धूमधाम से हुई 'बप्पा' की विदाई, विसर्जन के लिए कृत्रिम टैंकों की संख्या में इजाफा

Farewell to Bappa by pomp,Increase the number of artificial tanks
धूमधाम से हुई 'बप्पा' की विदाई, विसर्जन के लिए कृत्रिम टैंकों की संख्या में इजाफा
धूमधाम से हुई 'बप्पा' की विदाई, विसर्जन के लिए कृत्रिम टैंकों की संख्या में इजाफा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। देशभर में 11 दिन तक गणेश चतुर्थी का उत्सव जोरशोर से मनाया गया। इसके बाद मंगलवार को उन्हें विदाई दी गई। खासकर उपराजधानी नागपुर में बप्पा की विदाई का नजारा देखते ही बना। मंगलवार को भक्त विसर्जन के लिए उमड़े और “गणपति बप्पा मोरिया, अगले वर्ष तू जल्दी आ” का उद्घोष गूंजने लगा। खासतौर से महानगर के सभी तालाबों पर कृत्रिम टैंकों की व्यवस्था की गयी थी, ताकि पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाया जा सके, लेकिन लंबोदर महानगरपालिका के बनाए कृत्रिम टैंकों ने समा नहीं पाए। 

कृत्रिम टैंकों की संख्या बढ़ाई
इस बार कृत्रिम टैंकों की संख्या 184 से बढ़ाकर 234 कर दी गई थी। सोनेगांव और सक्करदरा तालाब में विसर्जन पर पाबंदी लगने के कारण फुटाला तालाब पर भक्तों की भीड़ दिखाई दी। फुटाला के अलावा गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन गांधी सागर, गोरेवाड़ा, अंबाझरी, कलमना खदान, कोराडी तालाब, नाईक और लैंडी तालाब में किया गया। हालांकि ज्यादातर घरघुती मूर्तियों का कृत्रिम टैंकों में विसर्जन हुआ। ग्रीन विजिल फाउंडेशन के संस्थापक कौस्तव चटर्जी ने बताया कि सोमवार को कृत्रिम तालाब में करीब ढाई हजार मूर्तियों का विसर्जन हुआ था और इतनी ही मूर्तियां तालाब में विसर्जित की गईं। इसके बाद मनपा आयुक्त अश्विन मुदगल ने मंगलवार को 3 कृत्रिम टैंक और लगवा दिए। 

चाक चौबंद रही सुरक्षा व्यवस्था
उपराजधानी में 1079 सार्वजनिक गणेश विर्सजन के लिए सुरक्षा के खास प्रबंध किए गए। एसआरपीएफ की 2 टुकड़ियां लगाई गई। साथ ही 81 पुलिस अधिकारियों ने सुरक्षा का जिम्मा संभाला। इस दौरान चप्पे-चप्पे पर 4 हजार पुलिस जवानों को तैनात किया गया। साथ ही 6 सौ होमगार्ड की सहायता ली गई। 100 सीसीटीवी कैमरों से कई इलाकों पर पेंनी नजर रखी गई। साथ ही हल्की बारिश ने भक्तों में खासा उत्साह भर दिया।

Created On :   6 Sep 2017 9:59 AM GMT

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