लीज स्थल से बाहर हो रहा रेत का उत्खनन

District Mineral Fund is not being used in Gadchiroli!
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!
लीज स्थल से बाहर हो रहा रेत का उत्खनन

 डिजिटल डेस्क सीधी। पंचायतों को दी गई रेत खदानों में मशीनों का प्रयोग वर्जित है किंतु डोल रेत खदान में श्रमिक के बजाय मशीनें ही काम कर रही हैं। इतना ही नहीं लीज स्थान से दूर रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा है। बारिश बाद शुरू हुये रेत उत्खनन के कार्य में अंधेरगर्दी की होड़ मची है। 
816 पर अवैध उत्खनन किया जा रहा
डोल रेत खदान पर स्वीकृत रकवे की जगह टेक्नोयूनिक के लिए स्वीकृत रकवा 816 पर अवैध उत्खनन किया जा रहा है। साथ ही पोर्टल बंद होने के कारण समीप की रेत खदान के पोर्टल का उपयोग किया जा रहा है। यह सब फर्जीवाड़ा रेत  खदान संचालन की जिम्मेदारी लेने वालों द्वारा बेखौफ होकर किया जा रहा है। रेत खदानों में चल रही भारी अनियमित्ताओं की जानकारी खनिज विभाग के साथ ही खंड स्तरीय एवं तहसील अधिकारियों को भी है। फिर भी मौके पर पहुंचकर कोई जांच कार्रवाई करने की जरूरत नही समझी जा रही है। इसी के चलते इस तरह की मनमानी थमने के बजाय और तेजी के साथ बढ़ रही है। गौरतलब है कि पंचायतों हेतु आवंटित रेत खदानों से रेत उत्खनन करने की अनुमति पंचायतों को दी गयी है लेकिन ग्राम पंचायत डोल में संचालित खदानों में खनिज अधिनियम को धता बताते हुए तथाकथित ठेकेदारों द्वारा खदानों का संचालन किया जा रहा है। सबसे बड़ी बात यह कि डोल रेत खदान में मजदूरों की जगह मशीनों से रेत उत्खनन कराया जाकर निर्धारित दर से 8 गुना मूल्य पर रेत बेचकर वसूली की जा रही है आवाज उठाने पर संलिप्त खननकर्मियों द्वारा कहा जाता है कि ऊपर से नीचे तक सबको देना पड़ता है इसलिए इस मूल्य पर रेत बेचना जरूरी है। लिहाजा स्थानीय स्तर पर श्रमिकों को कोई काम न मिलने के कारण उन्हे बाहर जाकर काम तलाशने की मजबूरी बनी हुई है।
दूसरे की लीज पर उत्खनन
डोल रेत खदान संचालन की अनुमति जिस स्थान पर रीवा के गौरव अग्रवाल को दी गई है उनके द्वारा वहां रेत की उत्खनन कराने के बजाय अन्य स्थल पर कराया जा रहा है। इसमें डोल ग्राम पंचायत के सरपंच-सचिव की भी सांठ-गांठ बनी हुई है। जिस स्थल से रेत का उत्खनन कराया जा रहा है। वह रकवा क्रमांक-816 टेक्रोयूनिक कम्पनी के लिए प्रस्तावित किया गया है। वहीं गौरव अग्रवाल के लिए जिस स्थान पर रेत खदान की लीज आवंटित की गई है वहां पानी भरे होने के कारण रेत उत्खनन फिलहाल नही हो सकता। फिर भी सरपंच-सचिव से सांठ-गांठ कर श्री अग्रवाल दूसरे की लीज पर रेत का अवैध उत्खनन कराने के साथ ही वाहनों में मशीनों से लोडिंग भी करा रहे है। 
कलेक्टर से हुई शिकायत
जिला पंचायत सदस्य एवं वन समिति अध्यक्ष शुसीला प्रजापति ने बताया कि डोल रेत खदान में चल रही भारी धांधली की शिकायत उनके द्वारा लिखित रूप से कलेक्टर के पास की  गई है। शिकायत में मांग की गई है कि पूरे मामले के मौके पर जांच कराने के साथ ही लीज स्थल से हटकर रेत का अवैध उत्खनन कराने एवं विक्री करने के मामले में दोषियों के विरूद्ध आपराधिक मामला पंजीबद्ध किया जाय एवंं राजस्व क्षति की वसूली की जाय।    
बाक्स
इनका कहना है-
डोल रेत खदान में चल रही गडबडिय़ों की शिकायत की जांच के लिए वह स्वत: गये हुए थे। लेकिन  मुख्य मार्ग से नदी तक कि सड़क बेहद खऱाब थी जिससे खननस्थल तक नही पहुंच पाए। प्राप्त शिकायत की जांच कराकर दोषी पाए जाने पर दोषियों के विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी।
एबी सिंह सीईओ जिला पंचायत
 

Created On :   12 Nov 2019 7:44 AM GMT

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