62 हजार उपभोक्ताओं पर 25 करोड़ रू का बिजली बिल बकाया

Electricity bill of Rs 25 crores outstanding on 62 thousand consumers
62 हजार उपभोक्ताओं पर 25 करोड़ रू का बिजली बिल बकाया
62 हजार उपभोक्ताओं पर 25 करोड़ रू का बिजली बिल बकाया

डिजिटल डेस्क उमरिया। 1 लाख 10 हजार विद्युत उपभोक्ताओं वाले इस जिले में 62 हजार उपभोक्ता ऐसे हैं जिन पर 25 करोड़ 40 लाख रुपए का बिजली बिल बकाया है। इनमें से 8 हजार उपभोक्ता ऐसे हैं जिन्होने दो-दो सालों से बिल ही जमा नहीं किया है।  विद्युत मण्डल ने इनके विरुद्ध कुर्की की प्रक्रिया शुरू की है। गत माह ग्रामीण अंचलों के 56 उपभोक्ताओं के विरुद्ध कुर्की की प्रक्रिया कर 18 लाख रुपए का बकाया वसूल किया है। यही नहीं विद्युत मण्डल ने अब तक 2500 से अधिक कनेक्शन भी काटे हैं। सर्वाधिक बकाएदार ग्रामीण उपभोक्ता हैं।

बताया गया कि ग्रामीण अंचलों की तुलना में शहरी क्षेत्रों में बिजली की खपत अधिक है लेकिन शहरों में बिलों का भुगतान भी अधिकतम होता है। यहां बकाएदारी कम रहती है। जबकि दूसरी ओर ग्रामीणों का कहना है कि गांवों में बिजली मिलती नहीं है और बिल भारी भरकम दिए जाते हैं। अधिकारी कभी बिलों का सत्यापन नही करते। ज्ञातव्य है कि हर माह जिले में औसतन लगभग 12 करोड़ रूपए मूल्य की 3 करोड़ यूनिट बिजली उपयोग में लाइ जाती है। भारी भरकम बकाएदारी को वसूलने के लिए विद्युत मण्डल कनेक्शन काटने और कुर्की कार्रवाई जैसे कड़े कदम उठा रहा है।

37 लोगों पर शीघ्र होगी कार्रवाई
बताया गया कि कुर्की कार्रवाई में उपभोक्ता की चल संपत्ति आदि जब्त की जाती है। जिन 56 लोगों पर कार्रवाई हुई उनके ट्रैक्टर, बाइक तथा टीवी आदि सामान जब्त किए हैं। मई माह में 37 लोगों के विरुद्ध कुर्की कार्रवाई प्रस्तावित है इनके प्रकरण तैयार कर लिए गए हैं और इन्हें नोटिस भेजी जा चुकी है। कार्रवाई के पूर्व विभाग द्वारा इन्हें समझाइस और चेतावनी भी दी जा चुकी है। विभाग द्वारा इन बकाएदारों  से किश्त में राशि लेने और उनके अधिभार की छूट देने पर भी सहमति जताई गई इसके बावजूद बिल जमा नहीं किए गए। अंतत: कुर्की कार्रवाई प्रस्तावित की गई।

कनेक्शन कटने पर कई ने जमा किए पैसे
जिले भर में विद्युत मण्डल ने अभी तक 25 सौ से भी अधिक कनेक्शन काटे हैं। लेकिन इनमें से करीब 1 हजार उपभोक्ता ऐसे भी हैं जिन्होने कनेक्शन कटने के बाद राशि जमा कर पुन: बिजली चालू कराई है। ग्रामीण अंचलों में कुछ गांव ऐसे हैं जहां ट्रांसफार्मर जल जाने के कारण विद्युत मण्डल इसलिए वहां सुधार कार्य नहीं करा रहा था क्योंकि ग्रामीणों के ऊपर बकाएदारी बहुत अधिक थी। लेकिन जब इन उपभोक्ताओं ने राशि जमा की तो वहां नया ट्रांसफार्मर लगवा कर लाइन चालू कर दी गई है।   

310 लोगों पर बिजली चोरी के प्रकरण
मूल्य चुकाए बिना बिजली का उपयोग करना अथवा नियम विरुद्ध बिजली जलाने के मामले भी कम नहीं हैं। यहां बिजली चोरी के ऐसे 310 मामले दर्ज किए गए हैं। जिनके विरुद्ध धारा 138 के तहत प्रकरण चल रहे हैं। इनमें 62 तो ऐसे हैं जिनके कनेक्शन काट दिए गए थे, लेकिन उपभोक्ताओं ने चोरी से कनेक्शन जोड़ लिए और बिजली का उपयोग शुरू कर दिया था। जब इनकी शिकायत हुई और मौके पर जांच की गई तो इनके द्वारा चोरी से बिजली जलाना पाया गया। ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी कटिया फंसा कर लोग बिजली का उपयोग कर लेते हैं। जबकि चालू सर्विस लाइन में कटिया फंसाना नियमविरुद्ध और दण्डनीय है।

क्या कहते हैं ग्रामीण
घुलघुली निवासी राम दरस विश्वकर्मा तथा बसकुटा निवासी दयाकृष्ण पटेल ने बताया कि गांव में बिजली 24 घंटे में 8 घंटे भी लगातार नहीं रहती है। किसानों को खेती बाड़ी में टीसी कनेक्शन से अधिक लाभ नहीं मिलता है फिर भी हजारों रुपए के बिल भेजे जाते हैं। ग्रामीणों के बिल न्यायसंगत नहीं रहते हैं। करकेली निवासी अमृत लाल ने कहा कि अधिकारी ग्रामीणों की बात कभी नहीं सुनते और न बिल संशोधित करते हैं।

इनका कहना है
बकाया बिलों की वसूली के लिए विद्युत मण्डल कड़े कदम उठा रहा है। कुर्की प्रक्रिया जारी रहेगी। इसमें सामान्यतया ऐसे उपभोक्ता हैं जिन पर 5 हजार से अधिक बिल बाकी है। विद्युत मण्डल द्वारा उपभोक्ता को राशि जमा करने का पूरा अवसर प्रदान किया जा चुका है।
एसएस बघेल कार्यपालन यंत्री, विद्युत मण्डल

Created On :   10 May 2018 8:10 AM GMT

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