हॉल टिकट के लिए भटक रहे इंजीनियरिंग के विद्यार्थी, कल से एग्जाम

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हॉल टिकट के लिए भटक रहे इंजीनियरिंग के विद्यार्थी, कल से एग्जाम

डिजिटल डेस्क, नागपुर ।  यूनिवर्सिटी की इंजीनियरिंग के 7वें सेमिस्टर की 14 नवंबर परीक्षाएं शुरू हो रही हैं। लेकिन परीक्षा की हॉल टिकट के लिए विद्यार्थी अब तक भटक रहे हैं। मामला शहर के जेडी इंजीनियरिंग कॉलेज के विद्यार्थियों से जुड़ा है। दस्तावेजों की पूर्ति नहीं होने के कारण विश्वविद्यालय ने विद्यार्थियों के परीक्षा फॉर्म स्वीकार नहीं किए, अब जाकर सारी कागजी कार्रवाई पूरी हुई है, तो विद्यार्थियों का 5 हजार रुपए का  विलंब शुल्क भरवाया गया है। विद्यार्थियों को परीक्षा के एक दिन पूर्व यानी बुधवार को हॉल टिकट देने का आश्वासन दिया गया है। 

विद्यार्थियों ने बताया कि उन्होंने पॉलिटेक्निक की पढ़ाई के बाद वर्ष 2017 में सीधे इंजीनियरिंग के दूसरे वर्ष में प्रवेश लिया। एक वर्ष बाद 2018 में कॉलेज प्रबंधन ने उन्हें जाति वैधता पड़ताल प्रमाणपत्र प्रस्तुत करने को कहा। विद्यार्थियों ने अगले 6 माह यह दस्तावेज बनाने में लगा दिए और अंतत: जुलाई 2019 में कॉलेज में जाति वैधता प्रमाणपत्र प्रस्तुत किया। इधर तब तक विद्यार्थियों को नागपुर विश्वविद्यालय ने एनरोलमेंट नंबर नहीं जारी किया, कॉलेज द्वारा भेजे गए विद्यार्थियों के परीक्षा फाॅर्म भी स्वीकार नहीं किए गए। इधर विद्यार्थी यह सोच कर निश्चिंत थे कि उन्होंने 7वें सेमिस्टर के परीक्षा फॉर्म भर दिए हैं। जब परीक्षा नजदीक आने के बाद भी उनकी हॉल टिकट नहीं आए तो

विद्यार्थियों ने कॉलेज और विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग में पूछताछ की। अंतत: उन्हें पता चला कि जाति वैधता प्रमाणपत्र देरी से देने के कारण उनका एनरोलमेंट नंबर देरी से आया। जबकि 7वें सेमिस्टर के परीक्षा फॉर्म भरने की अवधि काफी पहले निकल गई थी। विद्यार्थियों ने इस संबंध में हाल ही में  यूनिवर्सिटी प्रभारी प्रकुलगुरु डॉ. विनायक देशपांडे से मुलाकत कर अपनी समस्या बताई। अंतत: विद्यार्थियों पर 5 हजार लेट फाइन लगाकर उनके परीक्षा आवेदन स्वीकारे गए। उन्हें बुधवार को हाॅल टिकट देने का आश्वासन दिया गया है। कॉलेज और विश्वविद्यालय में समन्वय की कमी के कारण परीक्षा के ठीक पहले विद्यार्थियों को हॉल टिकट के लिए भाग दौड़ करनी पड़ रही है।
 

Created On :   13 Nov 2019 7:11 AM GMT

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