डॉ तडवी आत्महत्या मामले में हाईकोर्ट पहुंची क्राईम ब्रांच - पूछताछ के लिए मांगी हिरासत 

डॉ तडवी आत्महत्या मामले में हाईकोर्ट पहुंची क्राईम ब्रांच - पूछताछ के लिए मांगी हिरासत 
डॉ तडवी आत्महत्या मामले में हाईकोर्ट पहुंची क्राईम ब्रांच - पूछताछ के लिए मांगी हिरासत 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। नायर अस्पताल में पढ़ाई कर रही डॉक्टर पायल तड़वी की आत्महत्या के मामले में आरोपी डाक्टरों से पूछताछ का अवसर न मिलने पर मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने बांबे हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। स्थानीय पुलिस ने पहले इस मामले में डाक्टर हेमा अहूजा, डाक्टर भक्ति मेहर व डाक्टर अंकिता खंडेलवाल को गिरफ्तार किया था। तीन दिन की पुलिस हिरासत के बाद कोर्ट ने तीनों डाक्टरों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। इस बीच मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आदेश जारी कर इस प्रकरण की जांच मुंबई पुलिस की अपराध शाखा को सौप दी थी। आरोपियों के न्यायिक हिरासत में होने के चलते अपराध शाखा के पुलिस अधिकारियों को उनसे पूछताछ का अवसर ही नहीं मिल पाया है। इसलिए इस विषय पर हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है। मंगलवार को सरकारी वकील अरुणा पई ने न्यायमूर्ति एसएस शिंदे के सामने याचिका का उल्लेख किया। इसके बाद न्यायमूर्ति ने 6 जून को याचिका पर सुनवाई करने की बात कही। गौरतलब है कि 22 मई को डाक्टर तडवी ने नायर अस्पताल के हास्टल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। 

आरोपी डॉक्टरों के जमानत आवेदन पर कोर्ट ने मांगा जवाब

इधर मुंबई सत्र न्यायालय ने नायर अस्पताल में डाक्टर पायल तडवी की आत्महत्या मामले में आरोपी तीनों डाक्टरों की जमानत अर्जी पर 10 जून को सुनवाई रखी है। मंगलवार को न्यायाधीश के सामने तीनों डाक्टरों की जमानत अर्जी सुनवाई के लिए आयी। इस दौरान  न्यायाधीश ने सरकारी वकील को जमानत आवेदन पर जवाब देने को कहा और मामले की सुनवाई 10 जून तक के लिए स्थगित कर दी। डाक्टर तडवी की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने डा हेमा अहूजा, डा भक्ति मेहर व डा अंकिता खंडेलवाल को गिरफ्तार किया है। तीनों आरोपी डाक्टरों ने जमानत आवेदन में कहा है कि उन्होंने तडवी की जाति को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की थी। क्योंकि उन्हें तडवी की जाति के बारे में जानकारी ही नहीं थी। हम डाक्टर तडवी को अपने कार्य में सुधार के लिए जरुर कहते थे। याचिका में डाक्टरों ने कहा है कि सरकारी अस्पताल में डाक्टरों पर स्टाफ की कमी के चलते डाक्टरों पर कार्य का बोझ काफी ज्यादा होता है। कई बार डाक्टरों को पूरी नीद भी नहीं मिल पाती। ऐसे में संभव है कि डाक्टर तडवी ने काम के बोझ व तनाव के चलते आत्महत्या जैसा आत्मघाती कदम उठाया हो।  
 

Created On :   4 Jun 2019 3:35 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story