30 साल सेना में रहे, रिटायर्ड हुए तो बता दिया बांग्लादेशी नागरिक

Ex-armyman in Assam asked to prove he is an Indian citizen
30 साल सेना में रहे, रिटायर्ड हुए तो बता दिया बांग्लादेशी नागरिक
30 साल सेना में रहे, रिटायर्ड हुए तो बता दिया बांग्लादेशी नागरिक

डिजिटल डेस्क, गुवाहाटी। 30 साल तक देश की सेवा कर देश का मान बढ़ाने वाले रिटायर्ड अफसर को एक अजीब सी स्थिति का सामना तब करना पड़ा। रिटायर्ड अफसर पर पुलिस ने भारत में अवैध रूप से रहने का आरोप लगाया है। दरअसल, असम के रहने वाले मोहम्मद अजमल हक नाम के इस रिटायर्ड जेसीओ के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया है। इन्हें अवैध रूप से भारत में रहने के साथ बंग्लादेश का अवैध प्रवासी बताया गया है। खास बात ये है कि 4 साल पहले इनकी पत्नी पर भी ऐसा ही आरोप लगाकर नोटिस भेजा गया था, लेकिन जांच के बाद आरोपों गलत पाया गया था। 

Local Tribunal ने मोहम्मद अजमल हक को दस्तावेजों के साथ 13 अक्टूबर को पेश होने का आदेश दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नोटिस में कहा गया है कि अजमल हक ने 1971 में बिना उचित दस्तावेजों के भारत में एंट्री की थी।

मोहम्मद अजमल हक ने कहा, "मैंने 30 साल तक भारतीय सेना की सेवा की। 2012 में भी इसी ट्राइब्यूनल ने मेरी पत्नी मुमताज बेगम को नोटिस भेज नागरिकता साबित करने के लिए कहा था। तब मैंने सारे दस्तावेज जमा करा दिए थे। कोर्ट ने हमें भारतीय नागरिक भी घोषित कर दिया था"। अब दोबारा मुझे एक और नोटिस भेजा गया है। मुझे समझ नहीं आता कि जब पहले मैं सारे दस्तावेज जमा कर चुका हूं और कोर्ट ने भी मुझे भारतीय नागरिक घोषित कर दिया, तो फिर बार-बार ऐसा क्यों हो रहा है?

अगर मैं अवैध बांग्लादेशी प्रवासी हूं तो फिर मैंने भारतीय सेना में कैसे अपनी सेवा दी। मैं बहुत दुखी हूं। 30 साल देश की सेवा करने का मुझे ये इनाम मिला है। अजमल हक ने कहा कि उन्होंने इस मामले को पूरी तरह से सुलझाने के लिए राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से मांग की है।

 

Created On :   1 Oct 2017 7:48 AM GMT

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