कोराडी में श्री महालक्ष्मी जगदम्बा को दैनिक भास्कर ने चढ़ाया विशेष भोग

Dainik Bhaskar offered special bhog to Shri mahalaxmi jagdamba of koradi
कोराडी में श्री महालक्ष्मी जगदम्बा को दैनिक भास्कर ने चढ़ाया विशेष भोग
कोराडी में श्री महालक्ष्मी जगदम्बा को दैनिक भास्कर ने चढ़ाया विशेष भोग

डिजिटल डेस्क, कोराडी/नागपुर। श्री महालक्ष्मी जगदम्बा संस्थान कोराडी में चैत्र नवरात्रोत्सव पर दैनिक भास्कर परिवार की ओर से मां जगदंबा की भोग आरती के बाद विशेष नैवेद्य (हलवा ,पुड़ी व चना) चढ़ाया गया। पश्चात यह प्रसाद श्रद्धालुओं को वितरित किया गया। प्रसाद ग्रहण करने श्रद्धालुओं की भारी भीड़ लगी रही। साथ ही चैत्र नवरात्र पर कोराड़ी में मां के दर्शनार्थ भी भक्तों की काफी भीड़ लग रही है।

मां को प्रसाद चढ़ाने हुई भोग आरती
कोराड़ी मंदिर में श्री महालक्ष्मी जगदंबा को भोग चढ़ाने भोग आरती की गई। मंदिर के अध्यक्ष एड. मुकेश शर्मा, सेक्रेटरी व पुजारी केशव फुलझले सहित भास्कर परिवार के सदस्य इस अवसर पर उपस्थित थे। बता दें कि गुढ़ी पाड़वा के दिन घट स्थापना के साथ प्रारंभ हुए नवरात्रोत्सव में  ऊर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने पुजारियों के मंत्रोच्चार के बीच अखंड ज्योति प्रज्वलित की।

गणेश मंदिर में लगता है प्रतिवर्ष महाभोग
दैनिक भास्कर ने जब से नागपुर में पदार्पण किया है तब से टेकड़ी गणेश मंदिर में प्रतिवर्ष महाभोग लगाता आ रहा है।  विशेष कारीगरों द्वारा बनाए जाने वाले लड्‌डू महाभोग की खुद मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस तारीफ कर चुके हैं।  समाज के प्रति अपने दायित्व को दैनिक भास्कर हमेशा ही निभाता आया है।

 

 

पालकमंत्री बावनकुले ने की ज्योति प्रज्वलित
ज्योति प्रज्वलन के समय उनके साथ सांसद कृपाल तुमाने, मंदिर कमेटी के अध्यक्ष मुकेश शर्मा, सचिव केशवराज फुलझेले, अजय विजयवर्गीय, बाबूराव भोयर, सुशीला मंत्री, दयाराम तड़स्कर उपस्थित थे। मंदिर में मंगलवार और बुधवार को लक्ष्मीयाग होगा। गुरुवार 22 मार्च को दोपहर 12.30 बजे लक्ष्मीयाग की पूर्णाहुति होगी। दोपहर 1 से 4 बजे तक माता का गोंधल व रात 8 बजे सुंदरकांड का पाठ होगा। लक्ष्मीयाग, श्रीकृष्ण गोविंद आर्वीकर शास्त्री के पौराहित्य में होगा। 23 मार्च को रात 8.30 से 10.30 बजे तक कीर्तन व भजन होंगे। 24 मार्च को रात 8 बजे महापूजा व महाआरती (गुप्त पूजा) होगी। शक्तिरूपेण मां का हर रूप निराला है।

नवरात्र के तीसरे दिन होती है मां चंद्रघंटा की पूजा
नवरात्र के नौ दिनों में मां को नौ रूप की महिमा का वर्णन होता है और श्रद्धालु श्रद्धा-भाव से पूजा-अर्चना और उपासना करते हैं। चैत्र नवरात्र के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा-अर्चना की जाती है। यह स्वरूप मां का तीसरा स्वरूप है। मां का यह तीसरा स्वरूप बेहद खूबसूरत और आकर्षक है। मां के माथे पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र है, इसलिए इन्हें चंद्रघंटा कहा जाता है।देवी का यह स्वरूप परम शांतिदायक और कल्याणकारी है।


ऐसी मान्यता है कि मां चंद्रघंटा की उपासना करने से भक्त आध्यात्मिक और आत्मिक शक्ति प्राप्त करता है। पूरे विधि-विधान से मां की उपासना करने वाले भक्त को संसार में यश, कीर्ति और सम्मान की प्राप्ति होती है। मां चंद्रघंटा की कृपा से साधक को सारे पाप और बाधाओं से मुक्ति मिलती है। इनकी आराधना फलदायी होती है। मां भक्तों के कष्ट का निवारण शीघ्र ही कर देती हैं। इनका उपासक सिंह की तरह पराक्रमी और निर्भय हो जाता है। इनके घंटे की ध्वनि सदा अपने भक्तों की प्रेतबाधा से रक्षा करती हैं।

Created On :   20 March 2018 7:57 AM GMT

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