कर्ज से दबे किसान ने की आत्महत्या, नहीं बिक रही थी उड़द

farmer committed suicide due to bank loan and unsold urad daal
कर्ज से दबे किसान ने की आत्महत्या, नहीं बिक रही थी उड़द
कर्ज से दबे किसान ने की आत्महत्या, नहीं बिक रही थी उड़द

डिजिटल डेस्क, नरसिंहपुर। सोमवार को जिला मुख्यालय से लगभग 6 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम रामपिपरिया टोला में कर्ज सेे दबे किसान ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। किसान द्वारा आत्महत्या किए जाने की खबर से चुनावी माहौल एकदम से गरमा गया है।कांग्रेस ने इसे भारतीय जनता पार्टी की नाकातयाबी बताया है।

KCC के अलावा ढ़ाई लाख रूपये साहूकार का था कर्ज
जानकारी के अनुसार रामपिपरिया टोला के 45 वर्षीय कृषक एकम पिता प्रताप मलाह ने नीम के पेड़ से लटकर आत्महत्या कर ली। इस संबंध में मृतक के भाई का कहना है कि उसके भाई के ऊपर KCC का लगभग डेढ़ लाख रूपये तथा साहूकार का ढ़ाई लाख रूपयों का कर्ज था जिससे वह बेहद परेशान था। कर्ज पटाने के लिए उड़द की फसल बेचने दो तीन बार मंडी गया लेकिन दाम सही न मिलने से वापस आ गया। इस घटना को लेकर ग्राम के लोगों में काफी आक्रोश देखा गया।

ग्राम के सैकड़ों लोग थाना कोतवाली पहुंच गये तथा जमकर बवाल मचाया। ग्रामीणों का आरोप था कि कुछ लोग पुलिस पर यह दबाव बना रहे है कि मामला कायम करने की बजाय इसे यू ही रफा दफा कर दिया जाए। पुलिस ने मर्ग प्रकरण दर्ज कर शव का पोस्टपार्टम कराया तथा अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया।

कांग्रेस ने घटना को बताया भाजपा के कुशासन का परिणाम
इस घटना को कांग्रेस ने भाजपा के कुशासन का परिणाम बताया है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष पंडित मैथिलीशरण तिवारी ने कहा कि भाजपा शासन में किसान लगातार आत्महत्या कर रहे है। अनाज बिक नही रहा अगर बिक रहा है तो भाव नही मिल रहे। जिन किसानों ने अनाज बेचा है उसके पैसे नही मिल रहे। गन्ना फसल के पिछले सीजन के पैसे नही मिले, इस बार अभी तक शुगर मिलें चालू नही हुई। राम पिपरिया टोला की घटना भाजपा पर बड़ा कलंक है।
 

 

Created On :   26 Nov 2018 11:22 AM GMT

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