पहली बार पैरा एथलीट को 'खेल रत्न', 17 खिलाड़ियों को मिलेगा 'अर्जुन अवॉर्ड'

Devendra won the title of  Khel Ratna  for the first time in 26 year
पहली बार पैरा एथलीट को 'खेल रत्न', 17 खिलाड़ियों को मिलेगा 'अर्जुन अवॉर्ड'
पहली बार पैरा एथलीट को 'खेल रत्न', 17 खिलाड़ियों को मिलेगा 'अर्जुन अवॉर्ड'

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नेशनल स्पोर्ट्स डे के अवसर पर 29 अगस्त को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति भवन में खिलाड़ियों को सम्मानित करने वाले हैं। इस दौरान राष्ट्रपति पैराएथलीट देवेंद्र झाझरिया और हॉकी टीम के पूर्व कप्तान को सबसे बड़े खेल पुरस्कार "राजीव गांधी खेल रत्न" से नवाजा जाएगा। 26 साल में ये पहला मौका होगा जब रियो पैरालंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर आए देवेंद्र झाझरिया को "खेल रत्न" अवॉर्ड दिया जाएगा। इसके साथ हॉकी टीम के पूर्व कप्तान सरदार सिंह को भी इस बार खेल रत्न से सम्मानित किया जाएगा। खेल रत्न के लिए ओलंपिक इयर में एक से ज्यादा खिलाड़ियों को चुना जा सकता है, लेकिन बाकी सालों में एक ही खिलाड़ी को चुना जाता है। इस बार ये अवॉर्ड दोनों को संयुक्त रूप से दिया जाएगा। 

26 साल बाद किसी पैरा एथलीट को "खेल रत्न"

"राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड" की शुरुआत 1991-92 से हुई। तब से लेकर आज तक किसी भी पैरा एथलीट को खेल रत्न से सम्मानित नहीं किया गया है। इस सम्मान को पाने वाले राजस्थान के रहने वाले देवेंद्र झाझरिया पहले पैरा एथलीट होंगे। इनके अलावा इस साल हॉकी के पूर्व कैप्टन सरदार सिंह को भी इससे सम्मानित किया जाएगा। 17 सालों में भी ये पहली बार है जब हॉकी में किसी को खेल रत्न दिया जा रहा है। इससे पहले 2000 में हॉकी टीम के पूर्व कप्तान धनराज पिल्लई को इस अवॉर्ड से नवाजा गया था।  

रियो में देवेंद्र ने जीता था "गोल्ड"

पिछले साल हुए रियो पैरालंपिक में देवेंद्र झाझरिया ने जैवलीन थ्रो (भाला फेंक) में गोल्ड मेडल जीता था। इससे पहले वो 2004 में हुए एथेंस पैरालंपिक में भी गोल्ड मेडल जीत चुके हैं। इससे पहले देवेंद्र ने इंटरनेशनल पैरालंपिक कमिटी (आईपीसी) की 2013 वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड और 2015 की चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता था। 

8 साल की उम्र में कट गया था हाथ

बताया जाता है कि जब देवेंद्र 8 साल के थे, तो उस दौरान वो एक पेड़ पर चढ़ने की कोशिश कर रहे थे। इस कारण वो एक इलेक्टिक केबल की चपेट में आ गए। जिससे वो बेहाश हो गए। इसके बाद डॉक्टरों को मजबूरी में उनका लेफ्ट हैंड काटना पड़ा था। डॉक्टरों ने कहा था कि अब देवेंद्र सामान्य जिंदगी नहीं जी पाएंगे। 

सरदार ने 16 साल बाद दिलाया था "गोल्ड"

सरदार सिंह की कप्तानी में भारत ने 2014 में इंचियोन में हुए एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीता था। ये गोल्ड भारत ने 16 साल बाद हासिल किया था। सरदार को 2008 में हॉकी टीम का कैप्टन बनाया गया था। सरदार का नाम उस समय विवादों में आ गया जब एक भारतीय मूल की ब्रिटिश हॉकी प्लेयर ने उनपर यौन शोषण का आरोप लगाया था। फिलहाल सरदार सिंह हरियाणा पुलिस में DSP हैं। 

अर्जुन अवॉर्ड के लिए भी 17 खिलाड़ियों को चुना गया

खेल में दिए जाने वाले अर्जुन अवॉर्ड के लिए इस बार क्रिकेट की तरफ से चेतेश्वर पुजारा और महिला क्रिकेट टीम की प्लेयर हरमनप्रीत कौर को भी चुना गया है। इन दोनों के अलावा पैरालंपिक में वरुण भाटी और मरियपन्न थंगोवलू, बास्केटबॉल में प्रशांती सिंह, गोल्फ में एसएसपी चौरसिया, फुटबॉल में ओनम बेमबेम, टेनिस में साकेत मिनैनी, बैडमिंटन में वीजे सुरेखा, एथलेटिक्स में खुशबीर कौर और ओरोकिया राजीव, हॉकी में एसवी सुनील, कुश्ती में सत्यव्रत कादियान, टेबल टेनिस में एंथोनी अमलराज, शूटिंग में पीएन प्रकाश, कबड्डी में जसवीर सिंह और बॉक्सिंग में देवेंद्रो सिंह को चुना गया है। 

इन दो कोच को दिया जाएगा "द्रोणाचार्य अवॉर्ड"

कोचिंग के क्षेत्र में मिलने वाले द्रोणाचार्य अवॉर्ड से इस बार एथलेटिक्स से डॉ. रामकृष्णन गांधी को मरणोपरांत जबकि कबड्डी से हीरानंद कटारिया को सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा जीएसएसवी प्रसाद को बैडमिंटन में, बृजभूषण मोहंती को मुक्केबाजी में, पीए रफेल को हॉकी में, संजय चक्रवर्ती को निशानेबाजी में और रोशन लाल को कुश्ती में लाइफटाइम द्रोणाचार्य अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा।

ध्यानचंद अवॉर्ड से तीन लोगों को मिलेगा सम्मान

हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले मेजर ध्यानचंद के सम्मान में दिए जाने वाले ध्यानचंद अवॉर्ड से इस साल तीन लोगों को सम्मानित किया जाएगा। जिसमें भूपेंद्र सिंह (एथलेटिक्स), सैयद शाहिद हकिम (फुटबॉल) और सुमरई टेटे (हॉकी) शामिल हैं। 

अब तक किस-किसको मिला है खेल रत्न? 
 
1991-92 : विश्वनाथ आनंद (चेस)
1992-93 : गीत सेठी (बिलियर्ड्स)
1993-94 : होमी मोटीवाल और पुष्पेंद्र कुमार (याचिंग)
1994-95 : कर्नम मलेश्वरी (वेटलिफ्टिंग)
1995-96 : नमेरक्पम कुंजारानी (वेटलिफ्टिंग)
1996-97 : लिएंडर पेस (टेनिस)
1997-98 : सचिन तेंदुलकर (क्रिकेट)
1998-99 : ज्योति मोई सिकदर (एथलेटिक्स)
1999-2000 : धनराज पिल्लई (हॉकी)
2000-01 : पुलेला गोपीचंद (बैडमिंटन)
2001 : अभिनव बिंद्रा (शूटिंग)
2002 : केएम बीनामोल (एथलेटिक्स) और अंजली भागवत (शूटिंग)
2003 : अंजू बॉबी जॉर्ज (एथलेटिक्स)
2004 : राज्यवर्धन सिंह राठौर (शूटिंग)
2005 : पंकज आडवाणी (बिलियर्ड्स)
2006 : मानवजीत सिंह सिंधु (शूटिंग)
2007 : महेंद्र सिंह धोनी (क्रिकेट)
2008 : किसी को नहीं
2009 : मैरी कॉम (बॉक्सिंग, वुमेन), विजेंदर सिंह (बॉक्सिंग) और सुशील कुमार (रेसलिंग)
2010 : साइना नेहवाल (बैडमिंटन)
2011 : गगन नारंग (शूटिंग)
2012 : विजय कुमार (शूटिंग) और योगेश्वर दत्त (रेसलिंग)
2013 : रोंजन सोढी (शूटिंग)
2014 : किसी को नहीं
2015 : साइना मिर्जा (टेनिस)
2016 : पीवी सिंधु (बैडमिंटन), दीपा कर्माकर (जिमनास्टिक), जीतू राय (शूटिंग) और साक्षी मलिक (रेसलिंग)


 

Created On :   4 Aug 2017 8:06 AM GMT

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