सूखी नर्सरी, दोबारा बुआई की नौबत, बारिश न होने से परेशान हुए किसान

Farmers are facing great difficulties in the absence of rain
सूखी नर्सरी, दोबारा बुआई की नौबत, बारिश न होने से परेशान हुए किसान
सूखी नर्सरी, दोबारा बुआई की नौबत, बारिश न होने से परेशान हुए किसान

डिजिटल डेस्क, गोंदिया। रोहिनी, मृग के साथ-साथ अब आद्रा नक्षत्र भी सूखा-सूखा जा रहा है। मृग की पहली बारिश होने पर 15-1ृ20 दिनों पूर्व किसानों ने जो बुआई की थी, वह नर्सरियां पानी के अभाव में सूख रही है। लगभग और एक सप्ताह विदर्भ में बारिश नहीं होने का अनुमान मौसम विभाग ने जताने के कारण किसानों की चिंता और भी बढ़ गई है। नर्सरियां सूखने से दोबारा बुआई करने की नौबत किसानों पर आन पड़ी है। 

गत साल वर्षा ने धोखा दिया था, लेकिन इस वर्ष अच्छी बारिश होने का अनुमान मौसम विभाग ने जताया था। जो अब झूठा साबित हो गया है। लगभग 10-12 दिनों से जिले में बारिश नहीं होने के कारण बीज के अंकुर सूखते जा रहे है। अन्य कृषि कार्य भी प्रभावित हो गए है। बता दें कि जिले में 1 लाख 77 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में धान की फसलें लगाई जाती है। जिसमें से अब तक 3 हजार 736 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में नर्सरियां लगाई गई है। जहां सिंचाई की सुविधा उपलब्ध है वहां की नर्सरियों को छोड़ अन्य सभी नर्सरियां अंतिम सांस ले रही है।

2 जून से आद्रा नक्षत्र की शुरुआत हुई है। जिसका वाहन हाथी होने के बावजूद भी अब तक बारिश का अता-पता नहीं। जिले में अब तक कुल 562.07  मिमी एवं औसतन 70.34  मिमी बारिश दर्ज की गई है। जो आवश्यकता से बहुत ही कम है। बारिश के अभाव में जिले के जलाशयों की स्थिति भी नाजुक होती जा रही है। वहीं अनेक गांवों में पेयजल संकट भी गहराता जा रहा है।

गौरतलब है कि मौसम विभाग ने मानसून की शुरुआत ही अच्छी होने की बात कही थी। जबकि इस विभाग के अनुमान के अनुसार अब तक बारिश नहीं हुई है। जिससे अब किसान मौसम विभाग पर भरोसा करें या न करें? इस सोच में पड़ गए है। यदि एक दो दिनों में बारिश नहीं हुई तो नर्सरियों की हालत काफी खराब हो जाएगी। दोबारा बुआई के लिए धान बीज लाएं कहां से, इस समस्या से किसान चिंता में डूब गए है।

बारिश की सख्त जरूरत जिले में अब तक लगभग 4 हजार हेक्टेयर पर धान की नर्सरियां लगाई जा चुकी है। जहां सिंचाई की सुविधा नहीं है वहां की नर्सरी अंतिम  सांस गिन रही है। नर्सरियों को जीवनदान देने के लिए एक-दो दिनों के अंदर अच्छी बारिश होना आवश्यक है। यदि मौसम विभाग के अंदाज के अनुसार एक सप्ताह बारिश नहीं हुई तो दोबारा बुआई की नौबत किसानों पर आएगी। 
(अनिल इंगले, कृषि अधीक्षक, गोंदिया)

Created On :   27 Jun 2018 9:49 AM GMT

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