जमीन के अंदर गड़ा रखा था पांच लाख का लाहन, आबकारी टीम ने जब्त किया

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जमीन के अंदर गड़ा रखा था पांच लाख का लाहन, आबकारी टीम ने जब्त किया

डिजिटल डेस्क, कटनी। शहर से करीब पंद्रह किलोमीटर दूर करहैया परिक्षेत्र में आबकारी विभाग एवं पुलिस की संयुक्त टीम ने दबिश देते हुए 5 लाख रुपए से अधिक का महुआ लाहन जब्त किया। यहां पर जमीन को खोदकर डिब्बो में महुआ लाहन आरोपियों ने छिपाया था। आरोपियों के पास से कार्यवाही के दौरान टीम ने 103 लीटर हाथ भट्टी शराब की जब्ती भी बनाई। जिसकी कीमत 15 हजार 450 रुपए बताई जा रही है। हालांकि 10 हजार 400 किलोग्राम महुआ लाहन में फिर से आबकारी विभाग के हाथ कोई तस्कर हाथ नहीं लगा।

सिर्फ लाहन को ही किया नष्ट
पुख्ता सूचना होने के बाद भी आबकारी विभाग को यहां पर कोई तस्कर नहीं मिला। सिर्फ लाहन और भट्टी को नष्ट करने के लिए ही संयुक्त टीम में शामिल अधिकारियों और कर्मचारियों का डंडा उठा। ठीक इसी जगह पर करीब पच्चीस दिन पहले भी पुलिस और आबकारी विभाग की संयुक्त टीम ने दबिश दी थी। उस समय में भी तस्करों का सूचना तंत्र इस तरह से मजबूत रहा कि संयुक्त टीम भी बड़े तस्करों तक नहीं पहुंच सकी।

सुलग रही थी भट्टियां
करहैया क्षेत्र में यहां पर जमीन के अंदर जहां बड़े तस्करों ने डिब्बों में महुआ लाहन छिपा कर रखे थे। वहीं तालाब किनारे दो दर्जन से अधिक भट्टियां भी सुलग रही थी। 26 भट्टियों में बर्तन चढ़े थे। इस मामले में आबकारी की संयुक्त टीम उन आरोपियों तक पहुंचने में पूरी तरह से सफल रही। जिन्हें तस्करों ने कच्ची शराब बनाने के लिए मोहरा बनाकर रखा था। सुनीता बाई से 10 लीटर हाथ भट्टी शराब, रामदुलारी बाई के कब्जे से 8 लीटर कच्ची शराब जब्त की गई। यहां पर कुल 103 लीटर कच्ची शराब की जब्ती की गई। विशेष अभियान के तहत संयुक्त टीम में सहायक जिला आबकारी अधिकारी जीपी केवट एवं राजेश पटेल, उपनिरीक्षक महेन्द्र शुक्ला सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे। इसके बावजूद आबकारी का अमला अभी तक बड़े तस्करों तक नहीं पहुंच सका है। पिछली बार भी यह मामला प्रशासन की जानकारी में रहा।

40 लाख की  बनती शराब
इस महुआ लाहन से करीब 40 लाख रुपए की शराब बनाते हुए चुनाव में परोसने की तैयारी की गई थी कि उसके पहले आयोग की सख्ती ने तस्करों के मंसूबे पर पानी फेर दिया। औसतन एक किलोग्राम से तीन से चार लीटर कच्ची शराब तैयार होती है, जिसकी औसतन कीमत 130 रुपए प्रति लीटर होती है। इस हिसाब से 10 हजार 400 किलाग्राम से करीब 31 हजार 200 लीटर शराब तैयार होती। इस हिसाब से यहां पर 40 लाख 56 हजार रुपए की कच्ची शराब बनाकर चुनाव में बांटी जाती।

इनका कहना है
इस संबंध में आबकारी विभाग से बात कर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। ताकि बड़े तस्करों पर भी पूरी तरह से अंकुश लगाया जा सके।
-डॉ. पंकज जैन, कलेक्टर
 

Created On :   26 April 2019 8:17 AM GMT

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