संध्याकाल में किसी को ना दें ये 4 चीजें, चली जाएगी बरकत

Do not give these four items in Sandhya kaal or during the sunset
संध्याकाल में किसी को ना दें ये 4 चीजें, चली जाएगी बरकत
संध्याकाल में किसी को ना दें ये 4 चीजें, चली जाएगी बरकत

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दान का महत्व हर धर्म में बताया गया है। कहा जाता है कि दान देने से मनुष्य के पूर्व जन्म के पापों का भी नाश होता है, किंतु दान करने का भी विशेष समय है। पौराणिक मान्यता है कि संध्याकाल में कोई भी वस्तु ना ही दान देनी चाहिए और ना ही उधार। ऐसा करने से अपने घर की बरकत चली जाती है। सिर्फ देना ही नही, संध्याकाल में कोई भी वस्तु किसी से मांगना भी नही चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने वाला निरादर का पात्र बनता है। यहां हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनका दान करने से आप जीवन में बड़े कष्टों का सामना कर सकते हैं...

1. दही खाकर घर से निकलने की सलाह दी जाती है। इसका कारण है कि दही का संबंध शुक्र ग्रह से होता है, जो वैभव और सुख का कारक माना जाता है। इसलिए सदैव इसे खाकर घर से निकलना चाहिए, किंतु कभी भी संध्याकाल में इसे किसी को भी देना नही चाहिए। 

2. लाल किताब में ऐसा उल्लेख मिलता है कि गुरूवार के दिन किसी को भी हल्दी नही देना चाहिए। यह रंग और दिन विष्णुप्रिय बताया गया है। देवताओं के गुरू बृहस्पति हैं, ऐसे में यदि संध्याकाल में किसी को हल्दी दी जाती है तो वह गुरू के कमजोर होने का कारक बनती है।

3. वैसे तो भगवान विष्णु किसी से भी नाराज नही होते, किंतु रूठने पर इन्हें मनाना कठिन है। अतः दूध का संबंध लक्ष्मी और विष्णु से माना गया है। इसे सूर्य और चंद्रमा के भी नजदीक माना जाता है। उर्पयुक्त होगा यदि कभी भी किसी को भी संध्याकाल में दूध का दान ना करें। 

4. संध्या के समय किसी को भी पैसे उधार या दान देने से बचना चाहिए। यह लक्ष्मी के आगमन का भी समय माना जाता है। अतः संध्या के वक्त सदैव प्रयास करें कि पैसों का लेन-देन ना करें। दिन ढलने, संध्या के कुछ काल पश्चात इसे अवश्य किया जा सकता है। 

Created On :   14 Nov 2017 5:45 AM GMT

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