श्राद्ध पक्ष में राशि के अनुसार कुण्डली के पितृ दोष का करें निवारण

Dharm: Measures of Pitra Dosh in your kundali in Shradh Paksha
श्राद्ध पक्ष में राशि के अनुसार कुण्डली के पितृ दोष का करें निवारण
श्राद्ध पक्ष में राशि के अनुसार कुण्डली के पितृ दोष का करें निवारण

डिजिटल डेस्क। पितृ श्राद्ध पक्ष 24 सितंबर 2018 से 9 अक्टूबर 2018 तक पितृ देव को प्रसन्न करने के 16 दिन हैं। पितृमोक्ष अमावस्या पर आप कुछ खास उपाय कर के परेशानियों से निदान पा सकते हैं। इस उपाय से बिगड़े सभी काम बन सकते हैं। किसी भी व्यक्ति की जन्मकुंडली में पितृ दोष तब बनता है जब उनके मृत परिजन की आत्मा अतृप्त रह गई हो या उनके क्रियाकर्म में किसी प्रकार की त्रुटि या कमी रह गई हो। पितृ दोष के कारण उस व्यक्ति को उसके जीवन में अनेक प्रकार की कठिनाइयां आती रहती हैं और वो जीवन में तरक्की नहीं कर पाता बल्कि हर दिन एक नई समस्या सामने आती रहती है। 

श्राद्ध पक्ष के ये ऐसे दिन हैं जब पितृ के लिए तर्पण, श्राद्ध, दान करके प्रार्थना स्वरुप निवेदन कर पितृ दोष को शांत किया जा सकता है। यदि आपके जीवन में बार-बार परेशानियां या कार्य में रुकावटें आ रही हैं तो संभव है आपकी जन्मकुंडली में पितृ दोष बना हुआ है और यदि आपको पता नहीं है कि आपको पितृ दोष है या आपकी कुंडली नहीं है तो भी कोई बात नहीं, आप अपनी चन्द्र राशि के अनुसार पितृ दोष निवारण के उपाय कर दोष का निवारण कर सकते हैं। 

 

आइए जानते हैं क्या हैं वो उपाय? 

ये उपाय आपको अपनी चंद्र राशि अर्थात आपके नाम के प्रथम अक्षर के आधार पर जो राशि बन रही है उसके अनुसार करना है।

 

मेष राशि :- 

मेष राशि के जातक श्राद्ध पक्ष के समय में रांगे की धातु से बना सिक्का जल प्रवाहित करें। साथ ही श्राद्ध पक्ष में प्रतिपदा के दिन अपने परिजनों के नाम से गरीबों अपाहिजों को भोजन करवाएं। एवं श्राद्ध पक्ष आरंभ होते ही लाल कपड़े में सवा किलो मसूर की दाल बांधकर अपने घर या अपनी दुकान में रखें। इस दाल को श्राद्ध पक्ष समाप्त होने के बाद गंगा या किसी नदी या कुंड में विसर्जित कर दें। 

 

वृषभ राशि :- 

वृषभ राशि के जातक श्राद्धपक्ष में किसी भी दिन बटुकभैरव मंदिर में जाकर दही-गुड़ का भोग लगाएं और अपने पितृ के नाम से 21 बच्चों को भोजन कराकर उन्हें सफेद वस्त्र भेंट करें। गंगा या अन्य किसी भी पवित्र नदी का जल किसी मटके या पात्र में लेकर उसे सफेद कपड़े से ढंककर श्राद्ध पक्ष में अपने घर या कार्य क्षेत्र में रखे, श्राद्ध पक्ष समाप्त होने पर इस जल को तुलसी में चढ़ा दें, शीघ्र ही स्थाई सफलता मिलनी शुरू हो जाएगी।

 

मिथुन राशि :- 

मिथुन राशि के जातक पितृ के नाम से श्राद्ध पक्ष में किसी भी दिन पक्षियों को बाजरे का दाना खिलाएं। उनके लिये जल का प्रबंध करें और संभव हो तो किसी सार्वजनिक स्थान पर पानी की प्याऊ लगवाएं। एक कांसे का बर्तन हरे कपड़े में बांधकर अपने घर या प्रतिष्ठान में पूर्व की दिशा में रखे, अच्छी सफलता के योग बनेगें। 

 

कर्क राशि :- 

कर्क राशि के जातक को पितृ दोष से मुक्ति के लिए श्राद्धपक्ष के किसी भी दिन 400 ग्राम साबूत बादाम बहते जल में प्रवाहित करें। शिव जी का दूध से अभिषेक करें और गरीबों अपाहिजों को दूध चावल से बनी खीर बांटें। चांदी का एक सिक्का तांबे के बर्तन में पानी में डालकर घर या कार्य स्थल के पूर्व दिशा में रखें, और श्राद्ध पक्ष समाप्त होने पर इस सिक्के को किसी ब्राह्मण को दान कर दें इस उपाय से स्थाई सफलता प्राप्त होगी।

 

सिंह राशि :- 

सिंह के राशि के जातकों की कुंडली में पितृ दोष लगा हुआ है या किसी भी कार्य में बाधा आ रही तो वे जातक श्राद्ध पक्ष में गरीबों को यथाशक्ति सूखे अनाज का दान करें और उन्हें पीले रंग के वस्त्र भेंट करें। स्वयं प्रतिदिन तुलसी के पौधे में जल चढ़ाएं। एवं एक कटोरी में सैंधा नमक भरकर उसे अपने घर या व्यवसाय क्षेत्र में पूर्व दिशा में रखें, श्राद्ध समाप्त होने पर इस नमक को किसी चौराहे पर डाल दें।

 

कन्या राशि :- 

कन्या राशि के जातक पूरे श्राद्ध पक्ष में सुंदरकांड का पाठ करें और अंतिम दिन सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या के दिन गरीब,अपाहिजों और अनाथों को भोजन और वस्त्र भेंट करें। विशेषकर अपाहिजों को भोजन अवश्य करवाएं। एक कटोरी में कपूर को डूबोकर अपने कार्यस्थल या निवास के पूर्व दिशा में रखें, इससे लाभ प्राप्त होगा।

 

तुला राशि :- 

तुला राशि के जातक पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए दूध-चावल से बनी खीर और नमकीन चावल गरीबों में बांटें और सात  गरीब कन्याओं को चप्पल और छाता भेंट करें। चांदी का एक सिक्का लेकर उसे बर्तन में पानी डालकर घर या कार्य स्थल के पूर्व दिशा में रखें, श्राद्ध समाप्त होने पर इस सिक्के को किसी ब्राह्मण को दान दें।

 

वृश्चिक राशि :- 

वृश्चिक राशि के जातक पितृ के नाम से पांच गरीबों को दो रंग का कंबल या गर्म वस्त्र दान करें। उन्हें भोजन करवाएं या भरपेट भोजन करने जितना पैसा दान दें। श्राद्ध पक्ष में प्रतिदिन गाय को हरा चारा खिलाएं। पक्षियों के दाना-पानी की व्यवस्ता करें| एवं एक कटोरी में सैंधा नमक भरकर उसे अपने घर या व्यवसाय क्षेत्र में पूर्व दिशा में रखें, श्राद्ध समाप्त होने पर इस नमक को किसी चौराहे पर डाल दें।

 

धनु राशि :- 

धनु राशि के जातक पक्षियों के दाना-पानी की व्यवस्था करें। गाय को चारा खिलायें या गौशाला में चारा भेंट करें। पितृ के नाम से किसी जल तीर्थ स्थान में लाचारों को भोजन करवाएं। एवं पीले कपड़े में कोई भी धार्मिक पुस्तक लपेटकर अपने घर या कार्य क्षेत्र में रखें, श्राद्ध समाप्त होने पर इस पुस्तक को किसी ज्ञानी को भेंट कर दें। 

 

मकर राशि :- 

मकर राशि के जातक पितृदोष से मुक्ति के लिए श्राद्ध पक्ष में प्रतिदिन स्नान के जल में गंगाजल डालकर स्नान करें। और किसी शनि मंदिर में जाकर दृष्टिहीन और अपाहिज बच्चों या बड़ों को भोजन करवाएं। एवं नारियल के तेल में काले तिल और एक नारियल पर काला धागा बांधकर उन दोनों को अपने घर या कार्य स्थल के पूर्वी कोने में रखें, श्राद्ध समाप्त होने पर इसे किसी चौराहे पर डाल दें, मनवांछित लाभ की प्राप्ति होगी।

 

कुंभ राशि :- 

कुंभ राशि के जातक पितृदोष के निवारण के लिए 11 श्रीफल लेकर पित्रों के नाम से यदि नाम पता हो तो उनके नाम लेते हुए एक-एक श्रीफल बहते जल में प्रवाहित करें नाम नही भी पता हो तो ये उपाय विष्णु जी के 11 नाम लेते हुये करें। पवित्र नदी में स्नान करने के बाद वही पर गरीबों को किनारे पर बैठाकर भोजन अवश्य करवाएं। एवं एक कांसे का बर्तन हरे कपड़े में बांधकर अपने घर या प्रतिष्ठान में पूर्व की दिशा में रखे, शानदार सफलता के योग बनेंगे। 

 

मीन राशि :- 

मीन राशि के जातक श्राद्ध पक्ष के किसी भी दिन गाय जिसका हाल ही में बच्चा हुआ हो उसे हरा चारा खिलाएं। संभव हो तो गौ दान भी किया जा सकता है। और गरीबों को दूध या मावे से बनी भोजन सामग्री भेंट करें। एवं 21 सिक्के पीले कपड़े में बांधकर अपने घर या कार्य स्थल के उत्तर पूर्व के कोने में रखें और श्राद्ध समाप्त होने पर इन सिक्कों को किसी ब्राह्मण या संत को दान दें, धन का विशेष लाभ होगा।

Created On :   25 Sep 2018 3:28 AM GMT

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