डीजल के दाम ऐतिहासिक ऊंचाई पर, 11 दिनों में बढ़ा दिए 2.74 रुपए

डीजल के दाम ऐतिहासिक ऊंचाई पर, 11 दिनों में बढ़ा दिए 2.74 रुपए
हाईलाइट
  • दिल्ली में पेट्रोल 82.83 तो डीजल 75.69 रुपए प्रतिलीटर
  • मुंबई में पेट्रोल 88.29 तो डीजल 79.35 रुपए प्रतिलीटर
  • सरकार ने ग्यारह दिन पहले कम किए थे 2.50 रुपए
  • उससे ज्यादा बढ़ाए

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ईंधन के दाम में वृद्धि का सिलसिला 11वें दिन भी जारी है। मंगलवार को पेट्रोल के दाम में 11 पैसे तो डीजल के दाम 23 पैसे की बढ़ोतरी हुई है। दिल्ली में पेट्रोल 82 रुपए 83 पैसे तो डीजल 75 रुपए 69 पैसे प्रति लीटर बिक रहा है। मुंबई में पेट्रोल के दाम 88 रुपए 29 पैसे तो डीजल के दाम 79 रुपए 35 पैसे प्रति लीटर हैं। डीजल इस समय सबसे उच्चतम स्तर पर चल रहा है। बता दें कि सरकार ने 11 दिन पहले तेल के दामों में 2.50 रुपए की कटौती की थी। ग्यारह दिनों में डीजल के दाम में 2 रुपए 74 पैसे की बढ़ोतरी हो चुकी  है। पेट्रोल में 1 रुपए 33 पैसे बढ़ चुके हैं। सरकार ने चार अक्टूबर को पेट्रोल और डीजल के दाम में 2.50 रुपए की कटौती की थी। 

इससे पहेल देश में तेजी से बढ़ रही पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर काबू पाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वैश्विक स्तर की तेल कंपनियों के सीईओ के साथ बैठक की थी। इसमें भारत समेत ग्लोबल स्तर की कंपनियों के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर्स (CEO) शामिल हुए थे। इसके साथ ही बैठक में ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों और कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी की वजह से पड़ने वाले असर पर भी चर्चा की गई थी।


तेल कंपनियों के साथ हुई तीसरी बैठक
तेल कीमतों को लेकर पीएम मोदी ने पहली बैठक 5 जनवरी 2016 को दूसरी बैठक अक्टूबर 2017 को हुई थी। सोमवार को पीएम मोदी तेल कीमतों को लेकर तीसरी बैठक ली थी। नीति आयोग द्वारा संयोजित की गई इस बैठक में बैठक में कच्चे तेल की कीमतों के उतार-चढ़ाव और अमेरिका के ईरान पर प्रतिबंध की चुनौतियों पर विचार विमर्श किया गया। बताया जा रहा कि तीसरी सालाना बैठक में तेल, गैस खोज और उत्पादन क्षेत्र में निवेश आकर्षित करने पर चर्चा हुई। इससे पहले हुई बैठकों में प्राकृतिक गैस कीमतों में सुधार के सुझाव दिए गए थे। अक्टूबर, 2017 में इसके पिछले संस्करण में सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों ओएनजीसी और ऑइल इंडिया के उत्पादक तेल और गैस क्षेत्रों में विदेशी और निजी कंपनियों को इक्विटी देने का सुझाव दिया गया था, लेकिन ओएनजीसी के कड़े विरोध के बाद इस योजना को आगे नहीं बढ़ाया जा सका।


बैठक में ये थे शामिल
तेल कंपनियों के साथ हुई पीएम मोदी की इस बैठक में पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) के महासचिव मोहम्मद बारकिंदो, पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, ओएनजीसी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक शशि शंकर, आईओसी के चेयरमैन संजीव सिंह, गेल इंडिया के प्रमुख बीसी त्रिपाठी, हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन के चेयरमैन मुकेश कुमार शरण, ऑइल इंडिया के चेयरमैन उत्पल बोरा और भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन के चेयरमैन डी राजकुमार शामिल हुए। इसके अलावा सऊदी अरब के पेट्रोलियम मंत्री खालिद ए अल फलीह, बीपी के सीईओ बॉब डुडले, टोटल के प्रमुख पैट्रिक फॉयेन, रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी और वेदांता के प्रमुख अनिल अग्रवाल भी शामिल हुए थे।

Created On :   16 Oct 2018 2:27 AM GMT

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