बंगाल में फंड की कमी से जूझ रही CPM, किराए पर देना पड़ा पार्टी ऑफिस

बंगाल में फंड की कमी से जूझ रही CPM, किराए पर देना पड़ा पार्टी ऑफिस

डिजिटल डेस्क, कोलकाता। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPM) इन दिनों अपने ही गढ़ पश्चिम बंगाल में फंड की कमी से जूझ रही है। हालत यह हो गई है कि उसे अपना ही पार्टी दफ्तर किराए पर देना पड़ा है। बता दें कि CPM ने बर्धवान जिले में गुसकारा स्थित पार्टी दफ्तर को पांच साल के लिए किराए पर दिया है। लगातार सत्ता से बाहर रहने के चलते आई फंड की कमी के कारण पार्टी को यह कदम उठाना पड़ा है।

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पार्टी ने 15 हजार रुपए महीना किराये पर दो मंजिला इमारत को एक व्यवसायी को दी है। CPM नेताओं से जब इस बारे में पूछा गया तो जवाब मिला कि इन दिनों राज्य में पार्टी के दफ्तरों को चलाने में बड़ी कठिनाई आ रही है। पार्टी को फंड की भारी कमी से जूझना पड़ रहा है। इसलिए स्थानीय और मंडलीय समितियों को इकट्ठा करके पार्टी के संगठन में बदलाव किए गए हैं। CPM नेताओं ने यह भी बताया कि अब केवल एक स्थानीय समिति जिला समिति के अंतर्गत रह गई है, जिसे देखते हुए यह तय किया गया कि फंड के लिए पार्टी के दफ्तर को किराए पर दे दिया जाए।
 

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गुसकारा स्थित पार्टी दफ्तर को किराए पर दिए जाने के बाद यहां देवी-देवताओं की तस्वीरें लगा दी गई हैं। आसपास के लोगों के अनुसार, ऑफिस के बाहर पहले कार्ल मार्क्स, लेनिन, मुजफ्फर अहमद और ज्योति बसु की तस्वीरें लगी हुई थी।

बता दें कि जिस दफ्तर को किराये पर दिया गया है, वह आसग्राम विधानसभा का हिस्सा है। यह विधानसभा क्षेत्र एक समय कम्युनिस्ट पार्टी का मजबूत गढ़ हुआ करता था। इस विधानसभा पर 1971 से 2016 तक CPM का कब्जा था। 2016 में यहां तृणमूल कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी।

Created On :   9 Feb 2018 1:15 PM GMT

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