प्रधान सचिव मनीष म्हैसकर, जल संपदा विभाग के सचिव उपस्थित थे।
दो माह में दें आवश्यक अनुमति
सीएम ने पेंच प्रकल्प के संबंध में दो माह में उपाय योजना के संदर्भ में प्रकल्प रिपोर्ट तैयार कर आवश्यक अनुमति देने का निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। उन्होंने कहा है कि प्रकल्प के लिए आवश्यक निधि का प्रावधान कर दिसंबर में होनेवाले विधानमंडल के शीतसत्र में पूरक मांग रखें। कोराडी, खापरखेड़ा विद्युत प्रकल्प के लिए भांडेवाड़ी व नाग नदी का पानी एसटीपी के माध्यम से इस्तेमाल किया जाएगा। नाग नदी का पानी गोसीखुर्द बांध में नहीं छोड़ने का भी निर्णय लिया गया।
सीएम ने कहा कि नाग नदी का पानी लिफ्ट करके पेंच के दाएं कैनल में छोड़ना होगा। भंडारा जिले में वैनगंगा नदी व सूर नदी में बैरेज निर्माण करके पेंच के बाये कैनल में पानी छोड़ने के लिए प्रकल्प तैयार करने काे भी कहा गया। सीएम ने नागपुर जिले में माइक्रो इरिगेशन को गति देने का निर्देश दिया। गोसीखुर्द बांध का पानी एनटीपीसी मौदा के बजाय पेंच प्रकल्प में इस्तेमाल करने के संबंध में प्रस्ताव तैयार करने के भी निर्देश दिए गए।
यह है स्थिति
1964 के अनुबंध के अनुसार पेंच प्रकल्प से MP को 35 TMC व महाराष्ट्र को 30 TMC पानी मिलता है। पानी में कटौती होने से MP को 24.77 व महाराष्ट्र को 20.93 TMC पानी मिलता है। फिलहाल MP अनुबंध की शर्तों से अधिक पानी का इस्तेमाल कर रहा है। तोतलाडोह बांध से चौरई बांध तक 70.51 किमी दूरी तक MP शासन ने 10 बांध बांधकर पानी रोक रखा है। 1 जून 2017 से 31 अगस्त 2017 तक केवल 235 दलघमी पानी आया है। पेंच व नवेगांव खैरी मिलाकर 234 दलघमी पानी का भंडार उपलब्ध है।
Created On :   2 Sep 2017 12:56 PM GMT