आतंकवाद का समर्थन करने वालों को सयुंक्त राष्ट्र प्रमुख की चेतावनी

Country that supports terrorism will pay high price: UN chief Antonio Guterres
आतंकवाद का समर्थन करने वालों को सयुंक्त राष्ट्र प्रमुख की चेतावनी
आतंकवाद का समर्थन करने वालों को सयुंक्त राष्ट्र प्रमुख की चेतावनी

टीम डिजिटल, नई दिल्ली. आंतंकवाद का समर्थन करने वाले देशों को संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस ने चेतावनी दी है. एंटोनियो ने चेतावनी देते हुए कहा कि जो भी देश आतंकवाद का समर्थन करेगा उसको इसकी बड़ी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. वह गुरुवार को काबुल पहुंचे थे. जहां पर उन्होंने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी और देश के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अब्दुल्ला अब्दुल्ला के साथ द्विपक्षीय बैठक कीं. संयुक्त राष्ट्र प्रमुख से जब संवाददाताओं ने उन दस्तावेजों और सबूतों के बारे में पूछा, जो अफगानिस्तान सरकार ने आतंकवाद का वित्त पोषण करने और संसाधन मुहैया करवाने में पाकिस्तान की भागीदारी के संबंध में जमा करवाए हैं. तो इस पर गुटेरेस ने कहा, 'यह सयुंक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद की क्षमता से संबंधित क्षेत्र हैं. महासचिव के तौर पर अब मेरा काम यह है कि मैं दोनों देशों के बीच सहयोग को बढ़ाने के लिए अपनी मध्यस्थता कार्यालयों का इस्तेमाल करूं ताकि आतंक के खतरे से हम सब मिलकर निपट सकें.'

गुटेरेस ने कहा कि कजाकिस्तान की राजधानी में उन्होंने प्रधानमंत्री शरीफ से मुलाकात की थी. उनका उद्देश्य दोनों देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने की हरसंभव कोशिश करना है ताकि आतंक के खतरे से वे मिलकर निपट सकें. उन्होंने कहा, 'यह बेहद जरूरी है, न केवल दोनों देशों के लिए बल्कि पूरी दुनिया के लिए. अफगानिस्तान में हमने भयावह आतंकी हमले देखे, जैसा कि अभी काबुल में हुआ था, पाकिस्तान में भी भयानक आतंकी हमले देखे और पूरी दुनिया में आतंकी हमले देखे. अब समय आ गया है कि हम आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हो जाएं और संयुक्त राष्ट्र का महासचिव होने के नाते यह मेरा लक्ष्य भी है.'

सयुंक्त राष्ट्र प्रमुख से अफगानिस्तान में विद्रोही समूहों को मदद देने वाले देश ईरान और चीन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने ऐसे दावों को अस्वीकार करते हुए कहा, 'मैं इन आरोपों से सहमत नहीं हूं. हालांकि उन्होंने कहा, देश और दुनिया में अगर कोई देश आतंकवाद का समर्थन करेगा तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. आतंकवाद को बढ़ावा देना गलत है इसका समर्थन करने पर इसकी भारी कीमत चुकानी होगी, उस देश को अपने यहां भी आतंक का सामना करना होगा.'

Created On :   16 Jun 2017 9:53 AM GMT

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