30 लाख की नकदी से भरा एटीएम का कैश बॉक्स उखाड़ ले गए बदमाश 

Crooks uprooted ATM cash box filled with 30 lakh cash
30 लाख की नकदी से भरा एटीएम का कैश बॉक्स उखाड़ ले गए बदमाश 
30 लाख की नकदी से भरा एटीएम का कैश बॉक्स उखाड़ ले गए बदमाश 

डिजिटल डेस्क सतना। जिले के अमरपाटन में बीती रात अज्ञात बदमाश एसबीआई के एक एटीएम बूथ का सेफ बोल्ट (कैश बॉक्स) उखाड़ ले गए। इस कैश बॉक्स में तकरीबन 30  लाख रुपए की नकदी थी। अज्ञात आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा-380 के तहत अपराध कायम किया गया है। पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल ने आशंका जताई कि वारदात में किसी अंतरराज्यीय गैंग का हाथ हो सकता है। बदमाशों की तलाशी के लिए साइबर के अलावा पुलिस की 2 अलग-अलग पार्टियां बनाई गई हैं। इस एटीएम के मेंटीनेंस का जिम्मा एफएसएस (फाइनेंशियल साफ्टवेयर एंड सिस्टम्स) के पास है। एफएसएस के डिवीजनल चैनल मैनेजर आशीष शर्मा को बूथ में एरर का एसएमएस रात तकरीबन 1 बज कर 46 मिनट पर मिला था। जाहिर है, वारदात को इसी वक्त अंजाम दिया गया। खबर पर डीआईजी अविनाश शर्मा ने भी शुक्रवार को घटना स्थल का निरीक्षण किया।  
स्कार्पियो से टोचन कर बूथ से खींच ली मशीन 
माना जा रहा है कि बीती रात तकरीबन डेढ़ बजे अज्ञात बदमाशों ने अमरपाटन में सतना रोड स्थित एसबीआई के एटीएम बूथ की सेफ बोल्ट (कैश बॉक्स) को मजबूत रस्से से बगैर नंबर की सफेद रंग की स्कार्पियो से बांधा और तेजी के साथ गाड़ी आगे बढ़ा दी। लगभग ढाई क्ंवटल वजन की मशीन को बदमाश स्कार्पियो की मदद से लगभग 400 मीटर तक खींच ले गए। मशीन इतनी ताकत से खींची गई थी कि बूथ का गेट भी टूट कर बाहर आ गया। 30 लाख की नकदी से भरा कैश बॉक्स लेकर बदमाश किधर गए, इस बात का पता नहीं चल पाया है। घटना स्थल का निरीक्षण करने के बाद एसपी ने भी माना कि एटीएम बूथ रिजर्व बैंक आफ इंडिया के तय पैमाने पर स्थापित नहीं था। नियमों के तहत किसी भी एटीएम बूथ को 6 फिट की कांक्रीट से स्थापित किया जाना चाहिए था। मगर, ये बूथ महज 12-12 इंच के आधा दर्जन नट से कसी थी। एटीएम बूथ में गार्ड की भी ड्यूटी नहीं थी।   
 सीसीटीवी कैमरों पर ब्लैक कलर का स्प्रे 
वारदात में शामिल गिरोह किस कदर पेशेवर था इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि कैश बॉक्स को स्कार्पियो से टोचन कर निकालने से पहले बदमाशों ने बूथ पर लगे दोनों सीसीटीवी कैमरों पर ब्लैक कलर के स्प्रे कर दिए थे। इसी वजह से दोनों कैमरे बेकाम हो गए थे। जानकारों ने बताया कि एटीएम के सेफ बोल्ट में ही सीसीटीवी कैमरों का डीवीआर होता है। जिसमें रिकार्डिग होती है। सेफ बोल्ट बदमाशों के हाथ लगने के बाद अब रिकार्डिंग भी बदमाशों के ही पास है। इन्हीं जानकारों ने ये भी बताया कि किसी भी एटीएम के सेफ बोल्ट को मौके पर ही गैस कटर से काटना आसान नहीं होता है, क्योंकि सेफ बोल्ट को बनाने में प्रयुक्त इस्पात  सेल (स्टील अथारिटी आफ इंडिया) के तय मापदंडों पर आधरित होता है।  
 एक दिन पहले डाली गई थी 23 लाख की रकम 
 बैंक सूत्रों ने बताया कि घटना के एक दिन पहले ही अमरपाटन में सतना रोड स्थित एसबीआई के एटीएम बूथ में 23 लाख रुपए की रकम की फीडिंग की गई थी। जबकि पहले से ही इसमें 6 लाख 55 हजार रुपए की राशि का बैलेंस था। माना रहा है कि अज्ञात बदमाशों ने  लगभग 29 लाख 55 हजार 400 रुपए की रकम पार कर दी है। पुलिस इस तथ्य का भी पता लगा रही है कि कहीं बड़ी रकम की फीडिंग में शामिल किसी कर्मचारी के तार इस गिरोह से तो जुड़े हुए नहीं हैं? आशंका इस तथ्य की भी ज्यादा है कि वारदात में शामिल गिरोह का संबंध हरियाणा से भी हो सकता है? 
संदिग्ध स्थितियों में देखी गई थी स्कार्पियो 
पुलिस की पूछताछ में ये तथ्य सामने आया है कि बीती रात डेढ़ बजे से दो बजे के बीच जिस स्कार्पियों से एटीएम मशीन को बांध कर उखाड़ा गया। वही स्कार्पियो सतना रोड स्थित घटनास्थल पर रात पौने 12 बजे से सक्रिय हो गई थी। पुलिस ने स्कार्पियों की तस्दीक के लिए इलाके के सीसीटीवी फुटेज भी तलब किए हैं। माना जा रहा है कि वारदात में प्रयुक्त स्कार्पियो बगैर नंबर की थी। एसपी श्री इकबाल के निर्देश पर अमरपाटन के थाना प्रभारी राजेन्द्र मिश्रा ने घटना स्थल से संबंधित 10 दिन के सीसीटीवी फुटेज के साथ बैंक मैनेजर को तलब किया है। आशंका है कि पेशेवर गिरोह ने इस वारदात को अंजाम देने के लिए कम से कम 10 दिन तक रैकी की थी। 
 

Created On :   28 Sep 2019 9:03 AM GMT

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