ठंड का प्रकोप :  भरी दोपहरी में अलाव सेंकते नजर आए लोग  

due to extreme cold people of Chandrapur are forced to burn firewood in noon
ठंड का प्रकोप :  भरी दोपहरी में अलाव सेंकते नजर आए लोग  
ठंड का प्रकोप :  भरी दोपहरी में अलाव सेंकते नजर आए लोग  

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। कोयला खदानों के कारण चंद्रपुर को राज्य के गर्म जिले में शुमार किया जाता है किंतु पिछले तीन दिनों से चंद्रपुर समेत जिले में पड़ रही कड़ाके की ठंड ने चंद्रपुर वासियों को भरी दोपहरी में अलाव जलाने पर विवश कर दिया है। ब्रम्हपुरी में सर्वाधिक ठंड दर्ज की गयी। यहां पारा 6.3  डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं चंद्रपुर में 8.2  डिग्री से.रिकार्ड किया गया। इस कारण दिनभर कहीं न कहीं अलाव जलते देखे गए। लोगों को पूरे दिन गर्म कपड़ों में घूमता पाया गया। ठंड का ऐसा प्रकोप चंद्रपुर में लंबे समय बाद अनुभव किया जा रहा है। 

ग्लोबल कूलिंग ने बढ़ाई मौसम विशेषज्ञों की चिंता
मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार 22  दिसंबर के बाद यह परिवर्तन आना शुरू हुआ है। मौसम के स्थानीय जानकार प्रो. सुरेश चोपणे के अनुसार देश व दुनिया के विविध क्षेत्रों में ठंड का प्रकोप अलग-अलग है। वहीं दुनिया के हिस्सों में भी ठंड तथा गर्मी के मायने जुदा दिख रहे हैं। हालांकि यह ठंड का आनंद लेने का विषय नहीं बल्कि देश व दुनिया के लिए चिंता की बात है, ऐसा प्रो. चोपणे का कहना है। ग्लोबन वॉर्मिंग की तरह ही अब ग्लोबल कूलिंग का अनुभव होने लगा है। इससे पूरी दुनिया के मौसम व पर्यावरण विशेषज्ञों की चिंता बढ़ गयी है। दो दिन पूर्व ही नागपुर में सदी का सबसे कम पारा दर्ज किया गया। इसके बाद जब पूरा विदर्भ ही शीतलहर की चपेट में आया तो इसकी चर्चा यहां भी होने लगी है। 26  दिसंबर 1992  को ब्रम्हपुरी में 2.6 डिग्री सेल्सियस ठंड रिकार्ड दर्ज किया गया। 

शाम होते ही बढ़ रही कंपकंपी
1931  में चंद्रपुर में 2 डिग्री सेल्सियस ठंड रिकार्ड की गयी। वहीं 3 जनवरी 1991 को ब्रम्हपुरी में सदी की विदर्भ की सर्वाधिक ठंड 0.8  डि.से.  रिकार्ड होने की जानकारी सरकारी दस्तावेजों का संदर्भ देकर चोपणे ने दी। मौसम के जानकार प्रो. योगेश्वर दुधपचारे के अनुसार बीते चौबीस घंटे में ब्रम्हपुरी में 4 तो चंद्रपुर में 2 डिग्री से पारा घटा है। इस बीच रविवार को सुबह से लेकर दिनभर सर्द हवाएं चलती रही। रात होते-होते कंपकंपी बढ़ गयी। दिन में कभी न दिखनेवाले अलाव व ऊनी कपड़े-जरकिन आदि में लपेटे हुए लोगों को कई वर्षों बाद देखा गया। कुछ दिनों पूर्व अचानक हुई रिमझिम बारिश व बादलों से भरे मौसम के बीच भी दो दिन तक कंपकंपी बनी रही। इसके बाद बीते 48  घंटों से बिन वर्षा के ही तीव्र ठंड से लोग काफी प्रभावित हो रहे हैं। दिन के तापमान में भी 4 से 5 डिग्री की गिरावट होने के बाद दिन में निकली धूप में भी कड़ाके की ठंड का एहसास होने लगा है। आने वाले समय में यह ठंड और अधिक बढऩे की ही बात मौसम के जानकार कह रहे हैं। 

Created On :   31 Dec 2018 7:36 AM GMT

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