टार्च की रोशनी में मरीज का इलाज, शार्ट सर्किट की वजह से बंद हुई बिजली

Doctors are treating the patients in the light of torch in OPD
टार्च की रोशनी में मरीज का इलाज, शार्ट सर्किट की वजह से बंद हुई बिजली
टार्च की रोशनी में मरीज का इलाज, शार्ट सर्किट की वजह से बंद हुई बिजली

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। शार्ट सर्किट की वजह से मंगलवार को जिला अस्पताल की ओपीडी और ट्रामा यूनिट की बिजली आपूर्ति काफी देर प्रभावित रही। इस बीच अस्पताल आने वाले मरीजों का टार्च की रोशनी में इलाज करना पड़ा। ऐसी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए परिसर में लगाए गए जनरेटर हमेशा की तरह इस बार भी शुरू नहीं हो पाए। दोपहर लगभग एक बजे नूडल्स बनाने की मशीन में हाथ आ जाने से घायल कपरवाड़ी निवासी प्रवीण पिता पप्पू चंद्रवंशी को इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया था। इस बीच ट्रामा यूनिट की बिजली आपूर्ति बंद थी। अधिक ब्लीडिंग की वजह से ड्रेसर को टार्च की रोशनी में घायल का इलाज करना पड़ा।

बताया जा रहा है कि ओपीडी के समीप शार्ट सर्किट की वजह से अस्पताल के कुछ एरिया में बिजली आपूर्ति प्रभावित थी। बिजली बंद होने से जिला अस्पताल में अक्सर ऐसी स्थिति बनती है इसके बाद भी प्रबंधन द्वारा इसका कोई स्थाई हल नहीं निकाला जा सका है।

कम्प्यूटर बंद, हाथ से बनानी पड़ी ओपीडी पर्ची
शार्ट सर्किट की वजह से ओपीडी की बिजली आपूर्ति बंद रही। ट्रिपिंग होने से कम्प्यूटर कक्ष में हुए शार्ट सर्किट से यहां के सभी कम्प्यूटर बंद हो गए थे। ओपीडी में आने वाले मरीजों की पर्ची कर्मचारियों द्वारा हाथ से बनाई गई। इस सबके बीच मरीजों को काफी देर तक परेशान होना पड़ा। कम्प्यूटर बंद होने से कई मरीजों की ओपीडी बंद होने के बाद भी ओपीडी पर्ची नहीं बन पाई थी। जब तक मरीजों की पर्ची बनी तब तक डॉक्टर अस्पताल से जा चुके थे।

तीन माह से नहीं है जिंक सीरप, शुगर की दवा भी खत्म
जिला अस्पताल में पिछले तीन माह से उल्टी-दस्त से पीड़ित बच्चों के लिए जरुरी जिंक सीरप नहीं है। जिसकी वजह से मरीज के परिजनों को बाजार से दवाएं खरीदनी पड़ रही है। जिंक सीरप के अलावा अस्पताल में शुगर पीड़ितों के लिए टेबलेट का टोटा है। शुगर पीड़ितों की पर्ची पर लिखी दवाएं ओपीडी से नहीं मिल रही है। इसी तरह दर्द और सूजन की समस्या से जूझ रहे मरीजों के लिए लाइजर डी टेबलेट अस्पताल में नहीं हैं। दवाओं की कमी की वजह से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

सफाई कामगार हड़ताल पर, अस्पताल में गंदगी का अंबार
जिला अस्पताल के सफाई कामगार, सुरक्षा गार्ड सोमवार से हड़ताल पर है। कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से अस्पताल में गंदगी का अंबार लगा हुआ है। वार्ड के अंदर और बाहर गंदगी होने से मरीजों को परेशान होना पड़ रहा है। वहीं सुरक्षा कर्मचारियों के न होने से मरीज, डॉक्टर और स्टाफ भी अस्पताल में सुरक्षित नहीं है। अस्पताल में मोबाइल चोरी की घटनाएं सबसे अधिक होती हैं। मंगलवार को हड़ताली कर्मचारियों ने कलेक्टर से मुलाकात कर तीन माह का वेतन दिलाने की गुहार लगाई है।

 

Created On :   11 July 2018 7:55 AM GMT

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