भ्रष्टाचार के विरोध में अनशन पर जनपद सदस्य, कहा- शिकायतों के बाद भी कार्रवाई नहीं

District member on hunger strike against corruption in rural development
भ्रष्टाचार के विरोध में अनशन पर जनपद सदस्य, कहा- शिकायतों के बाद भी कार्रवाई नहीं
भ्रष्टाचार के विरोध में अनशन पर जनपद सदस्य, कहा- शिकायतों के बाद भी कार्रवाई नहीं

डिजिटल डेस्क शहडोल। ग्रामीण विकास व कल्याणकारी कार्यों के नाम पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए जनपद पंचायत सोहागपुर की सभापित श्रीमती मीना कुशवाहा अपने समर्थकों के साथ अनशन पर बैठ गई हैं। उनका आरोप है कि लगातार शिकायतों के बाद भी किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हो रही है। उन्होंने बताया कि तीन जनवरी को कलेक्टर व उनके माध्यम से मुख्यमंत्री को प्रेषित ज्ञापन के माध्यम से शिकायतों की जांच 15 दिन में कराने की मांग की थी।
   कार्रवाई नहीं होने पर शुक्रवार से ग्रामीण महिलाओं को लेकर धरने पर बैठी हैं। जय स्तंभ के पास ठण्ड में बड़ी संख्या में महिलाएं उनका साथ दे रही हैं। उनका यह भी आरोप है कि शुरुआती दौर में ही आंदोलन को दबाने का प्रयास हो रहा है। लाउडस्पीकर की अनुमति मांगी थी लेकिन वह भी नहीं मिली।
ये लगाए आरोप
ग्राम लालपुर निवासी योगेश गर्ग को नियम विरुद्ध तरीके से हड़हाटोला का सचिव बनाया गया है, जबकि इस नाम से ग्राम पंचायत है ही नहीं। सचिव वह आपराधिक प्रवृत्ति का है, प्रकरण भी दर्ज हैं, ग्रामीणों से अभ्रदता करते हैं। सभापित के साथ भी गाली गलौज की थी।
20 साल से दिल्ली में रह रहे भाई के नाम पर बीपीएल कार्ड बना ले रहे अनुचित लाभ।
पेंशन के पात्रों को लाभ नहीं दिलाया जा रहा। प्रधानमंत्री आवास के दर्जनों पात्रों का नाम हटा दिया गया।
सचिव द्वारा फर्जी समूह के जरिए एमडीएम का संचालन किया जा रहा है।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका की भर्ती में फर्जीवाड़ा कर अपात्र को नियुक्ति दे दी गई।
ग्राम पंचायत छाता के सोनवर्षा व हड़हा मार्ग का कार्य आज तक शुरु नहीं हुआ जबकि चुनाव बहिष्कार के दौरान कार्य कराने का भरोसा दिलाया गया था।कार्डधारी ग्रामीणों को 5 किलो राशन देकर 25 किलो पर हस्ताक्षर कराया जाता है। तीन जनवरी को कलेक्टर व उनके माध्यम से मुख्यमंत्री को प्रेषित ज्ञापन के माध्यम से शिकायतों की जांच 15 दिन में कराने की मांग की थी।

 

Created On :   20 Jan 2018 8:27 AM GMT

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