21 में से 15 पंचायतों में कांग्रेस आगे,भाजपा को झटका

Election results: 15 candidate of congress while 5 of bjp won in panchayat
21 में से 15 पंचायतों में कांग्रेस आगे,भाजपा को झटका
21 में से 15 पंचायतों में कांग्रेस आगे,भाजपा को झटका

डिजिटल डेस्क, सेलू(वर्धा)। सेलू तहसील के 21 ग्रामपंचायतों के चुनाव परिणाम घोषित हुए जिसमें 15 ग्रामपंचायतों  में कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार विजयी हुए। वहीं बीजेपी को मात्र 5 ग्राम-पंचायत में ही जीत मिली जबकि एनसीपी को एक जगह पर ही जीत मिली।

तहसील में 23 ग्राम-पंचायतों के चुनाव कार्यक्रम घोषित किए गए थे, परंतु चुनाव के एक सप्ताह पूर्व ही पतंग चिह्न को लेकर उभरे विवाद में बाद चुनाव का नए सिरे से कार्यक्रम घोषित किया गया। उसमें 2 ग्राम-पंचायत के चुनाव 16 अक्टूबर को हुए वहीं शेष 21 ग्राम-पंचायतों के लिए 23 अक्टूबर को चुनाव हुए। मंगलवार 24 अक्टूबर को सेलू स्थित दीपचंद चौधरी विद्यालय में मतगणना हुई। इस चुनाव में बीजेपी को करारा झटका लगा, वहीं एनसीपी भी कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाई, जबकि कांग्रेस समर्थित पैनलों ने बीजेपी को पछाड़ते हुए 21 में से 15 ग्रामपंचायत पर अपना परचम लहराया। इस चुनाव में बीजेपी की इज्जत दांव पर लगी थी। सांसद से लेकर पार्टी के पदाधिकारियों ने प्रत्यक्ष गांव में जाकर प्रचार में हिस्सा लिया, परंतु उन्ही गांवों में मतदाताओं ने बीजेपी को नकारते हुए कांग्रेस को जीत दिलाई।

तहसील के आलगांव ग्राम-पंचायत में कल्पना वसंत खडतकर, रिधोरा ग्रापं अरविंद शालिक श्रीराम, जुवाडी ग्राम-पंचायत भावना प्रकाश करनाके, सालई पेवठ ग्राम-पंचायत सुषमा विजय सरोदरे, खापरी ग्रापं प्रमोद शंकर गव्हाणे, मोही ग्राम-पंचायत जयश्री अमर धोटे, अंतरगांव ग्राम-पंचायत बाबाराव रामराव उडाण, महाबला ग्राम-पंचायत ज्योत्सना राजेंद्र पोहाणे, आमगांव ग्रापं नंदा संजय मंगाम, गरमसुर ग्रापं अर्चना सुनील सलाम, जामनी ग्रापं प्रिती अशोक गव्हाले, बाभुलगांव ग्रापं प्रज्ञा मोरेश्वर नाखले, श्रीरसमुद्रपुर ग्रापं अतुल नारायण महाजन, खापरी ढोणे ग्रापं मनीषा प्रशांत चावरे, जयपुर ग्रापं आशा वामन गोडघाटे, कोपरा ग्रापं चंद्रकांत सूर्यभान श्रीखंडे, बोंडसूला ग्रापं शीला संजय लांबट, वघाला ग्रापं बाबाराव चंद्रकांत तुमडाम, टाकली किटे ग्रापं राजू भावराव नागदेवते, दिंदोडा ग्रापं सुजाता विट्ठल फुलझेले, आमगांव मदनी ग्रापं अभय नीलकंठ ढोकणे आदि उम्मीदवार चुनकर आए।

बीजेपी के गढ़ में कांग्रेस ने लगायी सेंध
तहसील में सबसे महत्वपूर्ण मानी जानेवाली मोही ग्रामपंचायत के परिणामों पर सभी का ध्यान लगा हुआ था।  यहां सांसद रामदास तड़स, जिप सदस्य राणा रननवरे, जिप अध्यक्ष नितीन मड़ावी ने खुद प्रचार किया था। इस कारण बीजेपी की प्रतिष्ठा यहां दांव पर लगी थी। इस चुनाव में गांव के मतदाताओं ने बीजेपी को नकार दिया। जिप सदस्य राणा रणनवरे के निर्वाचन क्षेत्र का यह गांव होकर बीजेपी के उम्मीदवार को पराजित होना पड़ा। जिप सदस्य राना रणनवरे के संबंधित महिला को उम्मीदवारी देने से समूचे तहसील का ध्यान इस ओर लगा हुआ है। ग्रापं के चुनाव कांग्रेस के शेखर शेंडे व विजय जयस्वाल ने एकत्रित होकर लड़ा था। इस कारण तहसील में कांग्रेस समर्थित पैनल को बड़ी जीत हासिल हुई। 

चुनाव चिह्न वितरण को लेकर टले थे चुनाव
 तहसील की २१ ग्रामपंचायतों के २१ सरपंच तथा १०८ सदस्यों के लिए १६ अक्टूबर को चुनाव घोषित किए गए, परंतु चुनाव के एक सप्ताह पूर्व चुनाव अधिकारियों द्वारा बांटे गए पतंग चिह्न को लेकर विवाद शुरू हो गया। इस विवाद के पश्चात सेलू तहसील की २१ ग्राम-पंचायत के चुनाव की तिथि बढ़ाई गई। इस दौरान जिन उम्मीदवारों को पतंग चिह्न मिला था, उन्होंने नए चिह्न का काफी विरोध किया। चुनाव आयोग के आदेश के पश्चात चुनाव को टालते हुए उम्मीदवारों को प्रचार के लिए अतिरिक्त समय देने से मामला शांत हुआ। इसके पश्चात २३ अक्टूबर को मतदान लिया गया।

Created On :   25 Oct 2017 11:58 AM GMT

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