कैम्ब्रिज एनालिटिका ने किया काम बंद, घोषित करने जा रही है खुद को दिवालिया

कैम्ब्रिज एनालिटिका ने किया काम बंद, घोषित करने जा रही है खुद को दिवालिया


डिजिटल डेस्क,लंदन। फेसबुक यूजर्स का कैम्ब्रिज एनालिटिका के जरिए डेटा लीक करने का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। डेटा लीक मामले के बाद से फेसबुक को बड़ा नुकसान हुआ है। वहीं इस मामले में विवादों में रही ब्रिटिश कंपनी कैंब्रिज एनालिटिका ने अपना सारा कामकाज बंद कर दिया है। कंपनी ने ब्रिटेन और अमेरिका में खुद को दिवालिया घोषित करने के लिए आवेदन देने की भी घोषणा की है। कंपनी ने एक बयान में कहा, "हमने ये तय किया है कि अब व्यवसाय में बने रहने की कोई संभावना नहीं है। कंपनी पर फेसबुक के करोड़ों यूजर्स की निजी जानकारी का दुरुपयोग करने का आरोप है।" 

कंपनी ने कहा कि हमारे खिलाफ हुए मीडिया कवरेज ने हमारे सभी ग्राहकों और आपूर्तिकर्ताओं को हमसे दूर कर दिया है। यही वजह है कि हमनें ये निर्णय लिया है कि हम अब अपना काम जारी नहीं रख सकते हैं। कैंब्रिज एनालिटिका के पास और कोई विकल्प नहीं है। लिहाजा इसे बंद करने का फैसला किया गया है। गौरतलब है कि कैंब्रिज एनालिटिका पर भारत समेत विश्व के कई देशों के चुनाव अभियान को प्रभावित करने का आरोप लग चुका है। इन देशों में अमेरिका भी शामिल है।

बता दें भारत में भी फर्म पर डाटा चोरी करवाने और उसके गलत इस्तेमाल के आरोप लग रहे थे।

 

कैम्ब्रिज एनालिटिका कंपनी के लिए इमेज परिणाम

 

क्या है पूरा मामला?

दरअसल, ब्रिटेन की एक पॉलिटिक कंसल्टेंसी फर्म "कैम्ब्रिज एनालिटिका" पर करीब 5 करोड़ फेसबुक यूजर्स का डाटा उनकी इजाजत के बिना यूज करने का आरोप लगा है। एक चैनल ने अपने स्टिंग ऑपरेशन में इस बात का खुलासा किया है। चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में ये बात निकलकर आई कि कैम्ब्रिज एनालिटिका ने करोंड़ों फेसबुक यूजर्स के पर्सनल डाटा का गलत इस्तेमाल किया। इसके साथ ही ये भी दावा किया गया है कि कंपनी ने 2016 में हुए अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में इस डाटा का इस्तेमाल किया और ट्रंप को फायदा पहुंचाया। इसके लिए कंपनी ने एक ऐसा सॉफ्टवेयर बनाया, जिससे लोगों के पॉलिटिकल इंटरेस्ट का अंदाजा लगाया जा सके। इस खबर के सामने आने के बाद फेसबुक को करीब 40 अरब डॉलर का नुकसान होने की बात कही जा रही है। 

 

क्या है कैम्ब्रिज एनालिटिका और उससे जुड़ा विवाद?

कैम्ब्रिज एनालिटिका ब्रिटेन की एक बड़ी डेटा एनालिसिस कंपनी है। कैम्ब्रिज एनालिटिका रक्षा क्षेत्र से जुड़े SCL ग्रुप का हिस्सा है। ये राजनीतिक और कॉर्पोरेट ग्राहकों को उपभोक्ता रिसर्च से लेकर, डाटा एनालिसिस की सेवाएं देती है। ये कंपनी चर्चा में तब आई जब इसने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डॉनल्ड ट्रंप के लिए काम किया।

पिछले दिनों खुलासा हुआ था कि कैम्ब्रिज एनालिटिका ने फेसबुक यूजर्स की जानकारी का इस्तेमाल अमेरिकी चुनाव में वोटरों को प्रभावित करने के लिए किया। इसके बाद कंपनी ने अपने चीफ एक्जीक्यूटिव अलेक्जेंडर निक्स को सस्पेंड कर दिया है। 

बता दें कि फेसबुक डेटा लीक प्रकरण में जांच को लेकर कंपनी पर लीगल फीस की बड़ी मार पड़ी है और कंपनी लगातार अपने क्लाइंट खो रही थी। एएनआई ने इस मामले से संबंधित एक व्यक्ति के हवाले से जानकारी दी है। कंपनी ने अपने कर्मचारियों से कंप्यूटर सिस्टम लौटाने को कहा है।

 

87 मिलियन यूजर्स के डेटा में लगाई सेंध

मार्च महीने में कंपनी के सीईओ अलेक्जेंडर निक्स को निलंबित कर दिया गया था। निक्स ने ऑन रिकॉर्ड दूसरे देशों के चुनावों को प्रभावित की बात स्वीकार की थी। इसके तकरीबन दो महीने बाद कंपनी ने अपना कामकाज बंद करने का ऐलान किया है।

कैंब्रिज एनालिटिका ने अवैध तरीके से करोड़ों फेसबुक यूजर्स के अकाउंट में सेंध लगाई थी। व्हिसलब्लोअर क्रिस्टोफर विली ने पहले इस मामले का खुलासा किया था। फेसबुक ने अप्रैल में इस मामले को स्वीकार किया था कि 87 मिलियन यूजर्स के डेटा में कैंब्रिज एनालिटिका ने सेंध लगाई थी।
 

Created On :   3 May 2018 2:39 AM GMT

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