कल्याणपुर के जंगल में मुठभेड़, बबुली गैंग के 3 डकैत गिरफ्तार

Encounter in forest of kalyanpur, three dacoit of babuli gang arrest
कल्याणपुर के जंगल में मुठभेड़, बबुली गैंग के 3 डकैत गिरफ्तार
कल्याणपुर के जंगल में मुठभेड़, बबुली गैंग के 3 डकैत गिरफ्तार

डिजिटल डेस्क, सतना। अंतर प्रांतीय डकैत बबुली कोल के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के दौरान कल्याणपुर के जंगल में मुठभेड़ के बाद पुलिस ने 3 डकैतों को गिरफ्तार कर लिया। जिनके कब्जे से देशी राइफल, कट्टा समेत बड़ी संख्या में कारतूस बरामद किए गए हैं। चित्रकूट से भास्कर ब्यूरो के मुताबिक गुरूवार को मानिकपुर थाना प्रभारी केपी दुबे और एंटी डकैती टीम के इंचार्ज शिवप्रकाश  अपने-अपने दल के साथ कल्याणपुर के जंगल में सर्चिंग करते हुए कालपरासिन की तरफ जा रहे थे। इसी दौरान मुखबिर से खबर मिली कि बबुली गिरोह के कुछ सदस्य घने जंगल में छिपे हैं, लिहाजा संयुक्त टीम उसी दिशा में आगे बढ़ते हुए पहाड़ी के पास पहुंची तो 3 लोग नीचे उतरते दिखाई दिए। जिन्हें रूकने के लिए ललकारा गया तो डकैत झाडिय़ों की आड़ लेकर फायरिंग करते हुए पीछे हटने लगे। तब जवाब में पुलिस ने भी बंदूखों का मुंह खोल दिया, वहीं 3 तरफ से घेराबंदी भी कर ली। ऐसे में जब कोई रास्ता नहीं दिखा तो डकैतों ने आत्मसमर्पण कर दिया। 

ये पकड़ में आए
हल्की मुठभेड़ के बाद पकड़ में आए डकैतों की पहचान इन्द्रजीत कोल पुत्र कैलाश कोल, संदीप उर्फ फल्ली पुत्र झाली उर्फ नत्थू एवं सुनील उर्फ सोनू पुत्र जागेश्वर निवासी नागर थाना मानिकपुर जिला चित्रकूट के रूप में की गई। डकैतों की तलाशी लेने पर इन्द्रजीत के कब्जे से 315 बोर की देशी राइफल , 3 जिंदा कारतूस और 3 खोका बरामद किए गए तो संदीप से 315 बोर का कट्टा, 5 जिंदा कारतूस व 2 खोका जब्त किए। वहीं सुनील के पास 315 बोर के 2 और 12 बोर के 5 जिंदा कारतूस मिले। इन आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 307, 12/14 डीएए एक्ट एवं 03/25 आम्र्स एक्ट के तहत कायमी की गई। डकैतों को पकडऩे वाली टीम एसआई अशोक कुमार निगम, अनिल साहू, प्रधान आरक्षक रामबाबू, आरक्षक शिवानंद शुक्ला, उत्तम सिंह शामिल रहे।

ढाई माह पूर्व गैंग से जुड़े

पुलिस से पूछताछ में डकैतों ने गैंग लीडर और साढ़े 5 लाख के इनामी डकैत बबुली कोल से जुड़ी कई जानकारियां पुलिस के सामने उगल दी तो उसके राइट हैंड लवलेश कोल के आतंक की कहानियां भी बता गए। तीनों बदमाश लगभग ढाई माह पूर्व गिरोह में शामिल हुए थे। सरगना ने इन्हें रसद जुटाने, खाना बनाने और चौकीदारी जैसे काम सौंप रखे थे। फिलहाल गैंग में 6-7 लोग ही बचे हैं। गोलियों की कमी का सामना करना पड़ रहा है तो  खाने-पीने की सामग्री का भी संकट है।

ठर्री में की पुलिस से मुठभेड़
तराई में मजदूरों की पिटाई, ठेकेदारों को धमकी देने की वारदातों में शामिल रहने के अलावा तीनों डकैतों ने 1 मार्च 2019 को नागर गांव से लगे ठर्री जंगल में मुठभेड़ के दौरान पुलिस पर गोलियां बरसाई थी, तब पूरा गैंग घने जंगल की आड़ लेकर सुरक्षित ठिकाने की तरफ कूच कर गया था। फिलहाल मानिकपुर-मारकुंडी थाना क्षेत्र के जंगलों में ही गैंग छिपने के ठिकाने बदलता रहता है। दबाव बढ़ने पर सतना से लगी सीमा पर भी गैंग की मूवमेंट बढ़ जाती है।

जा रहे थे कारतूस लेने
डकैतों ने खुलासा किया कि कल्याणपुर के पास कुछ लोग कारतूस लेकर आने वाले थे, जिनसे मिलने के लिए गिरोह के सरगना बबुली कोल ने ही तीनों को भेजा था लेकिन बीच रास्ते में पुलिस से आमना-सामना हो गया। फिलहाल गिरफ्तार डकैतों से कड़ी पूछताछ कर और जानकारियां जुटाई जा रही हैं। वहीं कुछ टीमों को जंगल में सर्चिंग के लिए उतार दिया गया है। इधर सतना एसपी रियाज इकबाल ने तराई के थाना प्रभारियों को सतर्क रहकर सर्चिंग करने के निर्देश दिए हैं। इस बात की पूरी संभावना है कि साथियों के पकड़े जाने पर सुरक्षित ठिकाने की तलाश में बबुली अपने साथियों को लेकर धारकुंडी-नयागांव क्षेत्र के जंगलों में आ सकता है। लिहाजा दस्ते के साथ ही थाना क्षेत्रों की पुलिस सक्रिय हो गई है। 
 

Created On :   24 May 2019 7:56 AM GMT

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