विदेश मंत्री जयशंकर बोले- हमें पाक से नहीं, टेररिस्तान से बातचीत में दिक्कत

EAM S Jaishankar said, No problem talking to Pakistan but can not talk to Terroristan
विदेश मंत्री जयशंकर बोले- हमें पाक से नहीं, टेररिस्तान से बातचीत में दिक्कत
विदेश मंत्री जयशंकर बोले- हमें पाक से नहीं, टेररिस्तान से बातचीत में दिक्कत
हाईलाइट
  • जयशंकर ने कहा
  • रात में आतंक और दिन में क्रिकेट नहीं हो सकता
  • न्यूयॉर्क में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान को कहा टेररिस्तान

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आतंकवाद को पनाह देने वाले पड़ोसी देश पाकिस्तान को टेररिस्तान का नाम दिया है। विदेश मंत्री ने पाकिस्तान को टेररिस्तान बताते हुए कहा, रात में आतंक और दिन में क्रिकेट नहीं हो सकता। उन्होंने कहा, समस्या कश्मीर नहीं बल्कि आतंक है। हमें पाकिस्तान से बातचीत में नहीं बल्कि टेररिस्तान से बातचीत में दिक्कत है। उन्होंने कहा, भारत पहले भी कई बार साफ कर चुका है कि पाकिस्तान से सिर्फ कश्मीर में आतंकवाद को लेकर ही बातचीत होगी।

दरअसल न्यूयॉर्क में विदेश मंत्री एस. जयशंकर से सवाल किया गया कि क्या पाकिस्तान से बातचीत हो सकती है? क्या दोनों देशों के बीच क्रिकेट हो सकता है? इसके जवाब में जयशंकर ने कहा, हर कोई अपने पड़ोसी से बात करना चाहता है, लेकिन हम ऐसे देश से कैसे बात करें जो आतंकवाद का संचालन कर रहा है। रात में आतंक और दिन में क्रिकेट ये नहीं हो सकता। ये संभव नहीं है कि आतंक के बीच टी ब्रेक में आप क्रिकेट खेलें।

न्यूयॉर्क में सांस्कृतिक संगठन एशिया सोसाइटी को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, भारत को पाकिस्तान से बात करने में कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन हमें टेररिस्तान से बात करने में दिक्कत है। उन्होंने कहा, अनुच्छेद 370 हटाने और जम्मू-कश्मीर को दो हिस्सों में बांटने के फैसले के बाद पाकिस्तान ने राजनयिक संबोध तोड़ लिए। इस्लामाबाद ने कश्मीर मुद्दे से निपटने के लिए आतंकवाद का एक पूरा उद्योग बनाया है।

विदेश मंत्री ने पाकिस्तान को लताड़ लगाते हुए कहा, कश्मीर के नाम पर पाकिस्तान ने आतंक की इंडस्ट्री खड़ी कर ली है। बातचीत के लिए पाकिस्तान को पाकिस्तान ही रहना पड़ेगा टेररिस्तान नहीं बनना पड़ेगा। जयशंकर ने कहा, अनुच्छेद 370 को हटाने से भारत के अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर कोई असर नहीं पड़ेगा। हम अपने मौजूदा बाउंड्री के अंदर ही रेखाओं को रिफॉर्मेट कर रहे हैं निश्चित रूप से पाकिस्तान ने प्रतिक्रिया दी है, चीन ने भी आपत्ति जताई है, ये दोनों अलग तरह की प्रतिक्रिया हैं। पाकिस्तान एक ऐसा देश है जिसने आतंकवाद से निपटने के नाम पर आतंक का उद्योग खड़ा कर दिया, मेरे विचार में ये कश्मीर से भी बड़ा है, मुझे लगता है ऐसा भारत के खिलाफ किया गया है।
 

Created On :   26 Sep 2019 7:29 AM GMT

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