ईरान में पैदा हुई इस हिंसा के पीछे 'दुश्मनों' का है हाथ- अयातुल्ला अली खामेनेई

ईरान में पैदा हुई इस हिंसा के पीछे 'दुश्मनों' का है हाथ- अयातुल्ला अली खामेनेई

डिजिटल डेस्क, तेहरान। ईरान में सरकारी नीतियों के खिलाफ चल रहे विरोध में अब तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है। सरकारी मीडिया के अनुसार मध्य ईरान में हिंसा की ताजा घटनाओं में 1 बच्चे समेत 9 और लोगों की मौत हो गई है। बीते गुरूवार से शुरू हुए इस प्रर्दशन पर मंगलवार को ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने देश में हो रहे इस बवाल के लिए "दुश्मनों" को जिम्मेदार ठहराया है। एक न्यूज पोर्टल के अनुसार ईरान में शुरू हुए इस हिंसक प्रर्दशन के बाद यह पहली बार था जब खामेनेई ने सार्वजनिक रूप से अपनी प्रतिक्रिया दी हो।   

                                               Image result for location of iran protest

खामेनेई ने "देश के दुश्मनों पर ईरान के खिलाफ ताकतों से हाथ मिलाने और हाल के दिनों की हिंसा" का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "दुश्मन मौके की ताक में थे, कोई कमी ढूंढ रहे थे, जिसके जरिए वे अपना दखल दे सकें। बीते कुछ दिनों की घटनाओं को देखिए। वे सभी जो इस्लामिक गणतंत्र के खिलाफ हैं उन सभी ने इस्लामी क्रांति के लिए दिक्कतें पैदा करने के लिए आपस में हाथ मिला लिया है।"

                                                Related image

हां वो बात अलग है कि खामेनेई ने क्लियर रूप से यह नहीं कहा कि वह किन लोगों की बात कर रहे हैं, लेकिन उनका इशारा अमेरिका की तरफ था क्योंकि ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी पहले ही अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की प्रदर्शनों के समर्थन के लिए घौर निंदा कर चुके हैं।

वहीं तेहरान प्रांत के उप गवर्नर अली असगर नासेरबख्त ने कहा कि बीते कुछ दिनों में "सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और लोगों पर हमलों के मामले में" 450 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।


ट्रंप ने फिर ट्वीट कर की ईरान सरकार की निंदा
 

मंगलवार को ट्रंप ने एक बार फिर ट्वीट किया और ईरान सरकार को निर्दयी व भ्रष्ट बताया है। ट्रंप ने ट्वीट कर कहा कि "आखिरकार, ईरान के लोग निर्दयी व भ्रष्ट ईरानी सत्ता के खिलाफ खड़े हो गए हैं। पूर्व राष्ट्रपति ओबामा ने मूर्खतापूर्ण तरीके से ईरान को जो धन दिया था, वे सभी आतंकवाद में और इनकी जेबों में चला गया। लोगों के पास बेहद कम खाना है, अधिक महंगाई है और कोई मानवाधिकार नहीं है। अमेरिका देख रहा है।"

बता दें कि ईरानी अधिकारियों ने अपने देश में पैदा हुए इन हालातों के लिए सऊदी अरब, अमेरिका और ब्रिटेन को जिम्मेदार बताया है।

इसी के ही साथ तुर्की ने ईरान के हालात पर चिंता जताई है साथ ही अशांति के ओर फैलने के खिलाफ चेताया है।

Created On :   3 Jan 2018 5:33 AM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story