डायरिया का बढ़ा प्रकोप- 20 दिनों में 15 हजार मरीज पहुंचे अस्पताल

Diarrhea increased, 15000 patients reach hospital in 20 days
डायरिया का बढ़ा प्रकोप- 20 दिनों में 15 हजार मरीज पहुंचे अस्पताल
डायरिया का बढ़ा प्रकोप- 20 दिनों में 15 हजार मरीज पहुंचे अस्पताल

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। तेज तपन और गर्म हवाओं के थपेड़े बढ़ने के साथ सन स्ट्रोक और डायरिया के मरीजों में इजाफा हुआ है। धूप की लपटों की चपेट में आकर लोग सन स्ट्रोक के शिकार हो रहे है। वहीं दूषित पानी और बासे भोजन के सेवन से डायरिया के मरीज बढ़े है। जिला अस्पताल के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो महज बीस दिनों में लगभग 15 हजार मरीज अस्पताल पहुंच चुके है। इनमें अधिकांश मरीज डायरिया, मौसमी बुखार और सन स्ट्रोक (लू) के है। मरीजों की इतनी ही संख्या शहर के निजी क्लीनिकों में भी देखी जा सकती है।

मौसम का प्रभाव
मेडिकल विशेषज्ञ डॉ.एमपी यादव ने बताया कि अचानक से मौसम में आए बदलाव और दूषित पानी व बांसे भोजन के सेवन से लोग डायरिया का शिकार हो रहे है। इस भीषण गर्मी में दो से तीन घंटे बाद भी भोजन खाने योग्य नहीं रह जाता। इस वजह से हर किसी को ताजा भोजन करना चाहिए। इसी तरह सन स्ट्रोक की वजह से बीमार मरीज भी बढ़ रहे है।

जानलेवा हो सकती है पानी की कमी
सन स्ट्रोक के मरीज को ठंड लगने के साथ शरीर दर्द और तेज बुखार की समस्या होती है। बेचैनी के साथ शरीर में पानी की कमी से मरीज की हालत गंभीर हो सकती है। इसी तरह इस मौसम में डायरिया की समस्या होती है। खानपान में लापरवाही से उल्टी-दस्त के मरीजों में इजाफा हो रहा है। इसमें भी शरीर में पानी की कमी होती है। जो जानलेवा साबित हो सकती है। दोनों ही परिस्थिति में मरीज को चिकित्सकीय इलाज देना आवश्यक है।

ओपीडी और आईपीडी में मरीजों की कतार
जिला अस्पताल की ओपीडी में वायरल फीवर, लू और डायरिया के मरीजों की कतार देखी जा सकती है। पिछले बीस दिनों का आंकड़ा देखा जाए तो ओपीडी में ढाई हजार महिला और दो हजार पुरुष मरीज इलाज करा चुके है। वहीं मेडिकल वार्ड मरीजों से भरे पड़े है। वार्ड में क्षमता से अधिक मरीज होने पर कई मरीजों को फर्श पर लेटकर इलाज कराना पड़ रहा है। 
 

Created On :   20 May 2019 8:14 AM GMT

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