40 फीट ऊंचाई पर दो दिन से मांजे में फंसा था कौआ , अग्निशमन विभाग ने रेस्कयू निकाला

Crow was trapped in two days at 40 feet height, fire department rescue
40 फीट ऊंचाई पर दो दिन से मांजे में फंसा था कौआ , अग्निशमन विभाग ने रेस्कयू निकाला
40 फीट ऊंचाई पर दो दिन से मांजे में फंसा था कौआ , अग्निशमन विभाग ने रेस्कयू निकाला

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  शुक्रवार की सुबह कुछ पक्षी मित्र की मदद से अग्निशमन विभाग ने 40 फीट ऊंचाई पर मांजे में फंसे एक कौए को रेस्कयू कर निकाला। जिससे उसकी जान बच सकी है। लगभग एक घंटे तक चले इस रेस्कयू को देखने के लिए लोगों भी भारी भीड़ रास्ते पर जमा हो गई । मांजे में फंसा कौआ दो दिन से इसी अवस्था में रहने से लहूलुहान हो गया था। ऐसे में पक्षीमित्र ने उसका इलाज कर उसे अपने साथ रख लिया है।

बता दें कि मेडिकल के डेंटल अस्पताल के सामने एक नीम का विशालकाय पेड़ है।  अक्सर  यहां पतंग आकर अटक जाती है। समय अनुसार भले ही पतंग न दिखे लेकिन नॉयलॉन के मांजे वर्षों तक पेडों में उलझे पड़े रहते हैं। इसी तरह एक मांजा इस पेड़ की ऊंचाई पर अटका था। जहां दो दिन पहले एक कौआ जाकर फंस गया  मांजा कौए की गर्दन से लेकर पंखों में फंस गया था। जिससे वह जितने तेजी से निकलने की कोशिश करता उतना ही मांजे में कसता जा रहा था। वह काफी चिल्लाता रहता था। ऐसे में मेडिकल में काम करनेवाले एक सिक्युरीटी गार्ड की इस पर नजर गई। उसने इसकी जानकारी पक्षीमित्र स्वप्निल बोधाने और सोनू मंडपे को दी। सुबह 10 बजे दोनों तुरंत यहां पहुंचे। ऊंचाई काफी ज्यादा होने से उन्हें फायर विभाग की मदद लगी। ऐसे में उन्होंने अग्निशमन विभाग से मदद मांगी। विभाग ने तुरंत एक गाड़ी यहां भेजी। जिसके बाद गाड़ी के ऊपर चढ़कर कुछ कर्मचारियों ने बांस की मदद से बड़ी ही सावधानी से कौए को निकाला। हालांकि कौआ काफी घायल था। उसे ऐसे ही छोड़ने पर वह जिंदा नहीं रह सकता था। ऐसे में उसका प्राथमिक उपचार कर उसे पक्षीमित्र ने ठीक होने तक पास में रखा है। कुछ दिनों बाद उसे इसी परिसर में लाकर मुक्त किया जाएगा।::

अग्निशमन विभाग का सकारात्मक रवैया  
नागपुर शहर में गत एक वर्ष में कई बार पक्षियों को बचाने रेस्कयू हुए हैं। जिसमें अग्निशमन विभाग ने हर बार सकारात्मक भूमिका सामने रखी है। घटना की जानकारी मिलते ही टीम द्वारा यहां पहुंचकर मांजे में फंसे पंछियों को आजाद किया जाता है। इससे पहले उल्लू से लेकर कई प्रजाति के पक्षियों  की इसी तरह जान बचाई गई है।

Created On :   29 Nov 2019 10:04 AM GMT

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