एक पैसा मिला नहीं और हो गए 40 लाख रू. के कर्जदार - लोन दिलाने के नाम धोखाधड़ी , बैंक की मिलीभगत

एक पैसा मिला नहीं और हो गए 40 लाख रू. के कर्जदार - लोन दिलाने के नाम धोखाधड़ी , बैंक की मिलीभगत
एक पैसा मिला नहीं और हो गए 40 लाख रू. के कर्जदार - लोन दिलाने के नाम धोखाधड़ी , बैंक की मिलीभगत

डिजिटल डेस्क सीधी। यहां बैंक कर्मियों के साथ मिलकर दलाल ने तीन युवकों को बेँक का 40 लाख रू. का कर्जदार बना दिया जबकि उनको बैंक से एक रूपया भी नहीं मिला । बताया गया है कि रोजगार के लिए बैंक से लोन दिलाने के नाम पर युवकों से आवश्यक कागजात लेने के बाद उनसे कई कागजों पर  हस्ताक्षर कराकर सेन्ट्रल बैंक शाखा सीधी से स्वीकृत हुए 40 लाख के लोन को एक मध्यस्थ एवं बैंक कर्मियों की सांठ-गांठ से बंदरवाट कर लिया गया। पीडित युवकों को जब जानकारी हुई तो वे बैंक के कर्जदार हो चुके थे, जबकि उन्हें बैंक से कोई लोन प्राप्त नहीं हुआ न ही रोजगार के कोई साधन मिले। 
कलेक्टर से की शिकायत
पीडि़त तीनों युवकों ने कलेक्टर की जनसुनवाई के साथ ही पुलिस अधीक्षक को भी लिखित आवेदन देकर धोखाधड़ी के पूरे मामले की सूक्ष्म जांच कराने एवं इसमें लिप्त लोगों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग कर चुके हैं। इस संबंध में कोतवाली अंतर्गत ग्राम डोल कोठार निवासी कमलेश सिंह चौहान पिता बब्बू सिंह चौहान ने लिखित आवेदन में आरोप लगाया है कि उनका सेंट्ल बैंक शाखा सीधी में खाता क्रमांक 3504011690 खोला गया था। लोन दिलाने के लिए अशोक सिंह उर्फ  गगन सिंह निवासी सुकवारी के द्वारा आधार काई, पेन कार्डए एटीएम खाते की फोटो कांपी व बैंक से संबंधित संपूर्ण दस्तावेज ले लिए गए। साथ ही कई दस्तावेजों एवं फार्म में हस्ताक्षर कराने के बाद आश्वस्त किया गया कि एक महांनें के अंदर लोन पास हो जाएगा। एक महीनें बाद भी जब लोन नहीं मिला तो आवेदक बाहर जीविकोपार्जन के लिए चला गया। इसी दरम्यान अशोक सिंह ने संबंधित बैंक कर्मचारियों से मिल जुलकर 25 लाख का लोन मंजूर कराने के बाद निकाल भी लिया गया। लोन के संबंध में जब कुछ दिनों बाद आवेदक बैंक गया तो उसे जानकारी हुई। इसी तरह शहर के वार्ड नं 24 निवासी अजीत कुमार भुर्तिया पिता यज्ञलाल भुर्तिया ने भी आरोप लगाया है कि सेंट्रल बैंक शाखा में उसका खाता क्रमांक 393753468 खोला गया था। जिसमें लोन दिलाने के लिए अशोक सिंह द्वारा आधार काई, पेन काई,  एटीएम खाते की फोटो कांपी व बैक मे संबंधित सम्पूर्ण दस्तावेज ले लिए गए। कागज के आधार पर 10 लाख का लोन मंजूर कराने के बाद निकाल लिया गया। कोटहा निवासी रिंकू सोनी पिता रामनारायण सोनी के नाम से भी पांच लाख से ज्यादा का लोन स्वीकृत कराने के बाद राशि आहरित कर ली गई है। पीडि़तों ने आरोप लगाया है कि यह सारा खेल बैंक कर्मियों की मिलीभगत से किया गया है। शिकायत के बाद भी कार्रवाई नही की जा रही है।
 

Created On :   16 Nov 2019 1:26 PM GMT

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