यूपी की जहरीली शराब का नागपुर में भी पड़ा इफेक्ट, अवैध शराब बेचने वालों के खिलाफ तेज हुई कार्रवाई

Excise officer nagpur take action against illegal alcohal dealers
यूपी की जहरीली शराब का नागपुर में भी पड़ा इफेक्ट, अवैध शराब बेचने वालों के खिलाफ तेज हुई कार्रवाई
यूपी की जहरीली शराब का नागपुर में भी पड़ा इफेक्ट, अवैध शराब बेचने वालों के खिलाफ तेज हुई कार्रवाई

डिजिटल डेस्क, नागपुर। उत्तर प्रदेश में जारी जहरीली शराब के तांडव को देखते हुए नागपुर के आबकारी अधिकारी महुआ शराब की भट्ठियां चलानेवालों की धर-पकड़ में लग गए हैं। इसी कड़ी में आबकारी विभाग ने जिले में विभिन्न स्थानों पर कार्रवाई करते हुए 15 अवैध शराब विक्रेताओं को गिरफ्तार कर उनसे 1 लाख 47 हजार 591 रुपए का माल जब्त किया है। 

कई जगह चलती है  महुआ शराब की भट्ठियां
नागपुर जिले में दर्जनों स्थानों पर हाथभट्ठी की शराब (महुआ) निकाली जाती है। उत्तर प्रदेश में जहरीली शराब से लोगों के मरने के बाद आबकारी विभाग जिले में घूमकर हाथभट्ठी की शराब बनाने व बेचनेवालों को पकड़ने में लगा है। आबकारी विभाग ने मौदा तहसील के कोडगांव में हाथभट्ठी पर धावा बोलकर 16 सौ लीटर सड़वा (रसायन), 10 लीटर महुआ, 19 लीटर देसी शराब जब्त की। इसके अलावा विभिन्न स्थानों पर छापे मारकर 24 लीटर महुआ शराब बनाने का सड़वा, 100 लीटर देसी शराब, 88 लीटर मीटर शराब, एक मोटरसाइकिल समेत कुल 1 लाख 47 हजार 591 रुपए का माल जब्त किया। आबकारी विभाग ने सोमवार सुबह से छापामार कार्रवाई करते हुए 15 लोगों को पकड़कर कुछ को अदालत में पेश किया। अगले कुछ दिनों तक इसी तरह की कार्रवाई जारी रहने के संकेत विभाग की तरफ से दिए गए। 

रेलवे पुलिस लगातार कर रही कार्रवाई
वर्धा व गड़चिरोली के बाद चंद्रपुर जिले में शराब बंदी होने के बाद नागपुर इन पाबंदीवाले जिलों में शराब आपूर्ति का सबसे बड़ा सेंटर बन गया है। रेलवे सुरक्षा बल व शासकीय रेलवे पुलिस ने लगातार कार्रवाई कर शराब माफियाओं की कमर तोड़ दी है। रेलवे पुलिस की तुलना में आबकारी विभाग की कार्रवाई कही नहीं टिकती। आबकारी मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले खुद नागपुर के हैं। इसके बावजूद आबकारी विभाग को रेलवे पुलिस से सीख लेने की जरूरत महसूस हो रही है। 

शहर में कुख्यात है भिवसनखोरी 
जिले में जगह-जगह हाथभट्ठी की शराब निकाली जाती है। भिवसनखोरी इसके लिए कुख्यात है। आबकारी विभाग कभी-कभी यहां अवैध शराबियों को पकड़कर साख बचाने की जुगत जरूर करते रहता है। बड़े शराब माफिया कम ही विभाग के हाथ लगते हैं। 

होटलों व ढाबों पर बिकती है शराब 
शहर के कई होटलों व ढाबों पर गैर-कानूनी तरीके से शराब की बिक्री होती है। आबकारी विभाग पुलिस का काम होने की सफाई देकर समय निकाल लेता है। दिखाने के लिए जरूर एकाध-बार कार्रवाई करता है। चोरी-छिपे बिकनेवाली शराब से सरकार को राजस्व का चूना लगता है। 

मुंबई में हुई बैठक 
आबकारी अधीक्षकों की मुंबई में सोमवार को महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस बैठक में अन्य मुद्दों के अलावा हाथभट्ठी की शराब बेचनेवालों पर नकेल कसने को कहा गया। आबकारी विभाग नागपुर के अधीक्षक पी. सोनोने भी इस बैठक में शामिल थे। हाथभट्ठी व नकली शराब से जनहानि होने पर आबकारी अधिकारी को कार्रवाई के लिए तैयार रहने की चेतावनी बैठक में दी गई। 

यहां ऐसा कोई इतिहास नहीं
अवैध शराब विक्रेताओं व हाथभट्ठी वालों की धर-पकड़ की कार्रवाई  विभाग निरंतर करते रहता है। जनजागृति भी की जाती है। वैसे जहरीली शराब से मरने का नागपुर में कोई इतिहास नहीं है। जिले में जारी धर-पकड़ को केवल जहरीली शराब से जोड़कर देखना ठीक नहीं है। 
-ऊषा वर्मा, उपायुक्त आबकारी विभाग नागपुर. 
 

Created On :   12 Feb 2019 8:14 AM GMT

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