वापस की जा रही खरीदी गई धान, 23 किसानों का पैसा डूबने की कगार पर

Farmers are in trouble due to returning the purchase of paddy
वापस की जा रही खरीदी गई धान, 23 किसानों का पैसा डूबने की कगार पर
वापस की जा रही खरीदी गई धान, 23 किसानों का पैसा डूबने की कगार पर

डिजिटल डेस्क, कटनी। प्राथमिक कृषि सहकारी समिति बकलेहटा के 23 किसान उस मुसीबत में फंस गए हैं, जिसकी आशंका पहले से ही व्यक्त की जा रही थी। टोकन और धान तौलाई होने के बाद अब प्रबंधक द्वारा किसानों को यह बताया गया कि खातों का सत्यापन नहीं होने से उनकी धान की खरीदी नहीं हो पाएगी। सभी किसान कलेक्टर के पास शिकायत लेकर पहुंचे।

किसानों ने बताया कि पहले तो बारदाने की कमी के कारण केन्द्र में धान की खरीदी नहीं हुई। बाद में पोर्टल खुला तब खातों के सत्यापन नहीं होने की अब खरीदी गई धान को किसानों को वापस किया जा रहा है। किसानों का कहना रहा कि हमें बीच मझधार में फंसा दिया गया है। विनोद, देवी सिंह, परवत, रमभजन, रामदास एवं अन्य किसानों ने बताया कि प्रशासन के द्वारा पोर्टल खुलने की जानकारी लगी, तो सभी किसान खरीदी गई धान की भुगतान के लिए केन्द्र पहुंचे। तब वहां पर कर्मचारियों के द्वारा बताया गया कि खातों में गड़बड़ी होने के कारण जो धान केन्द्रों में पड़ा हुआ है, उसे वे वापस ले जांए। अब धान का किसान क्या करें। इनके समझ में नहीं आ रहा है।  

ऑफलाइन में फंसा था पेंच
धान खरीदी में बारदाने की कमी के कारण जिले भर में इस तरह की स्थिति निर्मित हुई। धान खरीदी के अंतिम समय केन्द्रों में बारदाने नहीं रहे। जिसके बाद किसानों की उपज लेने का भरोसा दिलाते हुए केन्द्रों में ही धान की तौल कराई गई। साथ में टोकन मनी जारी कर दिए। किसानों को यह कहा गया कि जैसे ही बारदाने आ जाएंगे। धान की खरीदी शुरु हो जाएगी। बारदाने मिलने के बाद पोर्टल ही नहीं खुला। इससे किसान एक माह तक परेशान हुए। बाद में प्रशासन ने कार्यवाही करते हुए जब भोपाल स्तर से पोर्टल खुलवाया, तब बखलेहटा के किसानों के साथ यह नई परेशानी आ गई।  

यहां पर भी की गई अनदेखी
बखलेहटा के साथ इमलिया खरीदी केन्द्र में भी कुछ किसानों के साथ अनदेखी की गई है। किसान अमित साहू ने बताया कि वह केन्द्र में 488 क्विंटल धान लेकर पहुंचा था। यहां पर भी टोकन जारी करते हुए धान खरीदी करने का काम केन्द्र प्रबंधक ने कर लिया। पहले तो पोर्टल में परेशानी रही। शुक्रवार को जब वह भुगतान के लिए पहुंचा, तब उसे बताया गया कि पोर्टल में सिर्फ 400 क्विंटल धान की ही एंट्री हुई है। इस तरह से 88 क्विंटल धान अब घर ले जाने को खरीदी केन्द्र के प्रबंधक कह रहे हैं।

Created On :   9 March 2019 8:49 AM GMT

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