बाढ़ से संकट : 10 जिलों की 70 तहसीलें प्रभावित, उद्धव बोले- ऐसे समय कैसे आ सकती है दिमाग में चुनाव की बात

Crisis due to floods : 70 tehsils of 10 districts affected
बाढ़ से संकट : 10 जिलों की 70 तहसीलें प्रभावित, उद्धव बोले- ऐसे समय कैसे आ सकती है दिमाग में चुनाव की बात
बाढ़ से संकट : 10 जिलों की 70 तहसीलें प्रभावित, उद्धव बोले- ऐसे समय कैसे आ सकती है दिमाग में चुनाव की बात

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश के 10 जिलों से बाढ़ प्रभावित 4 लाख 48 हजार नागरिकों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। इसमें कोल्हापुर के 2 लाख 45 हजार और सांगली के 1 लाख 59 हजार नागरिकों का समावेश है। बाढ़ के कारण कोल्हापुर, सांगली, सातारा, ठाणे, नाशिक, पालघर, रत्नागिरी, रायगड और सिंधुदुर्ग जिले की 70 तहसीलें प्रभावित हुई हैं। बाढ़ के चपेट में 761 गांव हैं। राज्य में बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए 372 अस्थायी आश्रय केंद्र शुरू किए गए हैं। यहां पर लोगों को अत्यावश्यक सुविधाओं के साथ इलाज के लिए चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। राज्य आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ की ओर से यह जानकारी दी गई। रविवार को मुख्यमंत्री ने मंत्रालय में आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के नियंत्रण कक्ष में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा बैठक की। आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के अनुसार राज्य भर में राष्ट्रीय और राज्य आपदा प्रबंधन दल की 32 टीमें तैनात हैं। इसके अलावा थलसेना, नौसेना और कोस्ट गार्ड के 105 बचाव टीमें कार्यरत हैं। सबसे अधिक बाढ़ प्रभावित कोल्हापुर में 54 और सांगली में 51 टीमें मदत काम में लगी हुई हैं। इसके अलावा नागपुर, पुणे, मुंबई, ठाणे, पालघर,सिंधुदुर्ग, नाशिक, धुलिया में भी टीमें राहत काम में जुटी हुई हैं। बाढ़ प्रभावित जिलों में 226 नावों के माध्यम से नागरिकों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया जा रहा है। 

ग्रीन कॉरिडॉर के जरिए भेजी गई 12 टीमें 

मुंबई के कलिना व लायन गेट से ग्रीन कॉरिडॉर करके सांगली में बाढ़ के कारण फंसे हुए नागरिकों की सुरक्षा और सहायता के लिए 12 टीमों को भेजा गया है। भारतीय वायु सेना, नौसेना और तटरक्षक बल के जवान मुंबई, गोवा, हूबली, पुणे, बंटिडा, भुवनेश्वर और विशाखापट्टनम से हवाई मार्ग से हेलिकॉप्टर व विमानों से मदत सामग्री लेकर कोल्हापुर और सांगली में पहुंचे हैं। बुधवार को वायु सेना और नौसेना के 11, गुरुवार को 14 और शुक्रवार को 16 बार विमान और हेलिकॉप्टर को दोनों जिलों में उतारा गया था। 

कोल्हापुर में जानवरों को अस्थायी चारा छावनियों में स्थनांतर

कोल्हापुर में बाढ़ के कारण बड़े पैमाने पर पशुधन भी प्रभावित हुए हैं। जिले की पांच तहसीलों के 4 हजार 120 जानवरों को अस्थायी चारा छावनियों में ले जाया गया है। जबकि 5 हजार जानवरों को पशुपालकों ने अपने रिश्तेदारों के यहां पर रखा है। कोल्हापुर के  जिला पशुसंवर्धन अधिकारी डॉ. विनोद पवार ने यह जानकारी दी। पशुसंवर्धन विभाग के अनुसार कोल्हापुर में 100 से अधिक छोटे और बड़े जानवरों और 6 हजार मुर्गियों की मौत हुई है। 

राज्य में बाढ़ का भीषण संकट, किसी के दिमाग में चुनाव की बात कैसे आ सकती है - उद्धव ठाकरे 

उधर शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे के प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीख आगे बढ़ाने की मांग पर तंज कसा है। उद्धव ने कहा कि प्रदेश में बाढ़ के कारण संकट बहुत भीषण है ऐसी स्थिति में चुनाव की बात किसी के दिमाग में कैसे आ सकती है यह मुझे समझ में नहीं आता। रविवार को उद्धव ने पार्टी की ओर से शिवसहायता ट्रक रवाना किया। इस ट्रक में कोल्हापुर और सांगली के बाढ़ प्रभावितों के लिए जीवनावश्यक वस्तुएं और वैद्यकीय मदद भेजी गई। दादर स्थित शिवसेना भवन में पत्रकारों से बातचीत में उद्धव ने कहा कि कर्नाटक सरकार की ओर से अलमट्टी बांध का पानी नहीं छोड़ने को लेकर जो भी सत्य बात होगी वह बात में सामने आ जाएगी। कर्नाटक सरकार दुर्भाग्य से बांध का पानी नहीं छोड़ने का पाप कर रही होगी तो उसकी सच्चाई बात में सामने आ ही जाएगी। कोल्हापुर और सांगली में आई बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने के सवाल पर उद्धव ने कहा कि मैं शब्दों के खेल में उलझना नहीं चाहता। हमारी प्राथमिकता बाढ़ प्रभावितों की मदत करने है। बाढ़ से निपटने के लिए जो भी संभव है सरकार को वो करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोल्हापुर, सांगली और सातारा में बारिश और बाढ़ की स्थिति नियंत्रण में आती नजर आ रही है। लेकिन अब खानदेश में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। उद्धव ने कहा कि वातावरण में लगातार बदलाव हो रहा है। इसलिए राज्य में बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए ठोस व्यवस्था बनाने की जरूरत है। उद्धव ने कहा कि बाढ़ प्रभावितों के लिए कौन क्या कर रहा है यह देखने की अपेक्षा हम क्या कर सकते हैं इस पर ध्यान देने की जरूरत है। इस समय किसी को राजनीति किए बिना सभी लोगों को माताओं और बहनों के साथ मजबूती से खड़ा रहना चाहिए। क्योंकि बाढ़ के कारण परिस्थिति काफी भयानक हो गई है। ऐसा लग रहा है कि बादल फट गया है और संकट हम पर आ पड़ा है। इस स्थिति से जल्द से जल्द बाहर निकलने की कोशिश की जा रही है। शिवसेना के कोल्हापुर और सांगली के सांसद, विधायक और मंत्री लगातार मदत काम में जुटे हैं। शिवसेना नेता व प्रदेश के उद्योग मंत्री सुभाष देसाई ने कहा कि राज्य के 10 जिलों की 64 तहसीलें बाढ़ से प्रभावित हैं। पार्टी की ओर से फिलहाल पांच दस्ते रत्नागिरी और सातारा में भेजे गए हैं। दूसरी ओर युवा सेना अध्यक्ष आदित्य ठाकरे ने ठाणे से 100 डॉक्टरों की टीम को कोल्हापुर और सांगली में महा स्वास्थ्य शिविर आयोजित करने के लिए रवाना किया।  

Created On :   11 Aug 2019 1:38 PM GMT

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